50 तू साक्षी-शिविर, उसके सब उपकरण, तथा उसमें जो कुछ है, उन सब का प्रबन्ध करने के लिए लेवियों को नियुक्त करना। वे शिविर तथा उसके सब उपकरण ढोया करेंगे। वे ही उसकी देखभाल करेंगे। वे शिविर के चारों ओर अपना पड़ाव डाला करेंगे।
50 लेवीवंश के पुरुषों से कहो कि वे साक्षीपत्र के पवित्र तम्बू के लिए उत्तरदायी हैं। वे उसकी और उसमें जो चीजें हैं, उनकी देखभाल करेंगे। वे मिलापवाले तम्बू और उसकी सभी चीजें लेकर चलेंगे। वे अपना डेरा उसके चारों ओर डालेंगे तथा उसकी देखभाल करेंगे।
50 परन्तु तू लेवियों को साक्षी के तम्बू पर, और उसके कुल सामान पर, निदान जो कुछ उससे सम्बन्ध रखता है उस पर अधिकारी नियुक्त करना; और कुल सामान सहित निवास को वे ही उठाया करें, और वे ही उस में सेवा टहल भी किया करें, और तम्बू के आसपास वे ही अपने डेरे डाला करें।
50 परन्तु तू लेवियों को साक्षी के तम्बू पर, और उसके कुल सामान पर, अर्थात् जो कुछ उससे सम्बन्ध रखता है उस पर अधिकारी नियुक्त करना; और कुल सामान सहित निवास को वे ही उठाया करें, और वे ही उसमें सेवा टहल भी किया करें, और तम्बू के आसपास वे ही अपने डेरे डाला करें।
50 किंतु तुम लेवियों को साक्षी के तंबू, इससे संबंधित सारी सज्जा तथा इसकी सारी सामग्री के लिए नियुक्त करोगे. वे ही साक्षी के तंबू तथा इससे संबंधित सारी वस्तुओं को उठाया करेंगे, वे ही इनके रख रखाव के अधिकारी होंगे. इसके अलावा वे साक्षी के तंबू के आस-पास पड़ाव डाला करेंगे.
50 परन्तु तू लेवियों को साक्षी के तम्बू पर, और उसके सम्पूर्ण सामान पर, अर्थात् जो कुछ उससे सम्बंध रखता है उस पर अधिकारी नियुक्त करना; और सम्पूर्ण सामान सहित निवास को वे ही उठाया करें, और वे ही उसमें सेवा टहल भी किया करें, और तम्बू के आस-पास वे ही अपने डेरे डाला करें। (प्रेरि. 7:44)
अत: राजा योआश ने महापुरोहित यहोयादा को बुलाया, और उससे कहा, ‘आप जानते हैं, कि प्रभु के सेवक मूसा ने साक्षी-पत्र के शिविरके लिए इस्राएली धर्म-मण्डली पर कर लगाया था। तब आपने उप-पुरोहितों को यह कर इकट्ठा करने के लिए यहूदा प्रदेश के नगरों और यरूशलेम में क्यों नहीं भेजा, और उन पर दबाव क्यों नहीं डाला कि वे यह चन्दा वसूल करें?’
