लाबान अपनी भेड़ों का ऊन काटने गया था। राहेल ने अपने पिता के गृहदेवताओं की मूर्तियाँ चुरा लीं।
न्यायियों 17:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मीकाह के घर में एक देव-स्थान था। उसने एपोद और गृह-देवता की मूर्तियाँ बनाईं, और अपने एक पुत्र को पुरोहित-पद पर प्रतिष्ठित कर दिया। पुत्र उसका पुरोहित हो गया। पवित्र बाइबल मीका का एक मन्दिर मूर्तियों की पूजा के लिये था। उसने एक एपोद और कुछ घरेलू मूर्तियाँ बनाईं। तब मीका ने अपने पुत्रों में से एक को अपना याजक चुना। Hindi Holy Bible मीका के पास एक देवस्थान था, तब उसने एक एपोद, और कई एक गृहदेवता बनवाए; और अपने एक बेटे का संस्कार करके उसे अपना पुरोहित ठहरा लिया पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मीका के पास एक देवस्थान था, तब उस ने एक एपोद, और कई एक गृहदेवता बनवाए; और अपने एक बेटे का संस्कार करके उसे अपना पुरोहित ठहरा लिया। सरल हिन्दी बाइबल इस व्यक्ति मीकाह ने एक वेदी बनाकर रखी थी. उसने एफ़ोद तथा परिवार से संबंधित मूर्तियों को बनाया. उसने अपने एक पुत्र को पुरोहित पद पर प्रतिष्ठित किया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मीका के पास एक देवस्थान था, तब उसने एक एपोद, और कई एक गृहदेवता बनवाए; और अपने एक बेटे का संस्कार करके उसे अपना पुरोहित ठहरा लिया |
लाबान अपनी भेड़ों का ऊन काटने गया था। राहेल ने अपने पिता के गृहदेवताओं की मूर्तियाँ चुरा लीं।
सम्भव है कि तुम अपने पिता के घर पहुँचने की प्रबल इच्छा के कारण भाग आए, किन्तु तुम मेरे गृह-देवताओं की मूर्तियाँ क्यों चुरा लाए?”
यारोबआम ने पहाड़ी शिखरों पर वेदियाँ बनाईं। उसने सामान्य लोगों के मध्य से ऐसे व्यक्ति चुने जो लेवी कुल के नहीं थे। उसने उनको वेदियों के पुरोहित नियुक्त किया।
यारोबआम ने आठवें महीने के पन्द्रहवें दिन एक यात्रा पर्व प्रतिष्ठित किया, जैसा यहूदा प्रदेश में मनाया जाता था। तत्पश्चात् उसने वेदी पर बलि चढ़ाई। ऐसा ही उसने बेत-एल नगर में किया। उसने स्वनिर्मित बछड़े की प्रतिमाओं को बलि चढ़ाई। उसने बेत-एल में पहाड़ी शिखर की वेदियों के लिए, जिनको उसने निर्मित किया था, पुरोहित नियुक्त किए।
सम्राट कुस्रू ने उन पवित्र पात्रों को निकाला, जिनको राजा नबूकदनेस्सर यरूशलेम के प्रभु-भवन से लूटकर ले गया था, और उनको अपने देवताओं के मन्दिर में रख दिया था।
मूसा ने इस्राएली समाज के युवकों को भेजा, जिन्होंने प्रभु को अग्नि-बलि चढ़ाई तथा बैलों को सहभागिता-बलि में अर्पित किया।
‘तू कलात्मक ढंग से कढ़ा हुआ एक निर्णायक उरपट बनाना। उसे उरावरण के सदृश ही बनाना। तू उसे स्वर्णतार तथा पतले सूत से बुने हुए नीले, बैंजनी और लोहित रंग के वस्त्र से बनाना।
यह पोशाक वे बनाएंगे : उरपट, उरावरण, अंगरखा, चारखाने का लम्बा कुरता, साफा और कमरबन्द। वे तेरे भाई हारून और उसके पुत्रों के लिए पवित्र पोशाक बनाएँगे कि वे मेरे लिए पुरोहित का कार्य करें।
तू उनकी कमर कमरबन्द से बांधना। उनको टोपी पहनाना। तब स्थायी संविधि के द्वारा उन्हें पुरोहिताई प्राप्त होगी। इस रीति से तू हारून और उसके पुत्रों का पुरोहित-पद के लिए अभिषेक करना।
