उस आशीर्वाद के कारण जिसे उसके पिता ने याकूब को दिया था, एसाव याकूब से घृणा करने लगा। एसाव ने अपने मन में कहा, ‘पिता के मृत्यु-शोक दिवस निकट हैं। उसके बाद मैं अपने भाई की हत्या करूँगा।’
नीतिवचन 16:7 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जब प्रभु मनुष्य के आचरण से प्रसन्न होता है, तब वह उसके शत्रुओं को भी उसके मित्र बना देता है। पवित्र बाइबल यहोवा को जब मनुष्य की राहें भाती हैं, वह उसके शत्रुओं को भी साथ शांति से रहने को मित्र बना देता। Hindi Holy Bible जब किसी का चाल चलन यहोवा को भावता है, तब वह उसके शत्रुओं का भी उस से मेल कराता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जब किसी का चालचलन यहोवा को भावता है, तब वह उसके शत्रुओं का भी उस से मेल कराता है। नवीन हिंदी बाइबल जब यहोवा मनुष्य के चाल-चलन से प्रसन्न होता है, तो वह उसके शत्रुओं का भी उससे मेल करा देता है। सरल हिन्दी बाइबल जब किसी व्यक्ति का चालचलन याहवेह को भाता है, वह उसके शत्रुओं तक को उसके प्रति मित्र बना देते हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जब किसी का चाल चलन यहोवा को भावता है, तब वह उसके शत्रुओं का भी उससे मेल कराता है। |
उस आशीर्वाद के कारण जिसे उसके पिता ने याकूब को दिया था, एसाव याकूब से घृणा करने लगा। एसाव ने अपने मन में कहा, ‘पिता के मृत्यु-शोक दिवस निकट हैं। उसके बाद मैं अपने भाई की हत्या करूँगा।’
तब वह बोला, ‘अब तेरा नाम याकूब न होगा, वरन् “इस्राएल” होगा; क्योंकि तूने परमेश्वर और मनुष्य से लड़कर विजय प्राप्त की है।’
किन्तु एसाव उससे भेंट करने को दौड़ा। उसने याकूब को बाहों में भर लिया। उसे गले लगाया। उसका चुम्बन किया। वे दोनों रोने लगे।
यहूदा प्रदेश के चारों ओर के राज्यों में प्रभु का इतना भय समा गया कि उन्होंने राजा यहोशाफट पर आक्रमण करने, और उससे युद्ध करने का साहस नहीं किया।
इस प्रकार यहोशाफट के राज्य में शान्ति और चैन फैल गया; क्योंकि परमेश्वर ने उसके चारों ओर के शत्रुओं से उसको विश्राम दिया था।
एज्रा तथा उसके सहयोगियों ने सम्राट का आज्ञा-पत्र फरात नदी के पश्चिम क्षेत्र के राज्यपालों तथा सम्राट के क्षत्रपों को सौंप दिया। इस प्रकार उन्होंने इस्राएली कौम की मदद की तथा परमेश्वर के भवन की देखरेख में सहायता की।
मैं अपने इन लोगों को मिस्र निवासियों की कृपा-दृष्टि प्रदान करूंगा। अत: जब तुम प्रस्थान करोगे तब खाली हाथ नहीं जाओगे।
प्रभु, क्या यह सच नहीं है कि मैंने शक्ति-भर सेवा की; अपने शत्रु के लिए भी तुझ से निवेदन किया, जब वह संकट में था, जब वह कष्ट में था?
‘यिर्मयाह को ले जाओ। उनकी अच्छे से देखभाल करो, और उनका अहित मत करना। जैसा वह तुम्हें कहें वैसा ही करना।’
अब मुझे पूर्ण राशि प्राप्त हो गई है; मैं सम्पन्न हूँ। इपफ्रोदितुस से आपकी भेजी हुई वस्तुएँ पा कर मैं समृद्ध हो गया हूँ। आप लोगों की यह भेंट एक मधुर सुगन्ध है, एक सुग्राह्य बलि है, जो परमेश्वर को प्रिय है।
इस प्रकार आप प्रभु के योग्य जीवन बिता कर सब बातों में उसे प्रसन्न करेंगे, हर प्रकार के भले कार्य करते रहेंगे और परमेश्वर के ज्ञान में फलते और बढ़ते जायेंगे।
बच्चो! सभी बातों में अपने माता-पिता की आज्ञा मानो, क्योंकि प्रभु इससे प्रसन्न होता है।
आप लोगों को समस्त गुणों से सम्पन्न करे, जिससे आप उसकी इच्छा पूरी करें, जो उसे प्रिय है। उसी परमेश्वर की स्तुति युगानुयुग होती रहे। आमेन!
हम उस से जो कुछ माँगेंगे, वह हमें वही प्रदान करेगा; क्योंकि हम उसकी आज्ञाओं का पालन करते हैं और वही करते हैं, जो उसे अच्छा लगता है।