एलीशा पीछे मुड़े। उन्होंने लड़कों को देखा, और प्रभु के नाम से उन्हें शाप दिया। उसी क्षण जंगल से दो रीछनियां निकलीं और उन्होंने बयालीस लड़कों को चीर-फाड़ दिया।
प्रेरितों के काम 5:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) हनन्याह ये बातें सुन कर गिर पड़ा और उसके प्राण निकल गये। सब सुनने वालों पर बड़ा भय छा गया। पवित्र बाइबल हनन्याह ने जब ये शब्द सुने तो वह पछाड़ खाकर गिर पड़ा और दम तोड़ दिया। जिस किसी ने भी इस विषय में सुना, सब पर गहरा भय छा गया। फिर जवान लोगों ने उठ कर उसे कफ़न में लपेटा और बाहर ले जाकर गाड़ दिया। Hindi Holy Bible ये बातें सुनते ही हनन्याह गिर पड़ा, और प्राण छोड़ दिए; और सब सुनने वालों पर बड़ा भय छा गया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) ये बातें सुनते ही हनन्याह गिर पड़ा और प्राण छोड़ दिए, और सब सुननेवालों पर बड़ा भय छा गया। नवीन हिंदी बाइबल इन शब्दों को सुनते ही हनन्याह गिर पड़ा और दम तोड़ दिया; और सब सुननेवालों पर बड़ा भय छा गया। सरल हिन्दी बाइबल यह शब्द सुनते ही हननयाह भूमि पर गिर पड़ा और उसकी मृत्यु हो गई. जितनों ने भी इस घटना के विषय में सुना उन सब पर आतंक छा गया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 ये बातें सुनते ही हनन्याह गिर पड़ा, और प्राण छोड़ दिए; और सब सुननेवालों पर बड़ा भय छा गया। |
एलीशा पीछे मुड़े। उन्होंने लड़कों को देखा, और प्रभु के नाम से उन्हें शाप दिया। उसी क्षण जंगल से दो रीछनियां निकलीं और उन्होंने बयालीस लड़कों को चीर-फाड़ दिया।
उस दिन दाऊद परमेश्वर से डर गया। उसने कहा, ‘मैं कैसे परमेश्वर की मंजूषा को अपने पास रख सकता हूँ?’
हमारा प्रभु परमेश्वर पहली बार हम पर इसलिए टूट पड़ा था; क्योंकि आप लोग उसकी मंजूषा को उठाकर नहीं लाए थे। इसके अतिरिक्त हमने विधि के अनुसार कार्य नहीं किया था और उसकी उपेक्षा की थी।’
तब सब मनुष्य भयभीत होंगे, और परमेश्वर के कार्य को घोषित करेंगे, और उनके व्यवहार को समझेंगे।
अत: स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु परमेश्वर यों कहता है: ‘उन्होंने तुझे “हवा” कहा है, इसलिए देख, मैं तेरे मुंह में अपने शब्दों को अग्नि बना दूंगा, और यहूदा प्रदेश की जनता तथा यरूशलेम के निवासियों को सूखी लकड़ी! मेरे अग्निमय वचन उन्हें भस्म कर देंगे।’
जब मैं यह नबूवत कर रहा था, तब अचानक पलत्याह बेन-बनायाह मर गया। मैं भय से अपने मुंह के बल भूमि पर गिरा, और ऊंची आवाज में प्रभु की दुहाई दी। मैंने कहा, ‘स्वामी-प्रभु! क्या तू इस्राएली कौम के बचे हुए लोगों का भी अंत कर देगा?’
मूसा ने हारून से कहा, ‘प्रभु ने यही बात कही थी : “अपने निकटवर्ती लोगों के मध्य, मैं स्वयं को पवित्र सिद्ध करूँगा; समस्त लोगों के सम्मुख मैं अपनी महिमा करूँगा।” ’ परन्तु हारून मौन रहा।
अब देख, प्रभु का हाथ तेरे विरुद्ध उठा है। तू अन्धा हो जायेगा और कुछ समय तक सूर्य का प्रकाश नहीं देख सकेगा।” उसी क्षण उस की आँखों के सामने धुंधलापन और अंधेरा छा गया और वह इधर-उधर टटोलने लगा कि कोई उसका हाथ पकड़ कर उसे ले चले।
सब लोगों पर भय छाया हुआ था, क्योंकि प्रेरितों द्वारा बहुत अद्भुत कार्य एवं चिह्न दिखाए गये थे।
दूसरे लोगों में किसी को भी उन में सम्मिलित होने का साहस नहीं होता था, फिर भी जनता उनकी प्रशंसा करती थी।
आखिर आप लोग क्या चाहते हैं? क्या मैं छड़ी लिये आप के पास आऊं या प्रेम और कोमलता का भाव ले कर?
मैं दूर रहते हुए ये बातें इसलिए लिख रहा हूँ कि आप के यहाँ रहते हुए मुझे, प्रभु द्वारा प्रदत्त अधिकार के अनुसार, आप लोगों के साथ कठोर व्यवहार न करना पड़े; क्योंकि मुझे यह अधिकार आप के विनाश के लिए नहीं, बल्कि आप के आध्यात्मिक निर्माण के लिए मिला है।
जब मैं दूसरी बार आप के यहाँ आया, तो उन लोगों से, जिन्होंने पहले पाप किया था, और अन्य सभी लोगों से भी, मैंने जो बात कही थी, वही पहुँचने से पहले दुहरा रहा हूँ कि मैं लौटने पर किसी पर दया नहीं करूँगा;
आप देखते हैं कि आपने जो दु:ख परमेश्वर की इच्छानुसार स्वीकार किया, उससे आप में कितनी निष्ठा उत्पन्न हुई, अपनी सफाई देने की कितनी तत्परता, कितना रोष, कितनी आशंका, कितनी अभिलाषा, कितना उत्साह और न्याय चुकाने की कितनी इच्छा! इस प्रकार आपने इस मामले में हर तरह से निर्दोष होने का प्रमाण दिया है।
समस्त इस्राएली इस घटना के विषय में सुनेंगे, और भयभीत होंगे। वे ऐसा बुरा कर्म तेरे मध्य पुन: नहीं करेंगे।
तब नगर के सब मनुष्य पत्थरों से मार कर उसका वध करेंगे। इस प्रकार तू इस बुराई को अपने मध्य से दूर करना। समस्त इस्राएली इस दण्ड को सुनकर भयभीत होंगे।
जेरह के पुत्र आकन की घटना स्मरण करो। उसने प्रभु के लिए अर्पित लूट की सामग्री के विषय में विश्वास-भंग किया था, और समस्त इस्राएली मंडली के प्रति प्रभु का क्रोध भड़क उठा था। अपने अधर्म के कारण न केवल वह नष्ट हुआ था, वरन् उसके साथ अन्य लोग भी।” ’
उसी समय भारी भूकम्प हुआ और नगर का दसवाँ भाग मिट्टी में मिल गया। सात हजार लोग भूकम्प में मर गये और जो बच गये, उन्होंने भयभीत हो कर स्वर्ग के परमेश्वर की स्तुति की।
यदि कोई इन्हें हानि पहुँचाना चाहता है, तो इनके मुख से आग निकलती है और वह इनके शत्रुओं को नष्ट कर देती है। जो इन्हें हानि पहुँचाना चाहेगा, उसे इसी प्रकार मरना होगा।