बढ़ई डोरी से नापता है। वह पेन्सिल से उस पर निशान लगाता है। वह रन्दे से उसको आकार देता है। वह परकार से रेखा खींचता है। तत्पश्चात् वह उसको मनुष्य की आकृति में बदलता है। सुन्दर मनुष्य के सदृश वह उसको बनाता है कि आराधक उसे गृहदेवता के रूप में घर में प्रतिष्ठित कर सकें।
बेबीलोन का राजा इन दोनों मार्गों के उद्गम स्थल पर खड़ा है, और वह शकुन विचार रहा है कि वह किस मार्ग पर जाए : वह तीरों को हिलाता है; वह तराफीम गृह-देवताओं से पूछता है; वह कलेजे को देखता है।
स्वामी-प्रभु यों कहता है: तू अपनी पगड़ी उतार दे। अपने सिर से मुकुट अलग कर। तू पहले जैसा अधिपति नहीं रहा। जो नीचा है, उसे ऊंचा कर; और जो ऊंचा है, उसे नीचा।
इसी प्रकार इस्राएली बहुत दिनों तक बिना राजा के निवास करेंगे। न उनका कोई शासक होगा, और न वे बलि चढ़ा सकेंगे। उनके न पूजा-स्तम्भ होंगे, और न एपोद और न गृह-देवताओं की मूर्तियाँ।
इस्राएल अपने बनानेवाले को भूल गया; इस्राएल ने केवल भवन बनाए! यहूदा ने किलाबन्द नगरों की संख्या में वृद्धि की, मैं उसके नगरों पर अग्नि की वर्षा करूंगा, और अग्नि उसके किलों को खण्डहर बना देगी।
तू हारून और उसके पुत्रों को नियुक्त करना, और वे अपनी पुरोहिताई का दायित्व संभालेंगे। परन्तु यदि कोई अपुरोहित व्यक्ति शिविर में सेवा-कार्य के लिए आएगा तो उसको मृत्यु-दण्ड दिया जाएगा।’
कोई भी अपने आप यह गौरवपूर्ण पद नहीं अपनाता। प्रत्येक महापुरोहित हारून की भाँति परमेश्वर द्वारा बुलाया जाता है।
जब मीकाह ने चांदी के सिक्के अपनी माँ को लौटाए तब उसकी माँ ने उनमें से चांदी के दो सौ सिक्के सुनार को दे दिए। सुनार ने उनसे एक मूर्ति, चांदी की ढली-गढ़ी प्रतिमा, बनाई। यह मूर्ति मीकाह के घर में रखी गई।
जो पाँच पुरुष लइश नगर का भेद लेने गए थे, उन्होंने अपने भाई-बन्धुओं से यह कहा था, ‘क्या आप जानते हैं कि इन घरों में एपोद, गृह-देवता की मूर्तियाँ और चांदी की ढली-गढ़ी प्रतिमा हैं? अब सोचिए कि हमें ऐसी स्थिति में क्या करना चाहिए।’
मीकाह ने कहा, ‘तुमने मेरे देवता की मूर्तियाँ ले लीं, जिन्हें मैंने बनाया था। तुम मेरे पुरोहित को भी लिए जा रहे हो। अब मेरे पास क्या बचा? फिर तुम मुझसे पूछते हो कि मुझे क्या हुआ।’
दान कुल के लोगों ने अपने उपयोग के लिए उस चांदी की मूर्ति को प्रतिष्ठित किया। जिस दिन देश-वासियों का निष्कासन हुआ, उस दिन तक गेर्शोम का पुत्र, मूसा का पौत्र योनातन तथा उसके बाद उसके पुत्र दान कुल के पुरोहित रहे।
गिद्ओन ने इस सोने से ‘एपोद’ की मूर्ति बनाई और उसको अपने नगर ओप्राह में खड़ा कर दिया। फलत: सब इस्राएलियों ने वहाँ एपोद का अनुसरण कर प्रभु के प्रति वेश्या के सदृश विश्वासघात किया। गिद्ओन और उसके परिवार के लिए एपोद एक फन्दा बन गया।
मीकल ने गृह-देवता की एक मूर्ति ली। उसने उसको पलंग पर लिटा दिया। उसने बकरियों के बालों की बनी हुई एक जाली उसके सिर पर लगा दी, और उसको चादर से ढक दिया।
अब, अहीमेलक के पुत्र पुरोहित एबयातर ने जब दाऊद की शरण ली तब वह हाथ में एपोद लेकर कईलाह नगर को गया।