न सोना और न कांच उसकी बराबरी कर सकते हैं, और न शुद्ध सोने के आभूषणों के बदले में उसको प्राप्त किया जा सकता है।
प्रकाशितवाक्य 21:11 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वह परमेश्वर की महिमा से विभूषित थी और बहुमूल्य रत्न तथा उज्ज्वल सूर्यकान्त की तरह चमक रही थी। पवित्र बाइबल वह परमेश्वर की महिमा से मण्डित थी। वह सर्वथा निर्मल यशब नामक महामूल्यवान रत्न के समान चमक रही थी। Hindi Holy Bible परमेश्वर की महिमा उस में थी, ओर उस की ज्योति बहुत ही बहुमूल्य पत्थर, अर्थात बिल्लौर के समान यशब की नाईं स्वच्छ थी। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परमेश्वर की महिमा उनमें थी, और उसकी ज्योति बहुत ही बहुमूल्य पत्थर, अर्थात् बिल्लौर के समान यशब की तरह स्वच्छ थी। नवीन हिंदी बाइबल उसमें परमेश्वर की महिमा थी, और उसकी चमक बहुमूल्य पत्थर के समान अर्थात् सूर्यकांत पत्थर के समान थी और वह बिल्लौर जैसी स्वच्छ थी। सरल हिन्दी बाइबल परमेश्वर की महिमा से सुसज्जित उसकी आभा पारदर्शी स्फटिक जैसे बेशकीमती रत्न सूर्यकांत के समान थी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 परमेश्वर की महिमा उसमें थी, और उसकी ज्योति बहुत ही बहुमूल्य पत्थर, अर्थात् बिल्लौर के समान यशब की तरह स्वच्छ थी। |
न सोना और न कांच उसकी बराबरी कर सकते हैं, और न शुद्ध सोने के आभूषणों के बदले में उसको प्राप्त किया जा सकता है।
तब वह सियोन पर्वत की समस्त इमारतों पर, तथा उसके समस्त सभा-भवनों के ऊपर दिन के समय मेघ तथा रात के समय धूआं और धधकती अग्नि का प्रकाश उत्पन्न करेगा। सबके ऊपर प्रभु की महिमा मंडप और वितान के सदृश फैली रहेगी।
उन जीवधारियों के सिर के ऊपर आकाश-मण्डल के समान कुछ था, जो भय उत्पन्न करनेवाला स्फटिक के समान चमक रहा था। वह उनके सिर पर फैला हुआ था।
जीवधारियों के सिर के ऊपर आकाश-मण्डल था। उस आकाशमण्डल के ऊपर सिंहासन के समान कुछ था। यह सिंहासन मानो नीलम का बना था। सिंहासन के समान इस आसन पर कोई बैठा था, जिसकी आकृति मनुष्य के समान थी।
जब तेरा व्यापार बढ़ा, तब तुझ में हिंसावृत्ति भर गई, और तू पाप करने लगा। मैंने तुझको अपवित्र प्राणी के सदृश परमेश्वर के पर्वत से हटा दिया। तेरे अंगरक्षक करूब ने भी अग्नि सदृश चमकनेवाली मणियों के मध्य से तुझ को निकाल दिया।
तब मैंने देखा कि पूर्व दिशा से इस्राएल के परमेश्वर का तेज आया। परमेश्वर के आगमन का स्वर सागरों के गर्जन के सदृश था। परमेश्वर के तेज से पृथ्वी ज्योतिर्मय हो गई।
परमेश्वर की महिमा और उसके सामर्थ्य के कारण मन्दिर धूएँ से भर गया था और कोई तब तक मन्दिर में प्रवेश नहीं कर सकता था, जब तक सात स्वर्गदूतों की सात विपत्तियाँ पूरी न हो जायें।
इसके बाद उसने मुझे स्फटिक-जैसे संजीवन जल की नदी दिखायी, जो परमेश्वर और मेमने के सिंहासन से बह रही थी।
वहाँ फिर कभी रात नहीं होगी। उन्हें दीपक या सूर्य के प्रकाश की जरूरत नहीं पड़ेगी, क्योंकि प्रभु परमेश्वर उन्हें आलोकित करेगा और वे युग-युगों तक राज्य करेगे।
जिसका रूप-रंग सूर्यकान्त एवं रुधिराख्य के सदृश है और सिंहासन के चारों ओर मरकतमणि-जैसा एक आभा-मण्डल है।
सिंहासन के आसपास का फर्श मानो स्फटिक-सदृश पारदर्शी समुद्र है। सिंहासन के मध्य और सिंहासन के चारों ओर चार प्राणी हैं, जिनके आगे और पीछे आंखें ही आंखें हैं।