फिर मैंने परमेश्वर के आत्मा के द्वारा यह दर्शन देखा : आत्मा ने मुझे उठाया और कसदी देश में निष्कासित मेरे जाति-बन्धुओं में मुझे पहुंचा दिया। इसके पश्चात् दर्शन लुप्त हो गया।
प्रेरितों के काम 10:10 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उस समय उन्हें भूख लगी और भोजन करने की इच्छा हुई। लोग भोजन बना ही रहे थे कि पतरस आत्मा से आविष्ट हो गये। पवित्र बाइबल उसे भूख लगी, सो वह कुछ खाना चाहता था। वे जब भोजन तैयार कर ही रहे थे तो उसकी समाधि लग गयी। Hindi Holy Bible और उसे भूख लगी, और कुछ खाना चाहता था; परन्तु जब वे तैयार कर रहे थे, तो वह बेसुध हो गया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उसे भूख लगी और कुछ खाना चाहता था, परन्तु जब वे तैयारी कर रहे थे तो वह बेसुध हो गया; नवीन हिंदी बाइबल तब उसे भूख लगी और वह कुछ खाना चाहता था; परंतु जब वे तैयारी कर ही रहे थे कि वह बेसुध हो गया, सरल हिन्दी बाइबल वहां उन्हें भूख लगी और कुछ खाने की इच्छा बहुत बढ़ गई. जब भोजन तैयार किया ही जा रहा था, पेतरॉस ध्यानमग्न हो गए. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उसे भूख लगी और कुछ खाना चाहता था, परन्तु जब वे तैयार कर रहे थे तो वह बेसुध हो गया। |
फिर मैंने परमेश्वर के आत्मा के द्वारा यह दर्शन देखा : आत्मा ने मुझे उठाया और कसदी देश में निष्कासित मेरे जाति-बन्धुओं में मुझे पहुंचा दिया। इसके पश्चात् दर्शन लुप्त हो गया।
मैंने परमेश्वर के दर्शन देखे। परमेश्वर ने अपने दर्शन में मुझे इस्राएल देश में पहुंचाया, और वहां एक अत्यन्त ऊंचे पहाड़ पर खड़ा कर दिया। मैंने देखा कि मेरे सामने नगर के आकार-सा कुछ है।
यह परमेश्वर के शब्द सुननेवाले व्यक्ति की वाणी है, जो सर्वोच्च के ज्ञान को जाननेवाला ज्ञानी है, जो सर्वशक्तिमान के दर्शन को देखनेवाला दर्शी है, जो गिरता है, जिसकी आंखें खुली रहती हैं :
यह परमेश्वर के वचन सुनने वाले व्यक्ति की वाणी है, जो सर्वशक्तिमान के दर्शन को देखनेवाला दर्शी है; जो गिरता है, जिसकी आंखें खुली रहती हैं;
“मैं याफा नगर में प्रार्थना करते समय आत्मा से आविष्ट हो गया। मैंने दर्शन देखा कि लम्बी-चौड़ी चादर-जैसा कोई पात्र स्वर्ग से उतर रहा है और उसके चारों कोने मेरे पास नीचे रखे जा रहे हैं।
“जब मैं यरूशलेम लौटा और मन्दिर में प्रार्थना कर रहा था, तो मैं आत्मा से आविष्ट हो गया।
मैं प्रभु-दिवस पर आत्मा से आविष्ट हो गया और मैंने अपने पीछे तुरही- जैसी वाणी को उच्च स्वर से यह कहते सुना,