प्रत्येक मनुष्य अपने पड़ोसी से झूठ बोलता है, वे चाटुकार ओंठों से दुरंगी बातें करते हैं।
नीतिवचन 23:7 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) क्योंकि वह मुंह से तो कहता है, ‘खाइये, खाइये।’ पर वह मन में कुढ़ता है, और हृदय से तुम्हारा स्वागत नहीं करता। पवित्र बाइबल क्योंकि वह ऐसा मनुष्य है जो मन में हरदम उसके मूल्य का हिसाब लगाता रहता है; तुझसे तो वह कहता, “तुम खाओ और पियो” किन्तु वह मन से तेरे साथ नहीं है। Hindi Holy Bible क्योंकि जैसा वह अपने मन में विचार करता है, वैसा वह आप है। वह तुझ से कहता तो है, खा पी, परन्तु उसका मन तुझ से लगा नहीं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि जैसा वह अपने मन में विचार करता है, वैसा वह आप है। वह तुझ से कहता तो है, खा पी, परन्तु उसका मन तुझ से लगा नहीं। नवीन हिंदी बाइबल क्योंकि वह ऐसा मनुष्य है जो मन में हिसाब लगाता रहता है। वह तुझसे कहता तो है, “खा और पी!” पर उसके मन में तुझसे कोई लगाव नहीं। सरल हिन्दी बाइबल क्योंकि वह उस व्यक्ति के समान है, जो कहता तो है, “और खाइए न!” किंतु मन ही मन वह भोजन के मूल्य का हिसाब लगाता रहता है. वस्तुतः उसकी वह इच्छा नहीं होती, जो वह कहता है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि वह ऐसा व्यक्ति है, जो भोजन के कीमत की गणना करता है। वह तुझ से कहता तो है, खा और पी, परन्तु उसका मन तुझ से लगा नहीं है। |
प्रत्येक मनुष्य अपने पड़ोसी से झूठ बोलता है, वे चाटुकार ओंठों से दुरंगी बातें करते हैं।
उसके मुंह की बातें मक्खन से अधिक चिकनी थीं, पर उसके हृदय में द्वेष था। उसके शब्द तेल की अपेक्षा कोमल थे; फिर भी वे नंगी तलवार थे।
जैसे मिट्टी के बर्तन पर चांदी की कलई चढ़ी होती है वैसे ही जिस मनुष्य के हृदय में बुराई होती है, उसके ओंठ चिकनी-चुपड़ी बातें करते हैं।
जब वह मीठी-मीठी बातें करे, तब उसकी बात पर विश्वास मत करना; क्योंकि उसके हृदय में सात घिनौनी बातें छिपी होती हैं।
तब दोनों राजाओं के मन कुकर्म करने पर उतारू हो जाएंगे। वे एक ही मेज पर बैठकर भी एक दूसरे से झूठ बोलेंगे। परन्तु उससे कुछ लाभ न होगा; क्योंकि निश्चित किए गए युगान्त की अवधि अब तक समाप्त नहीं हो पायी है।
जिस फरीसी ने येशु को निमन्त्रण दिया था, उसने यह देख कर मन-ही-मन कहा, “यदि यह आदमी नबी होता, तो अवश्य जान जाता कि जो स्त्री इसे छू रही है, वह कौन और कैसी है−वह तो पापिनी है।”
दलीलाह ने शिमशोन से कहा, ‘तुम यह बात कैसे कह सकते हो : “मैं तुम से प्रेम करता हूँ!” जब कि तुम्हारा हृदय मुझ में नहीं लगता? तुमने मुझे तीन बार धोखा दिया। तुमने मुझे नहीं बताया कि तुम्हारी महाशक्ति का स्रोत कहाँ है।’