उन्होंने अपने पिता को बताया, ‘यूसुफ अभी तक जीवित है। वह समस्त मिस्र देश का शासक है।’ याकूब का हृदय सुन्न पड़ गया, क्योंकि उन्होंने उनकी बातों पर विश्वास नहीं किया।
प्रेरितों के काम 9:41 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) पतरस ने हाथ बढ़ा कर उसे उठाया और संतों तथा विधवाओं को बुला कर उसे जीता-जागता उनके सामने उपस्थित कर दिया। पवित्र बाइबल उसे अपना हाथ देकर पतरस ने खड़ा किया और फिर संतों और विधवाओं को बुलाकर उन्हें उसे जीवित सौंप दिया। Hindi Holy Bible उस ने हाथ देकर उसे उठाया और पवित्र लोगों और विधवाओं को बुलाकर उसे जीवित और जागृत दिखा दिया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उसने हाथ देकर उसे उठाया, और पवित्र लोगों और विधवाओं को बुलाकर उसे जीवित दिखा दिया। नवीन हिंदी बाइबल उसने अपना हाथ देकर उसे उठाया, और पवित्र लोगों और विधवाओं को बुलाकर उसे जीवित सौंप दिया। सरल हिन्दी बाइबल पेतरॉस ने हाथ बढ़ाकर उसे उठाया और शिष्यों और विधवाओं को वहां बुलाकर जीवित दोरकस उनके सामने प्रस्तुत कर दी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उसने हाथ देकर उसे उठाया और पवित्र लोगों और विधवाओं को बुलाकर उसे जीवित और जागृत दिखा दिया। |
उन्होंने अपने पिता को बताया, ‘यूसुफ अभी तक जीवित है। वह समस्त मिस्र देश का शासक है।’ याकूब का हृदय सुन्न पड़ गया, क्योंकि उन्होंने उनकी बातों पर विश्वास नहीं किया।
एलियाह बालक को लेकर उपरले कक्ष से नीचे उतरे। वह घर में आए। उन्होंने बालक को उसकी मां के हाथ में सौंप दिया। एलियाह ने कहा, ‘देखो, तुम्हारा पुत्र जीवित हो गया।’
मरणासन्न व्यक्ति का आशीर्वाद मुझे मिलता था, निराश्रित विधवा का हृदय मेरी सहायता पाकर आनन्द से गाता था।
प्रभु परदेशी का रक्षक है, वह अनाथ एवं विधवा का सहारा है; पर वह दुर्जनों के मार्ग को कुटिल बनाता है।
येशु उसके पास आये और उन्होंने हाथ पकड़ कर उसे उठाया। उसका बुखार उतर गया और वह उन लोगों के सेवा-सत्कार में लग गयी।
जब वे नगर के प्रवेश-द्वार के निकट पहुँचे, तब लोग एक मुरदे को बाहर ले जा रहे थे। वह अपनी माँ का एकलौता पुत्र था और माँ विधवा थी। नगर के बहुत-से लोग उसके साथ थे।
और उसने उसका दाहिना हाथ पकड़ कर उसे उठाया। उसी क्षण लँगड़े के पैरों और टखनों में बल आ गया।
उन दिनों जब शिष्यों की संख्या बढ़ती जा रही थी, तो यूनानी-भाषी शिष्यों ने इब्रानी-भाषी शिष्यों के विरुद्ध यह शिकायत की कि दैनिक दान-वितरण में उनकी विधवाओं की उपेक्षा हो रही है।
परन्तु हनन्याह ने कहा, “प्रभु! मैंने अनेक लोगों से सुना है कि इस व्यक्ति ने यरूशलेम में आपके सन्तों पर कितना अत्याचार किया है।
जो सचमुच विधवा है, जिसका कोई भी नहीं है, वह परमेश्वर पर भरोसा रख कर रात-दिन प्रार्थना तथा उपासना में लगी रहती है।