अब्राम ने रात में अपने सेवकों को अनेक दलों में बांट दिया, तथा अपने सेवकों के साथ शत्रु पर आक्रमण किया और दमिश्क नगर के उत्तर में होबा नगर तक उनका पीछा किया।
प्रेरितों के काम 9:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) दमिश्क के सभागृहों के नाम पत्र माँगे, जिन में उसे यह अधिकार दिया गया कि यदि वह वहाँ इस पन्थ के अनुयायियों को पाये, तो वह उन्हें − चाहे वे पुरुष हों या स्त्रियाँ − बाँध कर यरूशलेम ले आये। पवित्र बाइबल और उसने दमिश्क के आराधनालयों के नाम माँग कर अधिकार पत्र ले लिया जिससे उसे वहाँ यदि कोई इस पंथ का अनुयायी मिले, फिर चाहे वह स्त्री हो, चाहे पुरुष, तो वह उन्हें बंदी बना सके और फिर वापस यरूशलेम ले आये। Hindi Holy Bible और उस से दमिश्क की अराधनालयों के नाम पर इस अभिप्राय की चिट्ठियां मांगी, कि क्या पुरूष, क्या स्त्री, जिन्हें वह इस पंथ पर पाए उन्हें बान्ध कर यरूशलेम में ले आए। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और उससे दमिश्क के आराधनालयों के नाम पर इस अभिप्राय की चिट्ठियाँ माँगी कि क्या पुरुष क्या स्त्री, जिन्हें वह इस पंथ पर पाए उन्हें बाँधकर यरूशलेम ले आए। नवीन हिंदी बाइबल और उससे दमिश्क के आराधनालयों के लिए पत्र माँगे कि इस “मार्ग” के जो भी मिलें, चाहे पुरुष हों या स्त्री, उन्हें बाँधकर यरूशलेम ले आए। सरल हिन्दी बाइबल और उनसे दमिश्क नगर के यहूदी सभागृहों के लिए इस उद्देश्य के अधिकार पत्रों की विनती की कि यदि उसे इस मत के शिष्य—स्त्री या पुरुष—मिलें तो उन्हें बंदी बनाकर येरूशलेम ले आए. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और उससे दमिश्क के आराधनालयों के नाम पर इस अभिप्राय की चिट्ठियाँ माँगी, कि क्या पुरुष, क्या स्त्री, जिन्हें वह इस पंथ पर पाए उन्हें बाँधकर यरूशलेम में ले आए। |
अब्राम ने रात में अपने सेवकों को अनेक दलों में बांट दिया, तथा अपने सेवकों के साथ शत्रु पर आक्रमण किया और दमिश्क नगर के उत्तर में होबा नगर तक उनका पीछा किया।
दमिश्क के विषय में नबूवत : देखो दमिश्क नगर, अब नगर नहीं रह जाएगा, वह खण्डहरों का ढेर बन जाएगा।
प्रभु ने दमिश्क नगर के सम्बन्ध में यह कहा : ‘जब हमात और अर्पद नगरों ने ये दु:खद समाचार सुने तब वे हताश हो गए। डर से उनके हाथ-पैर फूल गए, वे अशान्त सागर के समान कांपने लगे। अशांत सागर को कौन शान्त कर सकता है?
“मनुष्यों से सावधान रहो। वे तुम्हें धर्मसभाओं के हाथ में सौंप देंगे और अपने सभागृहों में तुम्हें कोड़े लगाएंगे।
येशु ने कहा, “मार्ग, सत्य और जीवन मैं हूँ। मुझ से हो कर गये बिना कोई पिता के पास नहीं आ सकता।
उसे प्रभु के मार्ग की शिक्षा मिली थी। वह आत्मिक उत्साह के साथ बोलता और येशु के विषय में सही बातें सिखलाता था, यद्यपि वह केवल योहन के बपतिस्मा से परिचित था।
किन्तु उन में कुछ लोग हठधर्मी थे और वे न केवल अविश्वासी बने रहे, बल्कि सभा में इस मार्ग की निन्दा भी करने लगे। इसलिए पौलुस ने उन से सम्बन्ध तोड़ लिया और अपने शिष्यों को वहाँ से हटा लिया। वह प्रतिदिन तुरन्नुस की पाठशाला में धर्म-चर्चा करने लगे।
“मैं आपके सामने इतना अवश्य स्वीकार करूँगा कि ये जिसे कुपंथ कहते हैं, मैं उसी मार्ग के अनुसार अपने पूर्वजों के परमेश्वर की उपासना करता हूँ; क्योंकि जो कुछ व्यवस्था तथा नबी-ग्रंथों में लिखा है, मैं उस सब पर विश्वास करता हूँ।
फ़ेलिक्स को इस “मार्ग” के विषय में अच्छी जानकारी थी। उसने सुनवाई स्थगित कर दी और यहूदी धर्मगुरुओं से कहा, “सेना-नायक लुसियस के आने पर मैं आप लोगों के मुकदमे का फ़ैसला करूँगा।”
मैंने यरूशलेम में ऐसा किया भी। मैंने महापुरोहितों से अधिकार प्राप्त कर अनेक सन्तों को बन्दीगृह में डाल दिया और जब उन्हें प्राणदण्ड दिया गया, तो मैंने इसके लिए अपनी सहमति दी थी।
“इस अभिप्राय से मैं एक दिन महापुरोहितों से अधिकार और अनुमति प्राप्त कर दमिश्क नगर को जा रहा था।
‘दास्यमुक्त लोगों का सभागृह’ कहलाने वाले सभागृह के कुछ सदस्य और कुरेने तथा सिकन्दरिया नगरों और किलिकिया तथा आसिया प्रदेशों के कुछ लोग स्तीफनुस का विरोध करने लगे। वे उससे वाद-विवाद करने आये।
उसने हमारी जाति के साथ कपटपूर्ण व्यवहार किया, और हमारे पूर्वजों पर अत्याचार किया। उसने हमारे पूर्वजों को बाध्य किया कि वे अपने नवजात शिशुओं को बाहर फेंक दिया करें, जिससे वे जीवित न रह सकें।
उसे महापुरोहितों से यह अधिकार मिला है कि वह यहाँ उन सब को गिरफ़्तार कर ले, जो आपके नाम की दुहाई देते हैं।”
सब सुनने वाले अचम्भे में पड़ कर कहते थे, “क्या यह वह व्यक्ति नहीं है, जो यरूशलेम में इस नाम की भक्ति करने वालों को नष्ट कर रहा था? क्या वह यहाँ इसलिए नहीं आया था कि वह उन्हें बाँध कर महापुरोहितों के पास ले जाये?”
जब मैं दमिश्क नगर में था, तो राजा अरेतास के राज्यपाल ने मुझे गिरफ्तार करने के लिए नगर पर पहरा बैठा दिया।
और जो मुझ से पहले प्रेरित थे, उनसे मिलने के लिए मैं यरूशलेम नहीं गया; बल्कि मैं तुरन्त अरब देश गया और बाद में दमिश्क नगर लौटा।