जो मनुष्य आंखों से संकेत की भाषा में बात करता है, वह दूसरों को दु:ख देता है; पर साहस से चेतावनी देनेवाला मनुष्य शान्ति स्थापित करता है।
नीतिवचन 16:30 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) आंख से सैन करनेवाला मनुष्य छल-कपट की योजनाएं बनाता है; और जो ओंठ चबाता है, वह दुष्कर्म करता है। पवित्र बाइबल जब भी मनुष्य आँखों से इशारा करके मुस्कुराता है, वह गलत और बुरी योजनाऐं रचता रहता है। Hindi Holy Bible आंख मूंदने वाला छल की कल्पनाएं करता है, और ओंठ दबाने वाला बुराई करता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) आँख मूँदनेवाला छल की कल्पनाएँ करता है, और ओंठ दबानेवाला बुराई करता है। नवीन हिंदी बाइबल जो आँखों से इशारा करता है, वह कुटिल योजनाएँ बनाता है; और जो अपने होंठ दबाता है, वह बुराई करता है। सरल हिन्दी बाइबल वह, जो अपने नेत्रों से इशारे करता है, वह निश्चयतः कुटिल युक्ति गढ़ रहा होता है; जो अपने ओंठ चबाता है, वह विसंगत युक्ति कर रहा होता है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 आँख मूँदनेवाला छल की कल्पनाएँ करता है, और होंठ दबानेवाला बुराई करता है। |
जो मनुष्य आंखों से संकेत की भाषा में बात करता है, वह दूसरों को दु:ख देता है; पर साहस से चेतावनी देनेवाला मनुष्य शान्ति स्थापित करता है।
जिस सिर के बाल दीर्घ आयु के कारण पके हैं, वह सुन्दर मुकुट के सदृश है। यह मुकुट सदाचरण के द्वारा प्राप्त होता है।
इन लोगों की समझ पर पत्थर पड़ गए हैं; इनके कान बहरे हैं, और आंखें अंधी! अत: ये अपने कानों से सुन नहीं सकते, और न आंखों से इन्हें दिखाई देता है। इनका हृदय समझ नहीं पाता है; अन्यथा ये पश्चात्ताप करते, और मैं इनको स्वस्थ कर देता।’
उनके हाथ में दुष्कर्म हैं, वे कुकर्म करने में निपुण हैं। शासक और न्यायाधीश घूस मांगते हैं। बड़े लोग मनमानी करते हैं। यों ये सब मिलकर कुचक्र रचते हैं।
क्योंकि इन लोगों की बुद्धि मारी गयी है। ये कानों से ऊंचा सुनने लगे हैं; इन्होंने अपनी आँखें बन्द कर ली हैं; जिससे कहीं ऐसा न हो कि ये आँखों से देखें, कानों से सुनें, बुद्धि से समझें और मेरी ओर लौट आएँ और मैं इन्हें स्वस्थ कर दूँ। ’
जो बुराई करता है, वह ज्योति से बैर करता है और ज्योति के पास इसलिए नहीं आता कि कहीं उसके कार्यों के दोष प्रकट न हो जाएँ।