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प्रेरितों के काम 19:9 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

9 किन्‍तु उन में कुछ लोग हठधर्मी थे और वे न केवल अविश्‍वासी बने रहे, बल्‍कि सभा में इस मार्ग की निन्‍दा भी करने लगे। इसलिए पौलुस ने उन से सम्‍बन्‍ध तोड़ लिया और अपने शिष्‍यों को वहाँ से हटा लिया। वह प्रतिदिन तुरन्नुस की पाठशाला में धर्म-चर्चा करने लगे।

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पवित्र बाइबल

9 किन्तु उनमें से कुछ लोग बहुत हठी थे उन्होंने विश्वास ग्रहण करने को मना कर दिया और लोगों के सामने पंथ को भला बुरा कहते रहे। सो वह अपने शिष्यों को साथ ले उन्हें छोड़ कर चला गया। और तरन्नुस की पाठशाला में हर दिन विचार विमर्श करने लगा।

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Hindi Holy Bible

9 परन्तु जब कितनों ने कठोर होकर उस की नहीं मानी वरन लोगों के साम्हने इस मार्ग को बुरा कहने लगे, तो उस ने उन को छोड़ कर चेलों को अलग कर लिया, और प्रति दिन तुरन्नुस की पाठशाला में विवाद किया करता था।

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

9 परन्तु जब कुछ लोगों ने कठोर होकर उसकी नहीं मानी वरन् लोगों के सामने इस मार्ग को बुरा कहने लगे, तो उसने उनको छोड़ दिया और चेलों को अलग कर लिया, और प्रतिदिन तुरन्नुस की पाठशाला में वाद–विवाद किया करता था।

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नवीन हिंदी बाइबल

9 परंतु जब कुछ लोगों ने कठोर होकर उसकी नहीं मानी और वे लोगों के सामने इस “मार्ग” को बुरा कहने लगे, तो उसने उन्हें छोड़कर शिष्यों को अलग कर लिया, और तुरन्‍नुस की पाठशाला में प्रतिदिन वाद-विवाद करता रहा।

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सरल हिन्दी बाइबल

9 किंतु, जो कठोर थे, उन्होंने वचन को नहीं माना और सार्वजनिक रूप से इस मत के विषय में बुरे विचारों का प्रचार किया. इसलिये पौलॉस अपने शिष्यों को साथ ले वहां से चले गए. वह तिरान्‍नुस के विद्यालय में गए, जहां वह हर रोज़ भीड़ से परमेश्वर संबंधी विषयों पर बात किया करते थे.

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प्रेरितों के काम 19:9
39 क्रॉस रेफरेंस  

परन्‍तु उन्‍होंने नहीं सुना। जैसे उनके पूर्वज जिद्दी थे, जिन्‍होंने अपने प्रभु परमेश्‍वर पर विश्‍वास नहीं किया था, वैसे ही वे जिद्दी थे।


तुम्‍हारे पूर्वज ऐंठी गरदनवाले लोग थे। तुम उनके समान हठीले मत बनो; किन्‍तु अपने प्रभु परमेश्‍वर के सम्‍मुख विनम्र बनो; और उसके पवित्र स्‍थान में आओ, जिसको उसने सदा-सर्वदा के लिए पवित्र किया है। अपने प्रभु परमेश्‍वर की आराधना और सेवा करो, ताकि उसकी क्रोधाग्‍नि तुमसे दूर हो जाए।


किन्‍तु वे परमेश्‍वर के सन्‍देश-वाहकों का मजाक उड़ाते रहे। उन्‍होंने परमेश्‍वर के सन्‍देश को तुच्‍छ समझा; उसके नबियों की हंसी की। तब अन्‍त में प्रभु की क्रोधाग्‍नि अपने निज लोगों पर भड़क उठी; और उसको बुझाने का किसी में सामर्थ्य न था: कोई इलाज न रह गया।


