वे यह सब मेरे नाम के कारण तुम लोगों के साथ करेंगे, क्योंकि जिसने मुझे भेजा है, उसे वे नहीं जानते।
प्रेरितों के काम 26:9 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) “मैं स्वयं इस बात से कायल हो चुका था कि मुझे हर तरह से येशु नासरी के नाम का विरोध करना चाहिये। पवित्र बाइबल “मैं भी सोचा करता था नासरी यीशु के नाम का विरोध करने के लिए जो भी बन पड़े, वह बहुत कुछ करूँ। Hindi Holy Bible मैं ने भी समझा था कि यीशु नासरी के नाम के विरोध में मुझे बहुत कुछ करना चाहिए। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “मैं ने भी समझा था कि यीशु नासरी के नाम के विरोध में मुझे बहुत कुछ करना चाहिए। नवीन हिंदी बाइबल वास्तव में, मैंने भी सोचा था कि यीशु नासरी के नाम के विरुद्ध मुझे बहुत कुछ करना चाहिए; सरल हिन्दी बाइबल “मेरी अपनी मान्यता भी यही थी कि नाज़रेथवासी येशु के नाम के विरोध में मुझे बहुत कुछ करना ज़रूरी है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “मैंने भी समझा था कि यीशु नासरी के नाम के विरोध में मुझे बहुत कुछ करना चाहिए। |
वे यह सब मेरे नाम के कारण तुम लोगों के साथ करेंगे, क्योंकि जिसने मुझे भेजा है, उसे वे नहीं जानते।
इस पर पौलुस ने कहा, “आप लोग यह क्या कह रहे हैं? आप रो-रो कर मेरा हृदय क्यों दु:खी कर रहे हैं? मैं प्रभु येशु के नाम के कारण यरूशलेम में न केवल बँधने, बल्कि मरने को भी तैयार हूँ।”
“मैं यहूदी हूँ। मेरा जन्म किलिकिया के तरसुस नगर में हुआ था, किन्तु मैंने इस नगर में गमालिएल के चरणों में बैठकर अपनी शिक्षा-दीक्षा पाई। पूर्वजों की व्यवस्था का मैंने विधिवत् अध्ययन किया। मैं परमेश्वर का वैसा ही उत्साही उपासक बना, जैसे आप सब हैं।
मैंने इस ‘मार्ग’ को नष्ट करने के लिए इसके अनुयायियों को बहुत सताया। मैंने इसके स्त्री-पुरुषों को बाँध-बाँध कर बन्दीगृह में डाल दिया था।
मैंने उत्तर दिया, ‘प्रभु! आप कौन हैं!’ उन्होंने मुझ से कहा, ‘मैं येशु नासरी हूँ, जिस को तू सता रहा है।’
हमारा अनुभव है कि यह मनुष्य संक्रामक रोग के सदृश है। यह दुनिया भर के सब यहूदियों में आंदोलन करता-फिरता है और नासरी कुपंथ का मुखिया है।
“भाइयो! मैं जानता हूँ कि आप लोग, और आपके शासक भी, यह नहीं जानते थे कि वे क्या कर रहे हैं।
किन्तु पतरस ने कहा, “मेरे पास न तो चाँदी है और न सोना। मेरे पास जो है, वही तुम्हें देता हूँ : नासरत-निवासी येशु मसीह के नाम से उठो और चलो-फिरो!”
शाऊल पर अब भी प्रभु के शिष्यों को धमकाने तथा मार डालने की धुन सवार थी। उसने प्रधान महापुरोहित के पास जा कर
मैं उनके विषय में यह साक्षी दे सकता हूँ कि उन में परमेश्वर के प्रति उत्साह है, किन्तु यह उत्साह विवेकपूर्ण नहीं है।
मेरा धर्मोत्साह ऐसा था कि मैंने कलीसिया पर अत्याचार किया। व्यवस्था पर आधारित धार्मिकता की दृष्टि से मैं निर्दोष था।
मैं तो पहले ईश-निन्दक, अत्याचारी और उद्दण्ड था; किन्तु मुझ पर दया की गयी है, क्योंकि अविश्वास के कारण मैं यह नहीं जानता था कि मैं क्या कर रहा हूँ।
अत: नगर के लोगों ने योआश से कहा, ‘अपने पुत्र को बाहर निकालो। उसका वध किया जाएगा, क्योंकि उसने बअल देवता की वेदी को तोड़ा है। वेदी के समीप अशेराह देवी के खंभों को काटा है।’