एक दिन एलीशा शूनेम नगर से गुजरे। वहां एक धनवान महिला रहती थी। उसने एलीशा को भोजन के लिए विवश किया। इस घटना के बाद जब-जब एलीशा उस मार्ग से गुजरते थे, वह भोजन करने के लिए वहां रुक जाते थे।
नीतिवचन 7:21 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ऐसे लुभावने वचन बोलकर उस स्त्री ने युवक को फांस लिया; उसने मीठी-मीठी बातें कहकर उसको अपने वश में कर लिया। पवित्र बाइबल उसने उसे लुभावने शब्दों से मोह लिया। उसको मीठी मधुर वाणी से फुसला लिया। Hindi Holy Bible ऐसी ही बातें कह कह कर, उस ने उस को अपनी प्रबल माया में फंसा लिया; और अपनी चिकनी चुपड़ी बातों से उस को अपने वश में कर लिया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) ऐसी बातें कह कहकर, उसने उसको अपनी प्रबल माया में फँसा लिया; और अपनी चिकनी चुपड़ी बातों से उसको अपने वश में कर लिया। नवीन हिंदी बाइबल लुभावनी बातें कह कहकर उसने उसे फँसा लिया; अपनी मीठी-मीठी बातों से उसने उसे अपने वश में कर लिया। सरल हिन्दी बाइबल इसी प्रकार के मधुर शब्द के द्वारा उसने अंततः उस युवक को फुसला ही लिया; उसके मधुर शब्द के समक्ष वह हार गया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 ऐसी ही लुभानेवाली बातें कह कहकर, उसने उसको फँसा लिया; और अपनी चिकनी चुपड़ी बातों से उसको अपने वश में कर लिया। |
एक दिन एलीशा शूनेम नगर से गुजरे। वहां एक धनवान महिला रहती थी। उसने एलीशा को भोजन के लिए विवश किया। इस घटना के बाद जब-जब एलीशा उस मार्ग से गुजरते थे, वह भोजन करने के लिए वहां रुक जाते थे।
प्रत्येक मनुष्य अपने पड़ोसी से झूठ बोलता है, वे चाटुकार ओंठों से दुरंगी बातें करते हैं।
ताकि तेरी यह बहिन और सखी तुझको परायी स्त्री से बचाएं, व्यभिचारिणी स्त्री के मीठे बोलों से तेरी रक्षा करें।
तो स्वामी ने सेवक से कहा, ‘सड़कों और बाड़ों की ओर जाओ और लोगों को भीतर आने के लिए बाध्य करो, जिससे मेरा घर भर जाए;
किन्तु शिष्यों ने यह कह कर उन से आग्रह किया, “हमारे साथ रह जाइए। संध्या हो रही है और अब दिन ढल चुका है।” वह उनके साथ ठहरने के लिए भीतर गये।
जब उसने तथा उसके परिवार ने बपतिस्मा ग्रहण कर लिया तब लुदिया ने हमसे यह अनुरोध किया, “यदि आप लोग मानते हैं कि मैं सचमुच प्रभु में विश्वास करती हूँ तो आइए, मेरे यहाँ ठहरिए।” और उसने हमें बाध्य कर दिया।
क्योंकि मसीह का प्रेम हमें प्रेरित करता रहता है। हम तो यह समझ गये हैं कि जब एक सब के लिए मर गया, तब सभी मर गये हैं।
शिमशोन की पत्नी सातवें दिन तक, जिस दिन विवाह-भोज समाप्त हुआ, उसके सम्मुख रोती रही। जब पत्नी ने शिमशोन पर बहुत दबाव डाला तब उसने सातवें दिन उसे पहेली का अर्थ बता दिया। अत: शिमशोन की पत्नी ने अपने देश के लोगों को पहेली का अर्थ बता दिया।
किन्तु शाऊल ने अस्वीकार कर दिया। शाऊल ने कहा, ‘मैं नहीं खाऊंगा।’ किन्तु उसके सेवकों और उस स्त्री ने उस पर दबाव डाला। तब शाऊल ने उनकी बात सुनी। वह भूमि से उठा और सोफे पर बैठ गया।