बुद्धिमान भी इन वचनों को सुने, और वह अपनी विद्या को बढ़ाए; समझदार व्यक्ति जीवन-रूपी नौका को खेने की कुशलता प्राप्त करे।
नीतिवचन 10:14 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) बुद्धिमान अपनी बातों से ज्ञान का कोष एकत्र करता है, पर जब मूर्ख बक-बक करता है, तब उसका विनाश समीप आ जाता है! पवित्र बाइबल बुद्धिमान लोग, ज्ञान का संचय करते रहते, किन्तु मूर्ख की वाणी विपत्ति को बुलाती है। Hindi Holy Bible बुद्धिमान लोग ज्ञान को रख छोड़ते हैं, परन्तु मूढ़ के बोलने से विनाश निकट आता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) बुद्धिमान लोग ज्ञान को रख छोड़ते हैं, परन्तु मूढ़ के बोलने से विनाश निकट आता है। नवीन हिंदी बाइबल बुद्धिमान लोग ज्ञान का संचय करते हैं, परंतु मूर्ख के बोलने से विनाश निकट आता है। सरल हिन्दी बाइबल बुद्धिमान ज्ञान का संचयन करते हैं, किंतु मूर्ख की बातें विनाश आमंत्रित करती है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 बुद्धिमान लोग ज्ञान का संग्रह करते है, परन्तु मूर्ख के बोलने से विनाश होता है। |
बुद्धिमान भी इन वचनों को सुने, और वह अपनी विद्या को बढ़ाए; समझदार व्यक्ति जीवन-रूपी नौका को खेने की कुशलता प्राप्त करे।
जो मनुष्य आंखों से संकेत की भाषा में बात करता है, वह दूसरों को दु:ख देता है; पर साहस से चेतावनी देनेवाला मनुष्य शान्ति स्थापित करता है।
बुद्धिमान मनुष्य हृदय से आज्ञाओं पर ध्यान देता है; पर बकवादी मूर्ख पूर्णत: नष्ट हो जाता है।
अपनी वाणी पर संयम रखनेवाला मनुष्य अपने जीवन की रक्षा करता है; पर व्यर्थ गाल बजानेवाला व्यक्ति अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मारता है।
जो मनुष्य कुटिल हृदय का है, वह कभी सफल न होगा; कुटिल वचन बोलनेवाला विपत्ति के गड्ढे में गिरता है।
अलग-अलग रहनेवाला अपने ही स्वार्थ की चिन्ता करता है, वह बुद्धिमत्तापूर्ण निर्णयों का विरोध करता है।
तेज बुद्धिवाला मनुष्य ज्ञान प्राप्त करता है; बुद्धिमान व्यक्ति के कान ज्ञान की बातों की ओर लगे रहते हैं।
बुद्धि को प्राप्त करनेवाला मानो स्वयं से प्रेम करता है; समझदार व्यक्ति निस्सन्देह सफल होता है।
जो मनुष्य अपने मुह में लगाम देता है, और जीभ को वश में रखता है, वह अपने प्राण को विपत्तियों से बचाता है।
बुद्धिमान को शिक्षा दो तो वह और भी बुद्धिमान बनता है; धार्मिक मनुष्य को सीख दो तो वह अपनी विद्या बढ़ाता है।
बुद्धिमान मनुष्य के मुख के शब्द उसके लिए दूसरों की कृपा के साधन हैं। किन्तु मूर्ख मनुष्य के ओंठ उसके विनाश के कारण हैं।
अच्छा मनुष्य अपने अच्छे भण्डार से अच्छी वस्तुएँ निकालता है और बुरा मनुष्य अपने बुरे भण्डार से बुरी वस्तुएँ।
“स्वर्ग का राज्य खेत में छिपे हुए खजाने के सदृश है, जिसे कोई मनुष्य पाता है और छिपा देता है। तब वह उमंग में जाता और अपना सब कुछ बेच कर उस खेत को खरीद लेता है।
येशु ने उन से कहा, “इस कारण प्रत्येक शास्त्री, जो स्वर्ग के राज्य के विषय में शिक्षा पा चुका है, उस गृहस्थ के सदृश है, जो अपने भंडार से नयी और पुरानी वस्तुएँ निकालता है।”