एलीशा ने उससे कहा, ‘सेनापति तुझसे भेंट करने के लिए रथ से उतरा था। क्या यह बात मेरे हृदय से छिपी है? यह सच है कि अब तेरे पास रुपया-पैसा हो गया, और तू उससे बाग-बगीचे, जैतून के कुंज, अंगूर-उद्यान, भेड़-बकरी, गाय-बैल, दास-दासियां खरीद सकता है।
प्रेरितों के काम 8:31 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उसने उत्तर दिया, “जब तक कोई मेरा मार्गदर्शन न करे, तब तक मैं कैसे समझ सकता हूँ?” उसने फिलिप से निवेदन किया कि वह रथ पर चढ़ कर उसके साथ बैठ जाये। पवित्र बाइबल उसने कहा, “मैं भला तब तक कैसे समझ सकता हूँ, जब तक कोई मुझे इसकी व्याख्या नहीं करे?” फिर उसने फिलिप्पुस को रथ पर अपने साथ बैठने को बुलाया। Hindi Holy Bible उस ने कहा, जब तक कोई मुझे न समझाए तो मैं क्योंकर समझूं और उस ने फिलेप्पुस से बिनती की, कि चढ़कर मेरे पास बैठ। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उसने कहा, “जब तक कोई मुझे न समझाए तो मैं कैसे समझूँ?” और उसने फिलिप्पुस से विनती की कि वह चढ़कर उसके पास बैठे। नवीन हिंदी बाइबल उसने उत्तर दिया, “जब तक कोई मुझे न समझाए, मैं कैसे समझ सकता हूँ?” और उसने फिलिप्पुस से विनती की कि वह चढ़कर उसके साथ बैठे। सरल हिन्दी बाइबल “भला मैं इसे कैसे समझ सकता हूं जब तक कोई मुझे ये सब न समझाए?” मंत्री ने उत्तर दिया. इसलिये उसने फ़िलिप्पॉस से रथ में बैठने की विनती की. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उसने कहा, “जब तक कोई मुझे न समझाए तो मैं कैसे समझूँ?” और उसने फिलिप्पुस से विनती की, कि चढ़कर उसके पास बैठे। |
एलीशा ने उससे कहा, ‘सेनापति तुझसे भेंट करने के लिए रथ से उतरा था। क्या यह बात मेरे हृदय से छिपी है? यह सच है कि अब तेरे पास रुपया-पैसा हो गया, और तू उससे बाग-बगीचे, जैतून के कुंज, अंगूर-उद्यान, भेड़-बकरी, गाय-बैल, दास-दासियां खरीद सकता है।
वहां एक राजमार्ग होगा, वह ‘पवित्र मार्ग’ कहलाएगा। कोई अपवित्र प्राणी उस पर नहीं चलेगा। मूर्ख उस पर पैर भी नहीं रख सकेंगे।
मैं तुम से सच कहता हूँ; जो मनुष्य छोटे बालक की तरह परमेश्वर का राज्य ग्रहण नहीं करता, वह उस में प्रवेश नहीं करेगा।”
फ़िलिप दौड़ कर ख़ोजे के पास पहुंचा और उसे नबी यशायाह का ग्रन्थ पढ़ते सुन कर पूछा, “आप जो पढ़ रहे हैं, क्या उसे समझते हैं?”
वह धर्मग्रन्थ का यह प्रसंग पढ़ रहा था : ‘जैसे भेड़ को वध के लिए ले जाया जाता है, और मेमना ऊन कतरने वाले के सामने नि:शब्द रहता है, वैसे ही उसने अपना मुँह नहीं खोला।
परन्तु यदि लोगों को उस में विश्वास नहीं, तो वे उसकी दुहाई कैसे दे सकते हैं? यदि उन्होंने उसके विषय में कभी सुना नहीं, तो उस में विश्वास कैसे कर सकते हैं? यदि कोई प्रचारक न हो, तो वे उसके विषय में कैसे सुन सकते हैं?
कोई भी अपने को धोखा न दे। यदि आप में से कोई स्वयं को संसार की दृष्टि से ज्ञानी समझता हो, तो वह सचमुच ज्ञानी बनने के लिए अपने को मूर्ख बना ले;
यदि कोई समझता है कि वह कुछ जानता है, तो वह अब तक यह नहीं जानता कि किस प्रकार जानना चाहिए।
इसलिए आप लोग हर प्रकार की मलिनता और समस्त बुराई को दूर कर नम्रतापूर्वक परमेश्वर का वह वचन ग्रहण करें, जो आप में रोपा गया है और आपकी आत्मा का उद्धार करने में समर्थ है।