Biblia Todo Logo
ऑनलाइन बाइबिल
- विज्ञापनों -




यहेजकेल 43:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

2 तब मैंने देखा कि पूर्व दिशा से इस्राएल के परमेश्‍वर का तेज आया। परमेश्‍वर के आगमन का स्‍वर सागरों के गर्जन के सदृश था। परमेश्‍वर के तेज से पृथ्‍वी ज्‍योतिर्मय हो गई।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबल

2 वहाँ पूर्व से इस्राएल के परमेश्वर की महिमा उतरी। परमेश्वर का आवाज समुद्र के गर्जन के समान ऊँचा था। परमेश्वर की महिमा से भूमि प्रकाश से चमक उठी थी।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

Hindi Holy Bible

2 तब इस्राएल के परमेश्वर का तेज पूर्व दिशा से आया; और उसकी वाणी बहुत से जल की घरघराहट सी हुई; और उसके तेज से पृथ्वी प्रकाशित हुई।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

2 तब इस्राएल के परमेश्‍वर का तेज पूर्व दिशा से आया; और उसकी वाणी बहुत से जल की घरघराहट सी हुई; और उसके तेज से पृथ्वी प्रकाशित हुई।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

सरल हिन्दी बाइबल

2 और मैंने इस्राएल के परमेश्वर की महिमा को पूर्व दिशा से आते देखा. उसकी आवाज तेजी से बहते पानी के घरघराहट सी थी, और पृथ्वी उसकी महिमा से प्रकाशमान हो रही थी.

अध्याय देखें प्रतिलिपि

इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

2 तब इस्राएल के परमेश्वर का तेज पूर्व दिशा से आया; और उसकी वाणी बहुत से जल की घरघराहट सी हुई; और उसके तेज से पृथ्वी प्रकाशित हुई। (प्रका. 19:6)

अध्याय देखें प्रतिलिपि




यहेजकेल 43:2
24 क्रॉस रेफरेंस  

सुन, अनेक देशों के सैनिक दहाड़ रहे हैं, जैसे उफनता हुआ समुद्र गर्जन करता है। राष्‍ट्रों का युद्ध स्‍वर सुन; वे प्रचण्‍ड धारा के समान गर्जन कर रहे हैं।


एक दूत दूसरे दूत से उच्‍च स्‍वर में यह कह रहा था : ‘पवित्र, पवित्र, स्‍वर्गिक सेनाओं का प्रभु पवित्र है। सम्‍पूर्ण पृथ्‍वी उसके तेज से परिपूर्ण है।’


जब वे चलते थे तब उनके पंखों की आवाज ऐसी सुनाई पड़ती थी मानो सागर का गर्जन हो, अथवा सर्वशक्‍तिमान परमेश्‍वर का स्‍वर हो या सेना का कोलाहल हो। जब जीवधारी रुककर खड़े होते थे तब वे अपने पंख नीचे कर लेते थे।


जैसे वर्षा के दिन बादलों में धनुष दिखाई पड़ता है, वैसे ही उसके चारों ओर का प्रभा-मण्‍डल दिखाई दे रहा था। प्रभु के तेज का रूप मानो ऐसा ही दिखाई दे रहा था। जब मैंने प्रभु के तेज के दर्शन किए, तब मैं श्रद्धा और भक्‍ति से नतमस्‍तक हो गया, और मैंने किसी की आवाज सुनी। कोई व्यक्‍ति मुझसे कह रहा था:


उसी क्षण प्रभु का तेज करूबों के पास से भवन की ड्‍योढ़ी में चला गया, और सम्‍पूर्ण भवन बादल से ढक गया। आंगन प्रभु के तेज के प्रकाश से भर गया।


करूबों ने अपने पंख फैलाए। पहिये भी उनके साथ-साथ चले। करूबों के ऊपर इस्राएल के परमेश्‍वर का तेज था।


