तूने अपने निवास-स्थान को उपरले जल पर स्थित किया है। तू मेघों को अपना रथ बनाता है; तू पवन के पंखों पर सवारी करता है।
प्रकाशितवाक्य 10:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इसके बाद मैंने एक दूसरे शक्तिशाली स्वर्गदूत को आकाश से उतरते देखा। वह मेघ लपेटे हुए था और उसके सिर पर इन्द्रधनुष शोभायमान था। उसका मुखमण्डल सूर्य की तरह चमक रहा था और उसके पैर अग्निस्तम्भ-जैसे थे। पवित्र बाइबल फिर मैंने आकाश से नीचे उतरते हुए एक और बलवान स्वर्गदूत को देखा। उसने बादल को ओढ़ा हुआ था तथा उसके सिर के आस-पास एक मेघ धनुष था। उसका मुखमण्डल सूर्य के समान तथा उसकी टाँगे अग्नि स्तम्भों के जैसी थीं। Hindi Holy Bible फिर मैं ने एक और बली स्वर्गदूत को बादल ओढ़े हुए स्वर्ग से उतरते देखा, उसके सिर पर मेघधनुष था: और उसका मुंह सूर्य का सा और उसके पांव आग के खंभे के से थे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) फिर मैं ने एक और शक्तिशाली स्वर्गदूत को बादल ओढ़े हुए स्वर्ग से उतरते देखा। उसके सिर पर मेघधनुष था। उसका मुँह सूर्य के समान और उसके पाँव आग के खंभे के समान थे। नवीन हिंदी बाइबल फिर मैंने एक और शक्तिशाली स्वर्गदूत को स्वर्ग से नीचे उतरते हुए देखा। वह बादल से ढका हुआ था, और उसके सिर पर मेघ-धनुष था। उसका मुख सूर्य के समान था, और उसके पैर अग्नि-स्तंभ के समान थे। सरल हिन्दी बाइबल तब मुझे स्वर्ग से उतरता हुआ एक दूसरा शक्तिशाली स्वर्गदूत दिखाई दिया, जिसने बादल को कपड़ों के समान धारण किया हुआ था, उसके सिर के ऊपर सात रंगों का मेघधनुष था, उसका चेहरा सूर्य सा तथा पैर आग के खंभे के समान थे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 फिर मैंने एक और शक्तिशाली स्वर्गदूत को बादल ओढ़े हुए स्वर्ग से उतरते देखा; और उसके सिर पर मेघधनुष था, और उसका मुँह सूर्य के समान और उसके पाँव आग के खम्भे के समान थे; |
तूने अपने निवास-स्थान को उपरले जल पर स्थित किया है। तू मेघों को अपना रथ बनाता है; तू पवन के पंखों पर सवारी करता है।
जब हारून समस्त इस्राएली मंडली से बोला तब वे लोग निर्जन प्रदेश की ओर उन्मुख हुए और देखो, प्रभु की महिमा मेघ में दिखाई दी।
उसके पैर संगमर्मर के खम्भे हैं, जो शुद्ध सोने पर बैठाए गए हैं। उसका रूप लबानोन के सदृश है, सर्वोत्तम देवदार वृक्ष के सदृश वह आकर्षक है।
मिस्र देश के विरुद्ध नबूवत: प्रभु एक तीव्रगामी मेघ पर सवार हो मिस्र देश आ रहा है। उसके सम्मुख मिस्र देश के देवताओं की मूर्तियाँ थर्रा उठेंगी। मिस्र के निवासियों का हृदय डूब जाएगा।
‘मेरे लिए यह वैसा है जैसा नूह के समय में था: मैंने शपथ ली थी कि जल-प्रलय से पृथ्वी पुन: न डूबेगी। वैसी ही शपथ अब मैं पुन: ले रहा हूं : मैं तुझसे नाराज न होऊंगा, मैं तुझे फिर न डांटूंगा।
जैसे वर्षा के दिन बादलों में धनुष दिखाई पड़ता है, वैसे ही उसके चारों ओर का प्रभा-मण्डल दिखाई दे रहा था। प्रभु के तेज का रूप मानो ऐसा ही दिखाई दे रहा था। जब मैंने प्रभु के तेज के दर्शन किए, तब मैं श्रद्धा और भक्ति से नतमस्तक हो गया, और मैंने किसी की आवाज सुनी। कोई व्यक्ति मुझसे कह रहा था:
उसका शरीर स्वर्णमणि के सदृश चमक रहा है। उसका रूप विद्युत की चमक के समान है। उसकी आंखें ज्वाला उगलती हुई मशालों के समान है। उसकी भुजाएँ और पैर चमकते हुए पीतल के सदृश हैं। उसके शब्दों की आवाज भीड़ की आवाज के समान भारी है।
“मैंने रात के दर्शन में यह देखा: आकाश के मेघों के साथ मानव-पुत्र के सदृश कोई आ रहा है। वह प्राचीन युग-पुरुष के पास आया, और उसके सम्मुख प्रस्तुत हुआ।
प्रभु ने मूसा से कहा, ‘तू अपने भाई हारून से कहना कि वह मंजूषा के ऊपर बने हुए दया-आसन के सम्मुख, अन्त: पट के भीतर पवित्र-स्थान में हर समय प्रवेश न करे, अन्यथा वह मर जाएगा; क्योंकि मैं दया-आसन के ऊपर बादल में प्रकट होता हूँ।
वहाँ उनके सामने येशु का रूपान्तरण हो गया। उनका मुखमण्डल सूर्य की तरह दमक उठा और उनके वस्त्र प्रकाश के समान उज्ज्वल हो गये।
तब, महाराज! दोपहर के समय मैंने मार्ग में स्वर्ग की ज्योति देखी, जो सूर्य से भी अधिक देदीप्यमान थी और जो मेरे और मेरे साथियों के चारों ओर चमक रही थी।
देखो, वही बादलों पर आने वाले हैं। सब लोग उन्हें देखेंगे। जिन्होंने उन को बेधा, वे भी उन्हें देखेंगे और पृथ्वी के समस्त कुल उन के कारण विलाप करेंगे। यह निश्चित है। आमेन!
इसके बाद मैंने एक अन्य स्वर्गदूत को स्वर्ग से उतरते देखा। वह महान अधिकार से सम्पन्न था और पृथ्वी उसके तेज से प्रदीप्त हो उठी।
तब एक बलवान स्वर्गदूत ने चक्की के बड़े पाट-जैसा एक पत्थर उठाया और यह कहते हुए समुद्र में फेंका, “महानगरी बेबीलोन इसी वेग से गिरा दी जायेगी और उसका फिर कभी पता नहीं चलेगा।
इसके बाद मैंने एक स्वर्गदूत को स्वर्ग से उतरते देखा। उसके हाथ में अगाध गर्त्त की चाबी और एक बड़ी जंजीर थी।
जिसका रूप-रंग सूर्यकान्त एवं रुधिराख्य के सदृश है और सिंहासन के चारों ओर मरकतमणि-जैसा एक आभा-मण्डल है।
और मैंने एक शक्तिशाली स्वर्गदूत को देखा, जो ऊंचे स्वर से पुकार रहा था, “पुस्तक खोलने और उसकी मोहरें तोड़ने योग्य कौन है?”
मैंने पुन: देखा और मध्य आकाश में उड़ने वाले एक गरुड़ को ऊंचे स्वर में यह कहते सुना, “धिक्कार! धिक्कार! धिक्कार पृथ्वी के निवासियों को उन तुरहियों के निनाद के कारण, जिन्हें शेष तीन स्वर्गदूत बजाने वाले हैं!”