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प्रकाशितवाक्य 12:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

तब आकाश में एक अन्‍य चिह्‍न दिखाई पड़ा: लाल रंग का एक बहुत बड़ा पंखदार सर्प। उसके सात सिर थे, दस सींग थे और हर एक सिर पर एक मुकुट था।

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पवित्र बाइबल

स्वर्ग में एक और संकेत प्रकट हुआ। मेरे सामने ही एक लाल रंग का विशालकाय अजगर खड़ा था। उसके सातों सिरों पर सात मुकुट थे।

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Hindi Holy Bible

और एक और चिन्ह स्वर्ग पर दिखाई दिया, और देखो; एक बड़ा लाल अजगर था जिस के सात सिर और दस सींग थे, और उसके सिरों पर सात राजमुकुट थे।

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

एक और चिह्न स्वर्ग में दिखाई दिया; और देखो, एक बड़ा लाल अजगर था, जिसके सात सिर और दस सींग थे, और उसके सिरों पर सात राजमुकुट थे।

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नवीन हिंदी बाइबल

तब स्वर्ग में एक और चिह्‍न दिखाई दिया : और देखो, लाल रंग का एक बड़ा अजगर था, जिसके सात सिर और दस सींग थे और उसके सिरों पर सात मुकुट थे।

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सरल हिन्दी बाइबल

उसी समय स्वर्ग में एक और दृश्य दिखाई दिया: लाल रंग का एक विशालकाय परों वाला सांप, जिसके सात सिर तथा दस सींग थे. हर एक सिर पर एक-एक मुकुट था.

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

एक और चिन्ह स्वर्ग में दिखाई दिया, एक बड़ा लाल अजगर था जिसके सात सिर और दस सींग थे, और उसके सिरों पर सात राजमुकुट थे।

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प्रकाशितवाक्य 12:3
27 क्रॉस रेफरेंस  

उस दिन प्रभु अपनी मजबूत, कठोर और विशाल तलवार से वेगवान, वक्र सर्पासुर लिव्‍यातान को दण्‍ड देगा, वह समुद्र में रहने वाले जल-पशु का वध करेगा।


ओ प्रभु की भुजा! जाग! जाग! और अपने बल को धारण कर। जैसी तू प्राचीनकाल में, पुरानी पीढ़ियों के समय में जागी थी, वैसे आज भी जाग! ओ प्रभु की भुजा! क्‍या तू वही नहीं है जिसने रहब के टुकड़े-टुकड़े किए थे, जिसने जल-राक्षस को बेधा था?


धर्मवृद्ध और प्रतिष्‍ठित व्यक्‍ति समाज का सिर हैं, झूठी शिक्षा देनेवाले नबी पूंछ हैं।


‘महाराज, जैसा कि आपने मूर्ति के पांवों और उंगलियों को देखा है कि वे कुछ कुम्‍हार की मिट्टी की और कुछ लोहे की बनी थीं, उसी प्रकार यह चौथा राज्‍य अलग-अलग बंटा हुआ होगा। जैसा आपने देखा कि लोहे में लसदार मिट्टी मिली हुई थी, वैसे ही उसमें भी लोहे की तरह मजबूती होगी।


जिस तरह पांवों की उंगलियां कुछ लोहे की और कुछ मिट्टी की थीं, वैसे ही वह राज्‍य कुछ मजबूत और कुछ कमजोर होगा।


मैंने उसके दस सींगों के विषय में भी पूछा, जो उसके सिर पर थे। मैंने उससे उस छोटे सींग के बारे में भी पूछा जो दस सींगों के मध्‍य निकला था, और जिसके कारण तीन सींग गिर गए थे, जिसकी आंखें थीं, और जिसमें बड़े बोल बोलनेवाला मुंह था, और अन्‍य साथी-सींगों में बहुत बड़ा प्रतीत हो रहा था।


उसके दस सींगों का यह अर्थ है : इस राज्‍य में से दस राजा उदय होंगे, और उनके पश्‍चात् एक और राजा जन्‍म लेगा। यह अपने पहले के राजाओं से भिन्न होगा, और अपने उदय से तीन राजाओं को खत्‍म कर देगा।


