क्या मैं उसका मूल्य चुकाकर अधोलोक के हाथ से उसे मुक्त करूं? क्या मैं उसे मृत्यु से छुड़ाऊं? ओ मृत्यु, तेरी महामारियां कहां हैं? ओ अधोलोक, कहां हैं तेरी संहार-शक्ति? मेरी आंखों में दया की भावना नहीं रही।
प्रकाशितवाक्य 20:14 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इसके बाद मृत्यु और अधोलोक, दोनों को अग्निकुण्ड में डाल दिया गया। यह अग्निकुण्ड द्वितीय मृत्यु है। पवित्र बाइबल इसके बाद मृत्यु को और पाताल को आग की झील में झोंक दिया गया। यह आग की झील ही दूसरी मृत्यु है। Hindi Holy Bible और मृत्यु और अधोलोक भी आग की झील में डाले गए; यह आग की झील तो दूसरी मृत्यु है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मृत्यु और अधोलोक आग की झील में डाले गए। यह आग की झील दूसरी मृत्यु है; नवीन हिंदी बाइबल तब मृत्यु और अधोलोक को आग की झील में डाल दिया गया। यह आग की झील दूसरी मृत्यु है। सरल हिन्दी बाइबल मृत्यु तथा अधोलोक को आग की झील में फेंक दिया गया. यही है दूसरी मृत्यु—आग की झील. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और मृत्यु और अधोलोक भी आग की झील में डाले गए। यह आग की झील तो दूसरी मृत्यु है। |
क्या मैं उसका मूल्य चुकाकर अधोलोक के हाथ से उसे मुक्त करूं? क्या मैं उसे मृत्यु से छुड़ाऊं? ओ मृत्यु, तेरी महामारियां कहां हैं? ओ अधोलोक, कहां हैं तेरी संहार-शक्ति? मेरी आंखों में दया की भावना नहीं रही।
क्योंकि यह आवश्यक है कि यह नश्वर शरीर अनश्वरता को और यह मरणशील शरीर अमरता को धारण करे।
जीवन का स्रोत मैं हूँ। मैं मर गया था और देखो, मैं युगानुयुग तक जीवित रहूँगा। मृत्यु और अधोलोक की कुंजियाँ मेरे पास हैं।
तो उसे परमेश्वर के क्रोध की मदिरा पिलायी जायेगी, जो बिना मिलावट के, उसके क्रोध के प्याले में ढाली गयी है। और वह पवित्र स्वर्गदूतों और मेमने के सामने आग और गन्धक की यन्त्रणा भोगेगा।
पशु बन्दी बनाया गया और उसके साथ वह झूठा नबी भी, जिसने पशु के निरीक्षण में चमत्कार दिखा कर उन लोगों को बहकाया था, जिन्होंने पशु की छाप ग्रहण की थी और उसकी प्रतिमा की आराधना की थी। वे दोनों जीवित ही धधकते गन्धक के अग्निकुण्ड में डाल दिये गये।
“जिसके कान हों, वह सुन ले कि आत्मा कलीसियाओं से क्या कहता है। जो विजय प्राप्त करेगा, उसको द्वितीय मृत्यु से कोई हानि नहीं होगी।
उन्हें बहकाने वाले शैतान को आग और गन्धक के कुण्ड में डाल दिया गया, जहाँ पशु और झूठा नबी डाल दिये गये थे। वे युग-युगों तक दिन रात यन्त्रणा भोगेंगे।
समुद्र ने अपने मृतकों को प्रस्तुत किया। तब मृत्यु तथा अधोलोक ने अपने मृतकों को प्रस्तुत किया। हर एक का उसके कर्मों के अनुसार न्याय किया गया।
धन्य और पवित्र वह है, जो पहले पुनरुत्थान में सहभागी है। ऐसे लोगों पर द्वितीय मृत्यु का कोई अधिकार नहीं है। वे परमेश्वर और मसीह के पुरोहित होंगे और उनके साथ एक हजार वर्ष तक राज्य करेंगे।
वह उनकी आँखों से सब आँसू पोंछ डालेगा। इसके बाद न मृत्यु रहेगी, न शोक, न विलाप और न दु:ख, क्योंकि पुरानी बातें बीत चुकी हैं।”
लेकिन कायरों, अविश्वासियों, नीचों, हत्यारों, व्यभिचारियों, ओझों, मूर्तिपूजकों और हर प्रकार के मिथ्यावादियों का अंत यह होगा − धधकती आग और गन्धक के कुण्ड में द्वितीय मृत्यु!”
और मेरी आँखों के सामने एक पीला घोड़ा दिखाई पड़ा। जो उस पर सवार था, उसका नाम था मृत्यु और उसके पीछे-पीछे अधोलोक आ रहा था। उन्हें पृथ्वी के चौथाई भाग पर अधिकार प्रदान किया गया, जिससे वे तलवार, अकाल, महामारी और पृथ्वी के वन-पशुओं द्वारा संहार करें।