देखते-देखते प्रभु का तेज नगर के मध्‍य से निकल कर आकाश में उठ गया। मैंने देखा कि प्रभु का तेज उस पहाड़ पर ठहर गया जो नगर की पूर्व दिशा में है।


अत: मैं उठा, और मैदान की ओर गया, और देखो, प्रभु का तेज वहां प्रकट हुआ; वह उस तेज के समान था जो मैंने कबार नदी के तट पर देखा था। तब मैं भूमि पर मुंह के बल गिर पड़ा।


जब प्रभु के तेज ने पूर्व-मुखी फाटक से भवन में प्रवेश किया


उसने मुझसे कहा, ‘यह फाटक अब से बन्‍द रहेगा। यह खोला नहीं जाएगा, और न कोई मनुष्‍य इसको खोल कर मन्‍दिर में प्रवेश करेगा। इस्राएल के प्रभु परमेश्‍वर ने इससे होकर प्रवेश किया है। इसलिए यह फाटक अब से बन्‍द रहेगा।


अब इस्राएल के परमेश्‍वर का तेज, जो करूबों पर स्‍थित था, मन्‍दिर की ड्‍योढ़ी की ओर उठ गया। उसने लिपिक को जिसकी कमर में कलम-दवात लटक रही थी, पुकारा।


जैसे जल से सागर पूर्ण है, वैसे पृथ्‍वी भी प्रभु की महिमा के ज्ञान से परिपूर्ण होगी।


परमेश्‍वर तेमान क्षेत्र से आया, पवित्र परमेश्‍वर परान पर्वत से उतरा। (सेलाह) उसके तेज से आसमान ढक गया। उसके जयजयकार से पृथ्‍वी गूंज उठी।


सूर्य के प्रकाश के सदृश उसकी ज्‍योति थी। उसके हाथ से किरणें निकल रही थीं। उसके हाथ में उसका बल छिपा था।


यशायाह ने यह इसलिए बताया कि उन्‍होंने स्‍वयं येशु की महिमा देखी थी और उनके विषय में यह कहा था।


उसके पैर भट्टी में तपाए हुए पीतल की तरह चमक रहे थे और उसकी वाणी समुद्र की तरह गर्जन कर रही थी।


मैंने तेजी से बहती हुई नदियों के निनाद और घोर मेघगर्जन की-सी आवाज स्‍वर्ग से आती हुई सुनी। मैं जो स्‍वर सुन रहा था, वह वीणा बजाने वाले वीणा-वादकों का-सा स्‍वर था।


इसके बाद मैंने एक अन्‍य स्‍वर्गदूत को स्‍वर्ग से उतरते देखा। वह महान अधिकार से सम्‍पन्न था और पृथ्‍वी उसके तेज से प्रदीप्‍त हो उठी।


इसके बाद मैंने स्‍वर्ग में एक विशाल जनसमुदाय की-सी ऊंची आवाज को यह गाते हुए सुना, “प्रभु की स्‍तुति करो! हमारे परमेश्‍वर को विजय, महिमा और सामर्थ्य!


तब मैंने एक विशाल जन-समुदाय की-सी आवाज, समुद्र की लहरों और गरजते हुए बादलों की प्रचंड आवाज को यह कहते हुए सुना, “प्रभु की स्‍तुति करो! हमारे सर्वशक्‍तिमान् प्रभु परमेश्‍वर ने राज्‍याधिकार ग्रहण किया है।


वह परमेश्‍वर की महिमा से विभूषित थी और बहुमूल्‍य रत्‍न तथा उज्‍ज्‍वल सूर्यकान्‍त की तरह चमक रही थी।


नगर को सूर्य अथवा चन्‍द्रमा के प्रकाश की आवश्‍यकता नहीं है, क्‍योंकि परमेश्‍वर की महिमा उसकी ज्‍योति और मेमना उसका प्रदीप है।


हमारे पर का पालन करें:

विज्ञापनों


विज्ञापनों