एल्याशीब, योयादा, योहानान और यद्दू के दिनों में लेवीय पितृकुलों के मुखियों के नाम लिखे गए थे। फारस के सम्राट दारा के राज्य-काल में पुरोहितों के भी नाम लिखे गए।
जरूब्बाबेल और नहेम्याह के दिनों में सब इस्राएली-आराधक गायकों और द्वारपालों को प्रतिदिन निश्चित अंश देते थे और भेंट में से उपपुरोहितों के लिए उनका अंश अलग कर देते थे, और फिर उपपुरोहित अपने इस अंश में से पुरोहितों के निर्धारित अंश को निकालकर अलग रख देते थे।
उपपुरोहित : येशुअ, बिन्नूई, कदमीएल, शेरेब्याह, यहूदा और मत्तन्याह। मत्तन्याह अपने भाई-बन्धुओं के साथ आराधना के समय भजन-कीर्तन का दायित्व सम्भालता था,
तत्पश्चात् मैंने उपपुरोहितों को आदेश दिया कि वे अपने को शुद्ध करें और प्रवेश-द्वारों पर पहरा देने के लिए वहां जाएं, जिससे विश्राम-दिवस की पवित्रता भंग न हो। हे परमेश्वर, मेरी भलाई के लिए यह कार्य भी स्मरण रखना; और अपने अत्यन्त करुणामय स्वभाव के अनुरूप मुझ पर दया करना।
उसने तोबियाह के लिए एक बड़े कमरे का प्रबन्ध किया। इस कमरे में पहले अन्न-बलि का सामान, लोबान, मन्दिर के पात्र, उपपुरोहितों, गायकों और द्वारपालों के लिए नियत किया गया अन्न, अंगूर-रस और तेल का दशमांश तथा पुरोहितों की भेटें रखी जाती थीं।
निवास-स्थान अर्थात् साक्षी-पत्र रखने के स्थान की सामग्री का यह विवरण है। मूसा की आज्ञा के अनुसार पुरोहित हारून के पुत्र ईतामर के निरीक्षण में लेवियों के सेवाकार्य के लिए सामग्री की गणना की गई थी।
परन्तु लेवीय ही साक्षी-शिविर के चारों ओर पड़ाव डालेंगे, जिससे इस्राएलियों की मंडली पर मेरा प्रकोप न हो। लेवीय साक्षी-शिविर का उत्तरदायित्व संभालेंगे।’
‘तब मिलन-शिविर प्रस्थान करेगा। उसके साथ लेवियों का दल होगा, जिसका पड़ाव दूसरे पड़ावों के मध्य में होगा। जिस क्रम में वे पड़ाव डालेंगे, उसी क्रम में प्रस्थान करेंगे : प्रत्येक दल अपनी ध्वजा के साथ अपने स्थान पर चलेगा।
मूसा ने अपना हाथ ऊपर उठाया और अपनी लाठी से दो बार चट्टान पर प्रहार किया। तब अपार जल बाहर फूट कर निकल पड़ा! इस्राएली जनसमुदाय और उनके पशुओं ने पानी पिया।
जब पड़ाव के प्रस्थान के समय हारून और उसके पुत्र पवित्र-स्थान तथा उसके सब सामान को ढक देंगे, तब कहात वंशीय पुरुष उसको उठाने के लिए आएंगे। किन्तु वे पवित्र वस्तुओं का स्पर्श नहीं करेंगे, अन्यथा वे मर जाएंगे। मिलन-शिविर की ये ही वस्तुएँ कहात वंशीय पुरुष ढोकर ले जाएंगे।
मैंने लेवियों को इस्राएली समाज की ओर से भेंट-स्वरूप हारून और उसके पुत्रों को प्रदान किया है कि वे इस्राएलियों के लिए मिलन-शिविर में सेवा कार्य करें तथा उनके लिए प्रायश्चित करें, जिससे यदि इस्राएली लोग पवित्र-स्थान के निकट आएँ तो उन पर महामारी न आए।’
मूसा, हारून और समस्त इस्राएली मंडली ने लेवियों के साथ ऐसा ही किया। लेवियों से सम्बन्धित जो आज्ञाएँ प्रभु ने मूसा को दी थीं, उन्हीं के अनुसार इस्राएलियों ने लेवियों से व्यवहार किया।
इसके पश्चात् लेवियों ने सेवा-कार्य के हेतु मिलन-शिविर में प्रवेश किया। वे हारून एवं उसके पुत्रों के सम्मुख प्रस्तुत रहकर सेवा-कार्य करने लगे। लेवियों से सम्बन्धित जो आज्ञा प्रभु ने मूसा को दी थी, उसी के अनुसार उन्होंने उनके साथ व्यवहार किया।