एक दिन येशु अपने शिष्यों के साथ नाव पर चढ़े और उनसे बोले, “आओ, हम झील के उस पार चलें।” वे चल पड़े।
प्रेरितों के काम 27:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) हम आसिया प्रदेश के बन्दरगाहों को जाने वाले अद्रमुत्तियुम नगर के एक जहाज पर सवार हो कर रवाना हो गये। मकिदुनिया देश के थिस्सलुनीके नगर का रहने वाला अरिस्तर्खुस नामक एक विश्वासी भी हमारे साथ था। पवित्र बाइबल अद्रमुत्तियुम से हम एक जहाज़ पर चढ़े जो एशिया के तटीय क्षेत्रों से हो कर जाने वाला था और समुद्र यात्रा पर निकल पड़े। थिस्सलुनीके निवासी एक मकदूनी, जिसका नाम अरिस्तर्खुस था, भी हमारे साथ था। Hindi Holy Bible और अद्रमुत्तियुम के एक जहाज पर जो आसिया के किनारे की जगहों में जाने पर था, चढ़कर हम ने उसे खोल दिया, और अरिस्तर्खुस नाम थिस्सलुनीके का एक मकिदूनी हमारे साथ था। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) अद्रमुत्तियुम के एक जहाज पर जो आसिया के किनारे की जगहों में जाने पर था, चढ़कर हम ने उसे खोल दिया, और अरिस्तर्खुस नामक थिस्सलुनीके का एक मकिदूनी हमारे साथ था। नवीन हिंदी बाइबल अद्रमुत्तियुम का एक जहाज़ आसिया के किनारे के स्थानों से होता हुआ जाने वाला था। हम उस पर चढ़कर रवाना हुए। थिस्सलुनीके का मकिदुनियावासी अरिस्तर्खुस भी हमारे साथ था। सरल हिन्दी बाइबल हम सब आद्रामुत्तेयुम नगर के एक जलयान पर सवार हुए, जो आसिया प्रदेश के समुद्र के किनारे के नगरों से होते हुए जाने के लिए तैयार था. जलमार्ग द्वारा हमारी यात्रा शुरू हुई. आरिस्तारख़ॉस भी हमारा साथी यात्री था, जो मकेदोनिया प्रदेश के थेस्सलोनिकेयुस नगर का वासी था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 अद्रमुत्तियुम के एक जहाज पर जो आसिया के किनारे की जगहों में जाने पर था, चढ़कर हमने उसे खोल दिया, और अरिस्तर्खुस नामक थिस्सलुनीके का एक मकिदुनी हमारे साथ था। |
एक दिन येशु अपने शिष्यों के साथ नाव पर चढ़े और उनसे बोले, “आओ, हम झील के उस पार चलें।” वे चल पड़े।
वह पौलुस और हम लोगों के पीछे लग गई और चिल्लाने लगी, “ये लोग सर्वोच्च परमेश्वर के सेवक हैं और आप लोगों को मुक्ति का मार्ग बताते हैं।”
वे अम्फिपुलिस तथा अपुल्लोनिया नगरों से होते हुए थिस्सलुनीके पहुँचे, जहाँ यहूदियों का एक सभागृह था।
अनेक जादू-टोना करने वालों ने अपनी पुस्तकों को एकत्र कर सबके सामने जला दिया। जब लोगों ने हिसाब लगाया, तो पता चला कि उन पुस्तकों का मूल्य पचास हजार चांदी के सिक्के था।
समस्त नगर में खलबली मच गयी। वे गायुस और अरिस्तर्खुस को, जो मकिदुनिया के निवासी और पौलुस के सहयात्री थे, घसीट कर ले गये और सब मिल कर नाट्यशाला की ओर दौड़ पड़े।
जब ये दिन पूरे हुए और हम विदा लेकर जाने वाले थे, तो सब लोग, स्त्रियों तथा बच्चों सहित, नगर के बाहर तक हमें पहुंचाने आये। हमने समुद्र-तट पर घुटने टेक कर प्रार्थना की
इसलिए लोगों ने बहुत उपहार देकर हमारा आदर-सम्मान किया और जब हम वहाँ से चलने लगे, तो जो कुछ हमें जरूरी था, उन्होंने वह सब जुटा दिया।
जब हम रोम पहुंचे, तो पौलुस को यह अनुमति मिल गई कि वह पहरा देने वाले सैनिक के साथ जहाँ चाहें, रह सकते हैं।
वहाँ के निवासियों ने हमारे साथ बड़ा अच्छा व्यवहार किया। पानी बरसने लगा था और ठण्ड पड़ रही थी, इसलिए उन्होंने आग जला कर हम-सब का स्वागत किया।
अरिस्तर्खुस, जो मेरे साथ कैदी हैं, और बरनबास का भांजा मारकुस आप लोगों को नमस्कार कहते हैं। मारकुस के विषय में आप को अनुदेश मिल चुके हैं। यदि वह आप लोगों के यहाँ आयें, तो उनका स्वागत करें।