अत: अबशालोम ने अपने सेवकों को आदेश दिया, ‘देखो, मेरे खेत के पास ही योआब का एक खेत है। उसमें जौ की फसल खड़ी है। जाओ, और उसमें आग लगा दो।’ अत: अबशालोम के सेवकों ने योआब के खेत में आग लगा दी।
न्यायियों 15:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इसके बाद उसने मशालों में आग लगा दी, और सियारों को पलिश्तियों की खड़ी फसल में छोड़ दिया। इस प्रकार शिमशोन ने पूलों के ढेर, खड़ी फसल, अंगूर तथा जैतून के उद्यान जला दिए। पवित्र बाइबल शिमशोन ने लोमड़ियों की पूँछ के बीच के मशालों को जलाया। तब उसने पलिश्ती लोगों के खेतों में लोमड़ियों को छोड़ दिया। इस प्रकार उसने उनकी खड़ी फसलों और उनकी कटी ढेरों को जला दिया। उसने उनके अंगूर के खेतों और जैतून के पेड़ों को भी जला डाला। Hindi Holy Bible तब मशालों में आग लगाकर उसने लोमडिय़ों को पलिश्तियों के खड़े खेतों में छोड़ दिया; और पूलियों के ढेर वरन खड़े खेत और जलपाई की बारियां भी जल गईं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब मशालों में आग लगाकर उस ने लोमड़ियों को पलिश्तियों के खड़े खेतों में छोड़ दिया; और पूलों के ढेर वरन् खड़े खेत और जैतून की बारियाँ भी जल गईं। सरल हिन्दी बाइबल जब उसने मशालों को जला लिया, उसने लोमड़ियों को फिलिस्तीनियों की खड़ी उपज में छोड़ दिया. इससे उनकी पुलियां तथा खड़ी हुई उपज जल गई. इसके अलावा उनके अंगूर के बगीचे और जैतून के बगीचे भी नष्ट होते गए. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब मशालों में आग लगाकर उसने लोमड़ियों को पलिश्तियों के खड़े खेतों में छोड़ दिया; और पूलियों के ढेर वरन् खड़े खेत और जैतून की बारियाँ भी जल गईं। |
अत: अबशालोम ने अपने सेवकों को आदेश दिया, ‘देखो, मेरे खेत के पास ही योआब का एक खेत है। उसमें जौ की फसल खड़ी है। जाओ, और उसमें आग लगा दो।’ अत: अबशालोम के सेवकों ने योआब के खेत में आग लगा दी।
‘जब आग झाड़-फूस में लगकर ऐसी फैलती है कि पूलों के ढेर, खड़ी फसल अथवा खेत जलकर राख हो जाते हैं तब आग लगाने वाला व्यक्ति सम्पूर्ण क्षति-पूर्ति करेगा।
किन्तु सातवें वर्ष उसे परती रहने देना। उसे वैसे ही छोड़ देना जिससे तेरी प्रजा के दरिद्र व्यक्ति खाएँ। जो शेष रहे, उसे वन पशु खाएँ। तू ऐसा ही अपने अंगूर उद्यान और जैतून कुंज के विषय में करना।
शिमशोन निर्जन प्रदेश गया। उसने तीन सौ सियार पकड़े। उसने दो-दो सियारों की पूँछ परस्पर बाँध दी। तत्पश्चात् उसने मशालें लीं, और बन्धी हुई पूँछों के मध्य एक-एक मशाल रख दी।
पलिश्ती लोगों ने पूछा, ‘यह कार्य किसने किया है?’ उन्हें उत्तर मिला, ‘शिमशोन ने, जिसने तिम्नाह नगर के रहनेवाले की पुत्री से विवाह किया था। किन्तु उसके ससुर ने उसकी पत्नी ले ली, और उसके वर-सखा को दे दी’। अत: पलिश्ती शिमशोन के ससुर के घर पर चढ़ आए, और उन्होंने उसकी पत्नी और उसके ससुर को आग में जला दिया।