धन्य है वह मनुष्य जिसपर प्रभु अधर्म का अभियोग नहीं लगाता, और जिसके मन में कोई कपट नहीं है।
प्रकाशितवाक्य 14:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इनके मुख में झूठ नहीं पाया गया : ये अनिन्दनीय हैं। पवित्र बाइबल उन्होंने कभी झूठ नहीं बोला था, वे निर्दोष थे। Hindi Holy Bible और उन के मुंह से कभी झूठ न निकला था, वे निर्दोष हैं॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उनके मुँह से कभी झूठ न निकला था, वे निर्दोष हैं। नवीन हिंदी बाइबल इनके मुँह से कभी झूठ नहीं निकला था, वे निर्दोष हैं। सरल हिन्दी बाइबल झूठ इनके मुख से कभी न निकला—ये निष्कलंक हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और उनके मुँह से कभी झूठ न निकला था, वे निर्दोष हैं। |
धन्य है वह मनुष्य जिसपर प्रभु अधर्म का अभियोग नहीं लगाता, और जिसके मन में कोई कपट नहीं है।
उन्होंने दुर्जनों के मध्य उसकी कबर बनाई; एक धनवान की कबर में वह गाड़ा गया, यद्यपि उसने कोई हिंसा नहीं की थी, और न अपने मुंह से किसी को धोखा दिया था।
उन्होंने प्रशासन के सम्बन्ध में दानिएल के विरुद्ध शिकायत करने का आधार ढूंढ़ा, किन्तु उन्हें शिकायत का न तो कोई आधार मिला और न दानिएल का कोई भ्रष्ट कार्य। दानिएल एक ईमानदार प्रशासक था। अत: अध्यक्षों और क्षत्रपों को उनके कार्यों के सम्बन्ध में कोई भूल-चूक नहीं मिली।
इस्राएलियों की निष्ठा विभाजित है; अत: अब उन्हें अपने कुकर्मों का फल भुगतना होगा। प्रभु उनकी वेदियों को तोड़ देगा उनके पूजा-स्तम्भों के टुकड़े-टुकड़े करेगा।
ये इस्राएल के बचे हुए लोग होंगे। ये अनुचित कार्य नहीं करेंगे, ये झूठ नहीं बोलेंगे, और न उनके मुंह में कपटपूर्ण जीभ होगी। वे आराम से चरागाह में भेड़ चराएंगे। वे निश्चिन्त हो, विश्राम करेंगे; उन्हें डरानेवाला कोई न होगा।’
वह सत्य व्यवस्था उच्चारता था। उसके ओंठों से झूठ कभी नहीं निकलता था। वह शान्ति और धार्मिकता के साथ मेरा अनुसरण करता था। उसने अनेक लोगों को अधर्म से विमुख किया था।
साँप के बच्चो! तुम बुरे हो कर अच्छी बातें कैसे कह सकते हो? जो हृदय में भरा है, वही तो मुँह से बाहर आता है।
येशु ने नतनएल को अपने पास आते देखा, तो उसके विषय में कहा, “देखो, यह एक सच्चा इस्राएली है। इस में कोई कपट नहीं।”
क्योंकि वह एक ऐसी कलीसिया अपने सामने उपस्थित करना चाहते थे जो महिमामय हो, जिस में न दाग हो, न झुर्री और न कोई दूसरा दोष, वरन् जो पवित्र और निष्कलंक हो।
किन्तु अब परमेश्वर ने अपने पुत्र के मानव शरीर में मृत्यु द्वारा आपके साथ मेल कर लिया है, जिससे वह आप को पवित्र, निर्दोष और अनिन्दनीय बना कर अपने सामने प्रस्तुत कर सके।
तो फिर मसीह का रक्त, जिन्होंने अपने आपको शाश्वत आत्मा के द्वारा निर्दोष बलि के रूप में परमेश्वर को अर्पित किया, हमारे अन्त:करण को मृत कर्मों से क्यों नहीं शुद्ध करेगा और हमें जीवन्त परमेश्वर की सेवा के योग्य क्यों नहीं बनायेगा?
क्योंकि “जो जीवन से प्रेम करना और अच्छे दिन देखना चाहता है, वह अपनी जीभ को बुराई से और अपने होंठों को कपटपूर्ण बातें बोलने से बचाए;
जो आप को पतन से सुरक्षित रखने में और आप को दोषरहित और आनन्दित बना कर अपनी महिमा में प्रस्तुत करने में समर्थ है,