दाऊद ने चिट्ठी डालकर उनको दलों में संगठित किया था। सबका ऐसा ही निर्वाचन किया गया था, क्योंकि एलआजर और ईतामार दोनों के वंशजों में पवित्र-स्थान के अधिकारी तथा परमेश्वर के अधिकारी थे।
प्रेरितों के काम 1:26 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उन्होंने उन दोनों के लिए चिट्ठी डाली। चिट्ठी मत्तियस के नाम निकली और वह ग्यारह प्रेरितों के साथ सम्मिलित कर लिया गया। पवित्र बाइबल फिर उन्होंने उनके लिये पर्चियाँ डाली और पर्ची मत्तियाह के नाम की निकली। इस तरह वह ग्यारह प्रेरितों के दल में सम्मिलित कर लिया गया। Hindi Holy Bible तब उन्होंने उन के बारे में चिट्ठियां डालीं, और चिट्ठी मत्तिय्याह के नाम पर निकली, सो वह उन ग्यारह प्रेरितों के साथ गिना गया॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब उन्होंने उनके बारे में चिट्ठियाँ डालीं, और चिट्ठी मत्तियाह के नाम पर निकली। अत: वह उन ग्यारह प्रेरितों के साथ गिना गया। नवीन हिंदी बाइबल तब उन्होंने उनके लिए पर्चियाँ डालीं, और पर्ची मत्तियाह के नाम पर निकली। अतः वह उन ग्यारह प्रेरितों के साथ गिना गया। सरल हिन्दी बाइबल तब उन्होंने चिट डालें और मत मत्तियास के पक्ष में पड़े, इसलिये वह ग्यारह प्रेरितों में सम्मिलित कर लिया गया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब उन्होंने उनके बारे में चिट्ठियाँ डाली, और चिट्ठी मत्तियाह के नाम पर निकली, अतः वह उन ग्यारह प्रेरितों के साथ गिना गया। |
दाऊद ने चिट्ठी डालकर उनको दलों में संगठित किया था। सबका ऐसा ही निर्वाचन किया गया था, क्योंकि एलआजर और ईतामार दोनों के वंशजों में पवित्र-स्थान के अधिकारी तथा परमेश्वर के अधिकारी थे।
‘इसी प्रकार हम−पुरोहित, उपपुरोहित और जनता−चिट्ठी डालकर यह निश्चय करते हैं : इस्राएल के समस्त पितृकुल प्रतिवर्ष अपने नियत समय पर प्रभु परमेश्वर की वेदी पर अग्नि प्रज्वलित करने के लिए लकड़ी लाएंगे; जैसा वेदी की अग्नि के विषय में व्यवस्था-ग्रन्थ में लिखा है।
अब तक केवल इस्राएली समाज के मुखिया यरूशलेम नगर में रहते थे। अत: शेष इस्राएलियों ने चिट्ठी डालकर यह निश्चय किया कि उनके समाज का प्रत्येक दसवां व्यक्ति पवित्र नगर यरूशलेम में बसेगा, और शेष नौ व्यक्ति यहूदा प्रदेश के किसी भी नगर में रह सकते हैं।
जिस मनुष्य में बुद्धि है, उसके पास जीवन का झरना है। पर मूर्ख व्यक्ति की ताड़ना स्वयं उसकी मूर्खता है।
हारून इन बकरों पर दो चििट्ठयां डालेगा; एक चिट्ठी प्रभु के लिए तथा दूसरी चिट्ठी अजाजेल के लिए होगी।
नाविकों ने परस्पर कहा, ‘आओ, हम चििट्ठयाँ डालें, और यह पता लगाएं कि यह विपत्ति किस व्यक्ति के कारण हम पर आई है।’ अत: उन्होंने चििट्ठयाँ डालीं, और चिट्ठी योना के नाम पर निकली।
प्रेरित लौट कर येशु के पास एकत्र हुए। उन्होंने येशु को वह सब कुछ बताया कि हम लोगों ने क्या-क्या किया और क्या-क्या सिखाया है।
इस पर उन्होंने दो व्यक्तियों को प्रस्तुत किया−यूसुफ को, जो बरसब्बास कहलाता था और जिसका उपनाम युस्तुस था, और मत्तियस को।
पतरस ने ग्यारहों के साथ खड़े हो कर लोगों को सम्बोधित करते हुए ऊंचे स्वर से कहा, “यहूदी भाइयो और यरूशलेम के सब निवासियो! आप मेरी बात ध्यान से सुनें और यह जान लें कि
जैसी आज्ञा प्रभु ने मूसा को दी थी, उसके अनुसार साढ़े नौ कुलों के क्षेत्र को चिट्ठी डालकर पैतृक-अधिकार के लिए निर्धारित किया गया।
यहोशुअ ने शिलोह में प्रभु के सम्मुख उनके लिए चिट्ठी डाली। इस प्रकार उसने वहां इस्राएली समाज को, उनके कुलों के अनुसार समस्त देश की भूमि, पैतृक-अधिकार के लिए बांट दी।
शहरपनाह नींव के बारह पत्थरों पर खड़ी थी और उन पर मेमने के बारह प्रेरितों के नाम अंकित थे।