प्रभु के दूत ने पूछा, ‘सारय की दासी हागार, तू कहाँ से आ रही है, और कहाँ जा रही है?’ उसने उत्तर दिया, ‘मैं अपनी स्वामिनी सारय के पास से भाग रही हूं।’
प्रेरितों के काम 22:7 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैं भूमि पर गिर पड़ा और मैंने एक आवाज सुनी। कोई मुझसे कह रहा था, ‘शाऊल! शाऊल! तू मुझे क्यों सता रहा है?’ पवित्र बाइबल मैं धरती पर जा पड़ा। तभी मैंने एक आवाज़ सुनी जो मुझसे कह रही थी, ‘शाऊल, ओ शाऊल! तू मुझे क्यों सता रहा है?’ Hindi Holy Bible और मैं भूमि पर गिर पड़ा: और यह शब्द सुना, कि हे शाऊल, हे शाऊल, तू मुझे क्यों सताता है? मैं ने उत्तर दिया, कि हे प्रभु, तू कौन है? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और मैं भूमि पर गिर पड़ा और यह शब्द सुना, ‘हे शाऊल, हे शाऊल, तू मुझे क्यों सताता है?’ नवीन हिंदी बाइबल और मैं भूमि पर गिर पड़ा और एक आवाज़ मुझसे यह कहते हुए सुनाई दी,‘शाऊल, हे शाऊल, तू मुझे क्यों सताता है?’ सरल हिन्दी बाइबल और मैं भूमि पर गिर पड़ा. तभी मुझे संबोधित करता एक शब्द सुनाई दिया, ‘शाऊल! शाऊल! तुम मुझे क्यों सता रहे हो?’ इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और मैं भूमि पर गिर पड़ा: और यह वाणी सुनी, ‘हे शाऊल, हे शाऊल, तू मुझे क्यों सताता है?’ |
प्रभु के दूत ने पूछा, ‘सारय की दासी हागार, तू कहाँ से आ रही है, और कहाँ जा रही है?’ उसने उत्तर दिया, ‘मैं अपनी स्वामिनी सारय के पास से भाग रही हूं।’
इन घटनाओं के पश्चात् परमेश्वर ने अब्राहम की परीक्षा ली। उसने उन्हें पुकारा, ‘अब्राहम!’ उन्होंने उत्तर दिया ‘क्या आज्ञा है?’
किन्तु प्रभु के दूत ने स्वर्ग से उन्हें पुकार कर कहा, ‘अब्राहम! अब्राहम!’ वह बोले, ‘क्या आज्ञा है?’
जब प्रभु परमेश्वर ने देखा कि मूसा झाड़ी को देखने के लिए आ रहे हैं तब उसने झाड़ी के मध्य से मूसा को पुकारा, ‘मूसा! मूसा!!’ वह बोले, ‘क्या आज्ञा है?’
प्रभु तुमसे यों कहता है : ‘तुम्हारे पूर्वजों ने मुझ मे कौन-सी त्रुटि पायी थी कि वे मुझ से दूर हो गए? और निस्सार देवता का अनुसरण कर स्वयं निस्सार बन गए?
इसलिए, ओ इस्राएलियो! मैं तुम पर दोष लगाता हूं, और तुम्हारी पीढ़ी दर पीढ़ी दोष लगाता रहूंगा,’ प्रभु की यह वाणी है।
“तब राजा उन्हें उत्तर देगा, ‘मैं तुम लोगों से सच कहता हूँ : जो कुछ तुम ने मेरे इन छोटे से छोटे भाई-बहिनों में से किसी एक के लिए नहीं किया, वह तुम ने मेरे लिए भी नहीं किया।’
पिलातुस ने पूछा, “क्यों? इसने कौन-सा अपराध किया है?” किन्तु वे और भी जोर से चिल्ला उठे, “इसे क्रूस पर चढ़ाया जाए!”
“जब मैं यात्रा करते-करते दमिश्क के पास पहुँचा, तो दोपहर के लगभग एकाएक आकाश से एक प्रचण्ड ज्योति मेरे चारों ओर चमक उठी।
मैंने उत्तर दिया, ‘प्रभु! आप कौन हैं!’ उन्होंने मुझ से कहा, ‘मैं येशु नासरी हूँ, जिस को तू सता रहा है।’
वह भूमि पर गिर पड़ा और उसने एक आवाज सुनी। कोई उससे कह रहा था, “शाऊल! शाऊल! तू मुझे क्यों सता रहा है?”
मैं तो पहले ईश-निन्दक, अत्याचारी और उद्दण्ड था; किन्तु मुझ पर दया की गयी है, क्योंकि अविश्वास के कारण मैं यह नहीं जानता था कि मैं क्या कर रहा हूँ।
तब प्रभु आ खड़ा हुआ। उसने पहले के समान शमूएल को पुकारा, ‘शमूएल! शमूएल!!’ शमूएल ने उत्तर दिया, ‘प्रभु, बोल! मैं, तेरा सेवक, सुन रहा हूँ।’