तू दया-आसन को मंजूषा के ऊपर स्थापित करना। जो साक्षी-पत्र मैं तुझे दूँगा, उसे मंजूषा में रखना।
प्रकाशितवाक्य 15:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इसके बाद मैंने देखा कि स्वर्ग में साक्षी-शिविर का मन्दिर खुल रहा है। पवित्र बाइबल इसके पश्चात् मैंने देखा कि स्वर्ग के मन्दिर अर्थात् वाचा के तम्बू को खोला गया Hindi Holy Bible और इस के बाद मैं ने देखा, कि स्वर्ग में साक्षी के तम्बू का मन्दिर खोला गया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इसके बाद मैं ने देखा कि स्वर्ग में साक्षी के तम्बू का मन्दिर खोला गया; नवीन हिंदी बाइबल इन बातों के बाद मैंने देखा कि स्वर्ग में साक्षी का तंबू अर्थात् मंदिर खोला गया, सरल हिन्दी बाइबल इसके बाद मैंने देखा कि स्वर्ग में मंदिर, जो साक्ष्यों का तंबू है, खोल दिया गया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इसके बाद मैंने देखा, कि स्वर्ग में साक्षी के तम्बू का मन्दिर खोला गया, |
तू दया-आसन को मंजूषा के ऊपर स्थापित करना। जो साक्षी-पत्र मैं तुझे दूँगा, उसे मंजूषा में रखना।
निवास-स्थान अर्थात् साक्षी-पत्र रखने के स्थान की सामग्री का यह विवरण है। मूसा की आज्ञा के अनुसार पुरोहित हारून के पुत्र ईतामर के निरीक्षण में लेवियों के सेवाकार्य के लिए सामग्री की गणना की गई थी।
तू साक्षी-शिविर, उसके सब उपकरण, तथा उसमें जो कुछ है, उन सब का प्रबन्ध करने के लिए लेवियों को नियुक्त करना। वे शिविर तथा उसके सब उपकरण ढोया करेंगे। वे ही उसकी देखभाल करेंगे। वे शिविर के चारों ओर अपना पड़ाव डाला करेंगे।
परन्तु लेवीय ही साक्षी-शिविर के चारों ओर पड़ाव डालेंगे, जिससे इस्राएलियों की मंडली पर मेरा प्रकोप न हो। लेवीय साक्षी-शिविर का उत्तरदायित्व संभालेंगे।’
उसी समय मन्दिर का परदा ऊपर से नीचे तक फट कर दो टुकड़े हो गया। पृथ्वी काँप उठी। चट्टानें फट गयीं।
यद्यपि वे एक ऐसे आराधना-स्थल में आराधना करते हैं जो स्वर्ग की वास्तविकता की प्रतिकृति और छाया मात्र है। यही कारण है कि जब मूसा शिविर का निर्माण करने वाले थे, तो उन्हें परमेश्वर की ओर से यह आदेश मिला, “देखो, जो नमूना तुम्हें पर्वत पर दिखाया गया, उसी के अनुसार तुम सब कुछ बनाना।”
तब स्वर्ग में परमेश्वर का मन्दिर खुल गया और मन्दिर में परमेश्वर के विधान की मंजूषा दिखाई पड़ी। बिजलियाँ, वाणियाँ एवं मेघगर्जन उत्पन्न हुए, भूकम्प हुआ और भारी ओला-वृष्टि हुई।
इस पर वह परमेश्वर का अपमान करने और उसके नाम, उसके निवास-स्थान और उन लोगों की निन्दा करने लगा, जो स्वर्ग में निवास करते हैं।