उनके पास भेड़-बकरी, गाय-बैल और अनेक सेवक-सेविकाएं थीं। अत: पलिश्ती लोग उनसे ईष्र्या करने लगे।
नीतिवचन 27:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) क्रोध निर्दय होता है; गुस्सा मनुष्य को दबोच देता है; पर ईष्र्या के सामने कौन ठहर सकता है? पवित्र बाइबल क्रोध निर्दय और दर्दम्य होता है। वह नाश कर देता है। किन्तु ईर्ष्या बहुत ही बुरी है। Hindi Holy Bible क्रोध तो क्रूर, और प्रकोप धारा के समान होता है, परन्तु जब कोई जल उठता है, तब कौन ठहर सकता है? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्रोध तो क्रूर, और प्रकोप धारा के समान होता है, परन्तु जब कोई जल उठता है, तब कौन ठहर सकता है। नवीन हिंदी बाइबल प्रकोप तो भयानक और क्रोध बाढ़ के समान होता है, परंतु ईर्ष्या के सामने कौन टिक सकता है? सरल हिन्दी बाइबल कोप में क्रूरता निहित होती है तथा रोष में बाढ़ के समान उग्रता, किंतु ईर्ष्या के समक्ष कौन ठहर सकता है? इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्रोध की क्रूरता और प्रकोप की बाढ़, परन्तु ईर्ष्या के सामने कौन ठहर सकता है? |
उनके पास भेड़-बकरी, गाय-बैल और अनेक सेवक-सेविकाएं थीं। अत: पलिश्ती लोग उनसे ईष्र्या करने लगे।
किन्तु ओनन यह बात जानता था कि तामार से उत्पन्न वंश उसका अपना न कहलाएगा। अतएव जब उसने अपने भाई की पत्नी के साथ सहवास किया तब वीर्य भूमि पर गिरा दिया जिससे वह अपने मृत भाई को वंश प्रदान न कर सके।
निस्सन्देह क्रोध मूर्ख मनुष्य को मार डालता है; और मूढ़ आदमी ईष्र्या के कारण मर जाता है।
शान्त मन शरीर को स्वस्थ रखता है, पर क्रोध की ज्वाला हड्डियों को भी भस्म कर देती है।
पत्थर भारी होता है रेत भी वजनदार होती है, पर इनसे अधिक भारी होता है मूर्ख मनुष्य का क्रोध।
ईष्र्या पुरुष को क्रोध से अन्धा बना देती है; जब वह बदला लेगा तब वह तुझ पर दया नहीं करेगा।
ओ मेरे प्रियतम! मुझे मुहर की तरह अपने हृदय पर अंकित कर लो। ताबीज के समान अपनी बाँह पर बांध लो, क्योंकि प्रेम मृत्यु जैसा शक्तिशाली है, और ईष्र्या कबर के समान निर्दयी है। उसकी लपटें आग की लपटों जैसी होती हैं, उसकी ज्वाला बड़ी उग्र होती है।
इस से यहूदी ईष्र्या से जलने लगे और उन्होंने बाजार के कुछ गुण्डों की सहायता से भीड़ एकत्र की और नगर में दंगा खड़ा कर दिया। वे पौलुस और सीलास को नगर-सभा के सामने पेश करने के उद्देश्य से यासोन के घर आ धमके।
यह सब देख कर प्रधान महापुरोहित और उसके सब संगी-साथी, अर्थात् सदूकी सम्प्रदाय के सदस्य, ईष्र्या से जलने लगे।
“इन कुलपतियों ने ईष्र्या के कारण यूसुफ़ को मिस्र देश में बेच दिया, किन्तु परमेश्वर उसके साथ रहा।
वे हर प्रकार के अन्याय, दुष्टता, लोभ और बुराई से भर गये। वे ईष्र्या, हत्या, बैर, छल-कपट और दुर्भाव से परिपूर्ण हैं। वे चुगलखोर,
हम काइन की तरह नहीं बनें। वह दुष्ट की सन्तान था और उसने अपने भाई की हत्या की। उसने उसकी हत्या क्यों कर दी? क्योंकि उसके अपने कर्म बुरे थे और उसके भाई के कर्म धार्मिक।