सम्राट क्षयर्ष भारतवर्ष से इथियोपिआ देश तक एक सौ सत्ताईस प्रदेशों पर राज्य करता था। उसके राज्यकाल में यह घटना घटी :
प्रेरितों के काम 23:34 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) राज्यपाल ने पत्र पढ़ कर पौलुस से पूछा कि वह किस प्रदेश के हैं। यह जान कर कि वह किलिकिया के हैं, पवित्र बाइबल राज्यपाल ने पत्र पढ़ा और पौलुस से पूछा कि वह किस प्रदेश का निवासी है। जब उसे पता चला कि वह किलिकिया का रहने वाला है Hindi Holy Bible उस ने पढ़कर पूछा यह किस देश का है? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उसने चिट्ठी पढ़कर पूछा, “यह किस प्रान्त का है?” और जब जान लिया कि किलिकिया का है नवीन हिंदी बाइबल उसने पत्र पढ़कर पूछा कि वह किस प्रांत का है, और यह जानकर कि वह किलिकिया का है, सरल हिन्दी बाइबल पत्र पढ़कर राज्यपाल ने पौलॉस से प्रश्न किया कि वह किस प्रदेश के हैं. यह मालूम होने पर कि वह किलिकिया प्रदेश के हैं इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उसने पढ़कर पूछा, “यह किस प्रदेश का है?” और जब जान लिया कि किलिकिया का है; |
सम्राट क्षयर्ष भारतवर्ष से इथियोपिआ देश तक एक सौ सत्ताईस प्रदेशों पर राज्य करता था। उसके राज्यकाल में यह घटना घटी :
तीसरे महीने अर्थात् सीवान महीने की तेईसवीं तारीख थी। उसी दिन सम्राट के सचिव बुलाए गए। उन्होंने मोरदकय के निर्देश के अनुसार यहूदियों के सम्बन्ध में भारतवर्ष से इथियोपिआ देश तक − एक सौ सत्ताईस प्रदेशों के शासकों, क्षत्रपों और राज्यपालों को राजाज्ञा लिखी। यह राजाज्ञा प्रत्येक राष्ट्र की भाषा तथा उसकी लिपि में लिखी गई। इनके अतिरिक्त यह राजाज्ञा यहूदियों की भाषा और लिपि में भी लिखी गई।
दानिएल के निवेदन पर राजा नबूकदनेस्सर ने शद्रक, मेशक और अबेदनगो को बेबीलोन देश के शासन-कार्यों की व्यवस्था करने के लिए नियुक्त किया। पर स्वयं दानिएल राजदरबार में ही रहता था।
सम्राट दारा ने अपने सम्पूर्ण साम्राज्य में शासन करने के लिए एक सौ बीस क्षत्रप नियुक्त किए। उसको अपना यह कार्य उचित लगा।
उन्होंने सीरिया देश तथा किलिकिया का भ्रमण किया और कलीसियाओं को विश्वास में दृढ़ किया।
पौलुस ने कहा, “मैं यहूदी हूँ और किलिकिया के तरसुस नगर का निवासी हूँ। मैं किसी साधारण नगर का नागरिक नहीं हूं। मेरा निवेदन है कि आप मुझे भीड़ को सम्बोधित करने की अनुमति दें।”
‘दास्यमुक्त लोगों का सभागृह’ कहलाने वाले सभागृह के कुछ सदस्य और कुरेने तथा सिकन्दरिया नगरों और किलिकिया तथा आसिया प्रदेशों के कुछ लोग स्तीफनुस का विरोध करने लगे। वे उससे वाद-विवाद करने आये।