तूने उन्‍हें चेतावनी दी थी कि वे तेरी धर्म-व्‍यवस्‍था की ओर उन्‍मुख हों। पर उन्‍होंने तेरी प्रति धृष्‍ट व्‍यवहार किया, और तेरी आज्ञाओं का पालन नहीं किया। जिन न्‍याय-सिद्धान्‍तों का पालन करने से मनुष्‍य को जीवन प्राप्‍त होता है, उनका उल्‍लंघन कर उन्‍होंने पाप किया। उन न्‍याय-सिद्धान्‍तों के विरुद्ध हठवादी रुख अपनाया : उनको मानने से इन्‍कार कर दिया।


तुम अपना हृदय कठोर न करना, जैसा तुम्‍हारे पूर्वजों ने उस दिन किया था जब वे मरीबा में, निर्जन प्रदेश के मस्‍सा में थे।


मेरी बात को सुननेवाला मनुष्‍य धन्‍य है। वह प्रतिदिन मेरे द्वार पर आस लगाए खड़ा रहता है; वह मेरी प्रतीक्षा में द्वार पर पलकें बिछाए रहता है।


मैं तुम्‍हारे लिए पवित्र स्‍थान बनूंगा; पर इस्राएली राष्‍ट्र के दोनों राज-परिवारों के लिए ठोकर का पत्‍थर और ठेस की चट्टान तथा यरूशलेम-निवासियों के लिए जाल और फन्‍दा बनूंगा।


‘इस्राएल का परमेश्‍वर, स्‍वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है: जिस विपत्ति की घोषणा मैंने तुम्‍हारे हठ और दुराचरण के कारण की है, वह मैं इस नगर और यहूदा प्रदेश के सब नगरों पर ला रहा हूं; क्‍योंकि तुमने अपना हृदय कठोर बना लिया है, और मेरे वचनों को सुनने से इन्‍कार कर दिया है।’


फिर भी उन्‍होंने मेरी आज्ञा का पालन नहीं किया, और न ही उस पर कान दिया। उन्‍होंने अपना हृदय पत्‍थर-सा कठोर बना लिया, और अपने पूर्वजों से बढ़कर दुष्‍कर्म किए।


उन्‍हें रहने दो; वे अन्‍धों के अन्‍धे पथप्रदर्शक हैं। यदि अन्‍धा अन्‍धे को मार्ग दिखाए तो दोनों ही गड्ढे में गिरेंगे।”


यह दुष्‍ट और व्‍यभिचारिणी पीढ़ी एक चिह्‍न ढूँढ़ती है, परन्‍तु नबी योना के चिह्‍न को छोड़ कर इसे और कोई चिह्‍न नहीं दिया जाएगा।” और येशु उन्‍हें छोड़ कर चले गये।


उस समय येशु ने भीड़ से कहा, “क्‍या तुम लोग मुझे डाकू समझते हो, जो तलवारें और लाठियाँ ले कर मुझे पकड़ने आए हो? मैं तो प्रतिदिन मन्‍दिर में बैठ कर शिक्षा दिया करता था, फिर भी तुम ने मुझे गिरफ्‍तार नहीं किया।


“परमेश्‍वर ने उनकी आँखों को अन्‍धा कर दिया और उनकी बुद्धि कुण्‍ठित कर दी है। परमेश्‍वर ने कहा : कहीं ऐसा न हो कि वे आँखों से देखें, बुद्धि से समझें और मेरी ओर लौट आएँ और मैं उन्‍हें स्‍वस्‍थ कर दूँ।”


और जब वह उन्‍हें मिले तो वह शाऊल को अन्‍ताकिया ले आये। वे दोनों पूरे एक वर्ष तक वहाँ की कलीसिया के साथ रहे और बहुत-से लोगों को शिक्षा देते रहे। सब से पहले अन्‍ताकिया में ही येशु के शिष्‍य ‘मसीही’ कहलाए।


इसका परिणाम यह हुआ कि नगर की जनता में फूट पड़ गयी। कुछ लोगों ने यहूदियों का और कुछ लोगों ने प्रेरितों का पक्ष लिया।


उन में कुछ लोगों ने विश्‍वास किया और वे पौलुस तथा सीलास के साथ सम्‍मिलित हो गये। बहुत-से ईश्‍वर-भक्‍त यूनानियों और अनेक प्रतिष्‍ठित महिलाओं ने भी यही किया।


