नीतिवचन 4:16 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जब तक दुर्जन दुष्कर्म न कर लें उनको नींद भी नहीं आती: जब तक वे निर्दोष व्यक्ति को सता नहीं लेते, नींद उनके पास फटकती भी नहीं। पवित्र बाइबल वे बुरे काम किये बिना सो नहीं पाते। वे नींद खो बैठते हैं जब तक किसी को नहीं गिराते। Hindi Holy Bible क्योंकि दुष्ट लोग यदि बुराई न करें, तो उन को नींद नहीं आती; और जब तक वे किसी को ठोकर न खिलाएं, तब तक उन्हें नींद नहीं मिलती। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि दुष्ट लोग यदि बुराई न करें, तो उनको नींद नहीं आती; और जब तक वे किसी को ठोकर न खिलाएँ, तब तक उन्हें नींद नहीं मिलती। नवीन हिंदी बाइबल क्योंकि जब तक दुष्ट लोग बुराई न करें, वे सो नहीं सकते; और जब तक वे किसी को ठोकर न खिलाएँ, उन्हें नींद नहीं आती। सरल हिन्दी बाइबल उन्हें बुराई किए बिना नींद ही नहीं आती; जब तक वे किसी का बुरा न कर लें, वे करवटें बदलते रह जाते हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि दुष्ट लोग यदि बुराई न करें, तो उनको नींद नहीं आती; और जब तक वे किसी को ठोकर न खिलाएँ, तब तक उन्हें नींद नहीं मिलती। |
वह अपनी शैया पर लेटे-लेटे बुराई की योजनाएं बनाता है; वह अपने को उस मार्ग पर ले जाता है, जो भला नहीं है। वह बुराई को धिक्कारता नहीं।
उस पथ की ओर ध्यान भी न देना, उसके पास से गुजरना भी नहीं। उसकी ओर से मुंह मोड़ ले, और आगे बढ़ जा!
परन्तु दुर्जन व्यक्ति उमड़ते हुए समुद्र के समान है, जो कभी शान्त नहीं होता, जिसका जल कीचड़ और कचरा उछालता रहता है।’
प्रत्येक मनुष्य अपने पड़ोसी से सावधान रहे, और न अपने भाई पर भरोसा करे। क्योंकि भाई, भाई को धोखा देता है, पड़ोसी, पड़ोसी की निन्दा करता है।
धिक्कार है उनको, जो कुचक्र रचते हैं, जो रात में पलंग पर पड़े-पड़े दुष्कर्म सोचा करते हैं। वे सबेरा होने पर अपनी योजना को कार्यरूप में परिणत भी करते हैं, क्योंकि ऐसा करने की शक्ति उनके हाथ में है।
उनके हाथ में दुष्कर्म हैं, वे कुकर्म करने में निपुण हैं। शासक और न्यायाधीश घूस मांगते हैं। बड़े लोग मनमानी करते हैं। यों ये सब मिलकर कुचक्र रचते हैं।
जैसे ही दिन हुआ, समाज के धर्मवृद्ध, महापुरोहित और शास्त्री एकत्र हो गये और उन्होंने येशु को अपनी धर्म-महासभा में प्रस्तुत किया।
तब वे येशु को काइफा के यहाँ से राजभवन ले गये। अब प्रात:काल हो गया था। यहूदी धर्मगुरु राजभवन के अन्दर इसलिए नहीं गये कि गैर-यहूदियों के सम्पर्क से अशुद्ध न हो जाएँ, बल्कि पास्का (फसह) पर्व का भोज खा सकें।
किन्तु सेना-नायक लुसियस ने आकर इसे बड़ी कठिनाई से हमारे हाथ से छीन लिया और इस पर अभियोग लगाने वालों को आदेश दिया कि वे आपके सम्मुख उपस्थित हों।]
उनकी आँखें व्यभिचार से भरी हैं और उन में कभी तृप्त न होनेवाली पाप की भूख बनी हुई है। वे दुर्बल आत्माओं को लुभाते हैं। उनका मन लोभ में प्रशििक्षत हो चुका है। यह अभिशप्त सन्तति