दाऊद ने चिट्ठी डालकर उनको दलों में संगठित किया था। सबका ऐसा ही निर्वाचन किया गया था, क्योंकि एलआजर और ईतामार दोनों के वंशजों में पवित्र-स्थान के अधिकारी तथा परमेश्वर के अधिकारी थे।
न्यायियों 20:9 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अब हम गिबआह के नागरिकों के साथ यह व्यवहार करेंगे : हम चिट्ठी डालकर चुनाव करेंगे। पवित्र बाइबल हम लोग गिबा नगर के साथ यह करेंगे। हम गोट डालेंगे। जिससे परमेश्वर बताएगा कि हम लोग उन लोगों के साथ क्या करें। Hindi Holy Bible परन्तु अब हम गिबा से यह करेंगे, अर्थात हम चिट्ठी डाल डालकर उस पर चढ़ाई करेंगे, पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परन्तु अब हम गिबा से यह करेंगे, अर्थात् हम चिट्ठी डाल डालकर उस पर चढ़ाई करेंगे, सरल हिन्दी बाइबल गिबियाह के संबंध में हमारा निर्णय है कि पासा फेंकने के द्वारा हम मालूम करेंगे कि गिबियाह पर आक्रमण के लिए कौन जाएगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 परन्तु अब हम गिबा से यह करेंगे, अर्थात् हम चिट्ठी डाल डालकर उस पर चढ़ाई करेंगे, |
दाऊद ने चिट्ठी डालकर उनको दलों में संगठित किया था। सबका ऐसा ही निर्वाचन किया गया था, क्योंकि एलआजर और ईतामार दोनों के वंशजों में पवित्र-स्थान के अधिकारी तथा परमेश्वर के अधिकारी थे।
अब तक केवल इस्राएली समाज के मुखिया यरूशलेम नगर में रहते थे। अत: शेष इस्राएलियों ने चिट्ठी डालकर यह निश्चय किया कि उनके समाज का प्रत्येक दसवां व्यक्ति पवित्र नगर यरूशलेम में बसेगा, और शेष नौ व्यक्ति यहूदा प्रदेश के किसी भी नगर में रह सकते हैं।
नाविकों ने परस्पर कहा, ‘आओ, हम चििट्ठयाँ डालें, और यह पता लगाएं कि यह विपत्ति किस व्यक्ति के कारण हम पर आई है।’ अत: उन्होंने चििट्ठयाँ डालीं, और चिट्ठी योना के नाम पर निकली।
उन्होंने उन दोनों के लिए चिट्ठी डाली। चिट्ठी मत्तियस के नाम निकली और वह ग्यारह प्रेरितों के साथ सम्मिलित कर लिया गया।
जैसी आज्ञा प्रभु ने मूसा को दी थी, उसके अनुसार साढ़े नौ कुलों के क्षेत्र को चिट्ठी डालकर पैतृक-अधिकार के लिए निर्धारित किया गया।
हम प्रत्येक इस्राएली कुल के सौ पुरुषों में से दस, हजार में से सौ, और दस हजार में से एक हजार पुरुष चुनेंगे। ये सेना की भोजन-व्यवस्था करेंगे। ये उन लोगों के लिए भोजन लाएँगे जो बिन्यामिन प्रदेश के गिबआह में जाकर उसके नागरिकों को उनके मूर्खतापूर्ण कार्य का बदला देंगे, जो उन्होंने इस्राएली समाज में किया है।’
तब सब लोग खड़े हो गए। उन्होंने सर्वसम्मति से कहा, ‘हममें से कोई भी व्यक्ति अपने तम्बू में नहीं जाएगा, और न अपने घर को लौटेगा।