प्रेरितों के काम 26:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) “महाराज अग्रिप्पा! यहूदियों ने मुझ पर बहुत-से अभियोग लगाये हैं। इस सम्बन्ध में मैं आज आपके सामने अपनी सफ़ाई दे रहा हूँ; यह मैं अपना सौभाग्य मानता हूँ, पवित्र बाइबल “हे राजा अग्रिप्पा! मैं अपने आप को भाग्यवान समझता हूँ कि यहूदियों ने मुझ पर जो आरोप लगाये हैं, उन सब बातों के बचाव में, मैं तेरे सामने बोलने जा रहा हूँ। Hindi Holy Bible हे राजा अग्रिप्पा, जितनी बातों का यहूदी मुझ पर दोष लगाते हैं, आज तेरे साम्हने उन का उत्तर देने में मैं अपने को धन्य समझता हूं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “हे राजा अग्रिप्पा, जितनी बातों का यहूदी मुझ पर दोष लगाते हैं, आज तेरे सामने उनका उत्तर देने में मैं अपने को धन्य समझता हूँ, नवीन हिंदी बाइबल “हे राजा अग्रिप्पा, जो आरोप यहूदियों द्वारा मुझ पर लगाए गए हैं, उन सब के विषय में आज तेरे सामने मैं अपने बचाव में बोलते हुए अपने आपको धन्य समझता हूँ; सरल हिन्दी बाइबल “महाराज अग्रिप्पा, आज मैं स्वयं को धन्य मान रहा हूं, जो मैं यहां यहूदियों द्वारा लगाए गए आरोपों के विरुद्ध उत्तर देनेवाले के रूप में आपके सामने खड़ा हुआ हूं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “हे राजा अग्रिप्पा, जितनी बातों का यहूदी मुझ पर दोष लगाते हैं, आज तेरे सामने उनका उत्तर देने में मैं अपने को धन्य समझता हूँ, |
“जब वे तुम्हें पकड़वाएँ तब यह चिन्ता नहीं करना कि तुम कैसे बोलोगे और क्या कहोगे; क्योंकि जो शब्द तुमको कहने होंगे वे उस समय तुम्हें दिये जाएँगे।
“जब वे तुम्हें सभागृहों, न्यायाधीशों और शासकों के सामने खींच ले जाएँगे, तो यह चिन्ता न करना कि तुम कैसे और क्या उत्तर दोगे अथवा अपनी ओर से क्या कहोगे;
“यह सब घटित होने के पूर्व लोग मेरे नाम के कारण तुम पर हाथ डालेंगे, तुम पर अत्याचार करेंगे, तुम्हें सभागृहों तथा बन्दीगृहों के हवाले कर देंगे और राजाओं तथा शासकों के सामने खींच ले जाएँगे।
हमारे प्रभु सम्राट को इसके विषय में लिखने की कोई निश्चित सामग्री मेरे पास नहीं है; इसलिए मैंने इस आशा से आप लोगों के सामने और विशेष रूप से आप ही के सामने, हे महाराज अग्रिप्पा! इस व्यक्ति को उपस्थित किया है, कि इसकी जाँच के बाद मुझे कुछ लिखने का आधार मिल जाये।
राजा अग्रिप्पा ने पौलुस से कहा, “तुम्हें अपने सम्बन्ध में बोलने की अनुमति है।” इस पर पौलुस ने अपना हाथ उठाया और अपने पक्ष का समर्थन करते हुए कहा :
“इस कारण, हे महाराज अग्रिप्पा! मैंने उस स्वर्गिक दर्शन की आज्ञा का उल्लंघन नहीं किया।
महाराज को इन बातों की जानकारी है, इसलिए मैं उनके सामने निस्संकोच बोल रहा हूं। मुझे निश्चय है कि इन बातों में एक भी इन से छिपी हुई नहीं है; क्योंकि यह घटना किसी अंधेरी कोठरी में नहीं घटी है।
क्योंकि आप यहूदियों की सब प्रथाओं तथा विवादों से विशेष रूप से परिचित हैं। मेरी प्रार्थना है कि आप धैर्यपूर्वक मेरी बात सुनें।
इसी प्रतिज्ञा की पूर्ति के लिए हमारे बारह कुल उत्साह से दिन-रात परमेश्वर की उपासना करते हैं। महाराज! इसी आशा के सम्बन्ध में यहूदी अधिकारी मुझ पर अभियोग लगाते हैं।