‘उस मनुष्य को शाप लगे, जो प्रभु के काम में आलस्य करता है। शापित है वह मनुष्य जो प्रभु के आदेश का पालन नहीं करता, और अपनी तलवार को म्यान में रखता है, और रक्त नहीं बहाता।
न्यायियों 21:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उन्होंने पूछा, ‘इस्राएली कुलों में से कौन कुल यहाँ प्रभु के पास धर्मसभा में नहीं आया है?’ अभिशाप की यह महाशपथ घोषित की गई थी कि जो कुल प्रभु के पास मिस्पाह में नहीं आएगा, उसे निश्चय ही मृत्यु-दण्ड दिया जाएगा। पवित्र बाइबल तब इस्राएल के लोगों ने कहा, “क्या इस्राएल का कोई ऐसा परिवार समूह है जो यहोवा के सामने हम लोगों के साथ मिलने नहीं आया है?” उन्होंने यह प्रश्न इसलिए पूछा कि उन्होंने एक गंभीर प्रतिज्ञा की थी। उन्होंने प्रतिज्ञा की थी कि जो कोई मिस्पा में अन्य परिवार समूहों के साथ नहीं आएगा, मार डाला जाएगा। Hindi Holy Bible तब इस्राएली पूछने लगे, इस्राएल के सारे गोत्रों में से कौन है जो यहोवा के पास सभा में न आया था? उन्होंने तो भारी शपथ खाकर कहा था, कि जो कोई मिस्पा को यहोवा के पास न आए वह निश्चय मार डाला जाएगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब इस्राएली पूछने लगे, “इस्राएल के सारे गोत्रों में से कौन है जो यहोवा के पास सभा में नहीं आया था?” उन्होंने तो भारी शपथ खाकर कहा था, “जो कोई मिस्पा को यहोवा के पास न आए वह निश्चय मार डाला जाएगा।” सरल हिन्दी बाइबल इस्राएल वंशजों ने यह पूछताछ की, “इस्राएल के सारे गोत्रों में से ऐसा कौन है, जो इस सभा में याहवेह के सामने नहीं आया है?” क्योंकि उन्होंने बड़ी गंभीरता पूर्वक यह शपथ ली थी, “जो कोई मिज़पाह में याहवेह के सामने उपस्थित न होगा, उसे निश्चित ही प्राण-दंड दिया जाएगा.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब इस्राएली पूछने लगे, “इस्राएल के सारे गोत्रों में से कौन है जो यहोवा के पास सभा में नहीं आया था?” उन्होंने तो भारी शपथ खाकर कहा था, “जो कोई मिस्पा को यहोवा के पास न आए वह निश्चय मार डाला जाएगा।” |
‘उस मनुष्य को शाप लगे, जो प्रभु के काम में आलस्य करता है। शापित है वह मनुष्य जो प्रभु के आदेश का पालन नहीं करता, और अपनी तलवार को म्यान में रखता है, और रक्त नहीं बहाता।
इस्राएली पुरुषों ने मिस्पाह में यह शपथ खाई : ‘हममें से कोई भी पिता अपनी पुत्री का विवाह बिन्यामिन कुल में नहीं करेगा।’
हम अपनी पुत्रियों का विवाह उनके साथ नहीं कर सकते हैं।’ इस्राएलियों ने यह शपथ खाई थी, ‘अपनी पुत्री का विवाह बिन्यामिनी पुरुष के साथ करनेवाला व्यक्ति अभिशप्त है!’
परन्तु इस्राएलियों में अपने जाति-भाई बिन्यामिनियों के प्रति दया उत्पन्न हुई। उन्होंने कहा, ‘आज इस्राएली कुलों में से एक कुल कट गया।
प्रभु का दूत यह कहता है : “मेरोज नगर को शाप दो! उसके निवासियों को निश्चय ही शाप दो! क्योंकि वे प्रभु की सहायता करने, शक्तिशाली शत्रु के विरुद्ध प्रभु की सहायता करने नहीं आए।”
उसने दो बैल लिए और उनके टुकड़े किए। तत्पश्चात् उसने टुकड़ों को दूतों के हाथ से इस्राएल देश की समस्त सीमा में भेज दिया। उसने यह सन्देश भी भेजा, “जो व्यक्ति शाऊल और शमूएल के पीछे नहीं आएगा, उसके बैलों के साथ ऐसा ही व्यवहार किया जाएगा।’ प्रभु का भय लोगों पर छा गया। वे संगठित हुए, और सब एक होकर अपने-अपने नगर से बाहर निकले।
शाऊल ने उस दिन उतावली में एक मन्नत मानी। उसने अपने सैनिकों को एक महाशपथ दी। उसने कहा, ‘सन्ध्या के पूर्व, तथा जब तक मैं अपने शत्रुओं से बदला न ले लूँ, उसके पहले भोजन करने वाला व्यक्ति अभिशप्त होगा।’ अत: किसी भी सैनिक ने मुँह में दाना भी नहीं डाला।