इन्‍हीं दिनों की बात है : इस मार्ग को ले कर एक भारी दंगा हो गया।


पौलुस उस सभा में जाना चाहते थे, किन्‍तु शिष्‍यों ने जाने नहीं दिया।


इसलिए जागते रहिए और याद रखिए कि मैं आँसू बहा-बहा कर तीन वर्षों तक दिन-रात आप लोगों में हर एक को सावधान करता रहा।


मैंने इस ‘मार्ग’ को नष्‍ट करने के लिए इसके अनुयायियों को बहुत सताया। मैंने इसके स्‍त्री-पुरुषों को बाँध-बाँध कर बन्‍दीगृह में डाल दिया था।


हाँ, एक बात अवश्‍य हुई कि मैंने उनके बीच खड़ा हो कर ऊंचे स्‍वर से यह कहा था, ‘मृतकों के पुनरुत्‍थान के विषय में आज आप लोगों के सामने मुझ पर मुक़दमा चल रहा है’।”


किन्‍तु हम आप से आपके विचार सुनना चाहते हैं, क्‍योंकि हमें मालूम है कि इस पंथ का सर्वत्र विरोध हो रहा है।”


“ओ हठधर्मियो! मन से विधर्मियो, और कान से बहरे लोगो! आप लोग सदा ही पवित्र आत्‍मा का विरोध करते हैं, जैसा कि आपके पूर्वज भी किया करते थे।


दमिश्‍क के सभागृहों के नाम पत्र माँगे, जिन में उसे यह अधिकार दिया गया कि यदि वह वहाँ इस पन्‍थ के अनुयायियों को पाये, तो वह उन्‍हें − चाहे वे पुरुष हों या स्‍त्रियाँ − बाँध कर यरूशलेम ले आये।


तो इसका निष्‍कर्ष क्‍या है? इस्राएल जिस बात की खोज में था, उसे नहीं पा सका, किन्‍तु चुने हुए लोगों ने उसे पा लिया और शेष लोगों का हृदय कठोर बन गया।


इसलिए परमेश्‍वर जिस पर चाहे, दया करता है और जिसे चाहे, हठधर्मी बना देता है।


क्‍योंकि यहाँ उपयोगी कार्य के लिए मेरे सामने एक विशाल द्वार खुला है; किन्‍तु बहुत-से विरोधी भी हैं।


और निरन्‍तर झगड़े उत्‍पन्न होते हैं। यह सब ऐसे लोगों के योग्‍य है, जिनका मन विकृत और सत्‍य से वंचित हो गया है और यह समझते हैं कि भक्‍ति लाभ का एक साधन है।


तुम जानते हो कि आसिया क्षेत्र में सब ने मुझे छोड़ दिया है। उन में फुगिलुस और हेरमोगेनेस भी हैं।


वे भक्‍ति का स्‍वांग तो रचेंगे ही, किन्‍तु इसका वास्‍तविक स्‍वरूप अस्‍वीकार करेंगे। तुम ऐसे लोगों से दूर रहो।


शुभ संदेश सुनाओ, समय-असमय लोगों से आग्रह करते रहो। बड़े धैर्य से तथा शिक्षा देने के उद्देश्‍य से लोगों को समझाओ, डांटो और प्रोत्‍साहित करो;


जब तक “आज” बना रहता है, आप लोग प्रतिदिन एक दूसरे को प्रोत्‍साहन देते जायें, जिससे कोई भी पाप के फन्‍दे में पड़ कर कठोर न बने।


किन्‍तु वे विवेकहीन पशुओं के समान हैं, जो स्‍वभावत: शिकार बनने और मारे जाने के लिए पैदा होते हैं। वे ऐसी बातों की निन्‍दा करते हैं, जिन्‍हें नहीं समझते। वे पशुओं की तरह नष्‍ट हो जायेंगे


बहुत-से लोग उनकी विलासिता का अनुसरण करेंगे और उनके कारण सत्‍य के मार्ग की निन्‍दा होगी।


परन्‍तु ये व्यक्‍ति उन बातों की निन्‍दा करते हैं, जिन्‍हें वे नहीं समझते और जो बातें ये विवेकहीन पशुओं की तरह सहज ही समझते हैं, इनके कारण वे नष्‍ट हो जाते हैं।


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