उन्होंने आपस में कहा, ‘आओ, हम ईंटें बनाकर उन्हें आग में भलीभाँति पकाएँ।’ उन्होंने पत्थर के स्थान पर ईंटें और चूने के स्थान पर मिट्टी का गारा प्रयुक्त किया।
निर्गमन 5:16 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) आपके सेवकों को भूसा नहीं दिया गया, फिर भी हमसे कहा जाता है, “ईंटें बनाओ।” देखिए, आपके सेवकों को पीटा भी गया। दोष तो आपकी जाति के लोगों का है।’ पवित्र बाइबल आपने हम लोगों को भूसा नहीं दिया। किन्तु हम लोगों को आदेश दिया गया कि उतनी ही ईंटें बनाएँ जितनी पहले बनती थीं और अब हम लोगों के स्वामी हमे पीटते हैं। ऐसा करने में आपके लोगों की ग़लती है।” Hindi Holy Bible तेरे दासों को पुआल तो दिया ही नहीं जाता और वे हम से कहते रहते हैं, ईंटे बनाओ, ईंटें बनाओ, और तेरे दासों ने भी मार खाई हैं; परन्तु दोष तेरे ही लोगों का है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तेरे दासों को पुआल तो दिया ही नहीं जाता और वे हम से कहते रहते हैं, ‘ईंटे बनाओ, ईंटें बनाओ,’ और तेरे दासों ने भी मार खाई है; परन्तु दोष तेरे ही लोगों का है।” नवीन हिंदी बाइबल तेरे दासों को भूसा तक नहीं दिया जाता और हमसे कहा जाता है, ‘ईंटें बनाओ!’ देख, तेरे दासों को पीटा भी जा रहा है, परंतु दोष तेरे ही लोगों का है।” सरल हिन्दी बाइबल ईंट बनाने का सामान कुछ नहीं दिया जा रहा है, फिर भी कहा जा रहा है, ‘ईंट बनाओ, ईंट बनाओ!’ और सेवकों की पिटाई की जा रही है; जबकि दोष तो आपके लोगों का है.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तेरे दासों को पुआल तो दिया ही नहीं जाता और वे हम से कहते रहते हैं, ‘ईंटें बनाओ, ईंटें बनाओ,’ और तेरे दासों ने भी मार खाई है; परन्तु दोष तेरे ही लोगों का है।” |
उन्होंने आपस में कहा, ‘आओ, हम ईंटें बनाकर उन्हें आग में भलीभाँति पकाएँ।’ उन्होंने पत्थर के स्थान पर ईंटें और चूने के स्थान पर मिट्टी का गारा प्रयुक्त किया।
जैसी सलाह उसके जवान साथियों ने उसे दी थी, उसी के अनुसार उसने लोगों से कहा, ‘मेरे पिता ने तुम्हारे कन्धे पर भारी जूआ रखा था, मैं उससे भी भारी जूआ तुम्हारे कन्धे पर रखूंगा। मेरा पिता तुम्हें चाबुक से मारता था, पर मैं तुम्हें हण्टर से मारूंगा।’
इस्राएलियों के मेटों ने फरओ के पास जाकर उसकी दुहाई दी, ‘आप अपने सेवकों से ऐसा व्यवहार क्यों करते हैं?
फरओ ने कहा, ‘तुम कामचोर हो। तुम आलसी हो, इसलिए तुम कहते हो, “हमें जाने दीजिए कि हम प्रभु के लिए बलि चढ़ाएं।”
तब मैंने पुनर्विचार किया कि सूर्य के नीचे धरती पर कितना अत्याचार होता है। जिन पर अत्याचार होता है, वे आंसू बहाते हैं, पर उनके आंसू पोंछनेवाला कोई नहीं है। अत्याचार करनेवालों के पास शक्ति थी, किन्तु आंसू बहानेवालों के पास उन्हें सान्त्वना देनेवाला भी नहीं था।
क्या तू अपने जन्म के विषय में यह जानती है? जिस दिन तेरा जन्म हुआ, उस दिन न तेरी नाल काटी गयी, और न तुझे शुद्ध करने के लिए पानी से नहलाया गया। सुन, उस दिन तेरे शरीर पर नमक नहीं मल गया, और न तुझे कपड़ों में लपेटा ही गया था।