आकाश में एक महान् चिह्‍न दिखाई दिया: सूर्य का वस्‍त्र ओढ़े एक महिला दिखाई पड़ी। उसके पैरों तले चन्‍द्रमा था और उसके सिर पर बारह नक्षत्रों का मुकुट।


जब पंखदार सर्प ने देखा कि उसे पृथ्‍वी पर पटक दिया गया है, तो वह उस महिला का पीछा करने लगा, जिसने उस पुत्र-पुरुष को जन्‍म दिया था।


इस पर पंखदार सर्प को महिला पर बड़ा क्रोध आया और वह उसकी शेष सन्‍तान से युद्ध करने निकला, अर्थात उन लोगों से जो परमेश्‍वर की आज्ञाओं का पालन करते और येशु के विषय में दी हुई साक्षी पर अटल रहते हैं।


उसकी पूँछ ने आकाश के एक तिहाई तारे बुहार कर पृथ्‍वी पर फेंक दिये। वह पंखदार सर्प प्रसव-पीड़ित महिला के सामने खड़ा रहा, जिससे वह नवजात शिशु को निगल जाये।


अब स्‍वर्ग में युद्ध छिड़ गया। मीखाएल और उसके दूतों को पंखदार सर्प से लड़ना पड़ा। पंखदार सर्प और उसके दूतों ने उनका सामना किया,


तब वह विशालकाय पंखदार सर्प-वह पुराना साँप, जो दोष लगाने वाला शैतान कहलाता और सारे संसार को भटकाता है-अपने दूतों के साथ पृथ्‍वी पर पटक दिया गया।


तब मैंने एक पशु को समुद्र में से ऊपर आते देखा। उसके दस सींग और सात सिर थे। उसके सींगों पर दस मुकुट थे और उसके प्रत्‍येक सिर पर एक ईशनिन्‍दक नाम अंकित था।


मैंने जिस पशु को देखा, वह चीते के सदृश था, किन्‍तु उसके पैर भालू के पैरों-जैसे थे और उसका मुँह सिंह के मुँह-जैसा था। पंखदार सर्प ने उसे अपना सामर्थ्य, अपना सिंहासन और महान अधिकार प्रदान किया।


लोगों ने पंखदार सर्प की पूजा की, क्‍योंकि उसने पशु को अधिकार प्रदान किया था और उन्‍होंने यह कहते हुए पशु की भी पूजा की, “इस पशु की बराबरी कौन कर सकता है? इस से युद्ध करने में कौन समर्थ है?”


मैंने स्‍वर्ग में से एक और महान एवं आश्‍चर्यजनक चिह्‍न देखा। सात स्‍वर्गदूत सात विपत्तियाँ लिये थे। ये अन्‍तिम विपत्तियाँ हैं, क्‍योंकि इनके द्वारा परमेश्‍वर का क्रोध पूरा हो जाता है।


तब मैंने पंखदार सर्प के मुँह से, पशु के मुँह से और झूठे नबी के मुँह से मेंढक-जैसे तीन अशुद्ध आत्‍माओं को निकलते देखा।


आपने जिन दस सींगों को देखा, वे दस राजा हैं। उन्‍हें अब तक राज्‍य नहीं मिला है, परन्‍तु उन्‍हें घड़ी भर के लिए ही पशु के साथ राज्‍यधिकार प्रदान किया जायेगा।


आपने जिन दस सींगों और पशु को देखा, वे वेश्‍या से बैर करेंगे। वे उसे नंगा कर एकाकी छोड़ देंगे, उसका मांस खाएँगे और उसे आग में जला देंगे;


स्‍वर्गदूत ने मुझ से कहा, “आप आश्‍चर्य क्‍यों करते हैं? मैं आप को उस स्‍त्री का रहस्‍य बताऊंगा और उस पशु का भी, जिस पर वह सवार है और जिसके सात सिर और दस सींग हैं।


उसकी आँखें अग्‍नि की तरह धधकती हैं और उसके सिर पर अनेक मुकुट हैं। उसके शरीर पर एक नाम अंकित है, जिसे उसके अतिरिक्‍त और कोई नहीं जानता।


उसने पंखदार सर्प को, उस पुराने साँप अर्थात् दोष लगानेवाले शैतान को, पकड़ कर एक हजार वर्ष के लिए बाँधा