उन्होंने प्रभु की संविधियों को, अपने पुर्वजों के साथ स्थापित प्रभु के विधान को अस्वीकार किया और उसकी चेतावनी की घोर उपेक्षा की। उन्होंने झूठी मूर्तियों का अनुसरण किया, और स्वयं झूठे बन गए। उन्होंने अपने चारों ओर की जातियों के दुष्कर्मों का अनुसरण किया। उनके विषय में प्रभु ने इस्राएलियों को आदेश दिया था कि उनके समान कार्य मत करना।
तुम जूफा का एक गुच्छा लो और उसे चिलमची में भरे हुए रक्त में डुबाओ। तत्पश्चात् चिलमची के रक्त को द्वार की चौखट के सिरे और दोनों बाजुओं पर लगाओ। कोई भी व्यक्ति सबेरा होने तक अपने घर के द्वार के बाहर नहीं निकलेगा;
मूसा ने रक्त लिया और उसको लोगों पर छिड़ककर उनसे कहा, ‘देखो, यह उस विधान का रक्त है, जिसे प्रभु ने इन सब वचनों के आधार पर तुम्हारे साथ स्थापित किया है।’
तू मेढ़े को बलि करना। तत्पश्चात् उसका कुछ रक्त लेना, और उसको हारून तथा उसके पुत्रों के दाहिने कान की लौ पर, उनके दाहिने हाथ तथा दाहिने पैर के अंगूठों पर लगाना। शेष रक्त को वेदी के चारों ओर छिड़कना।
यह विधान उस विधान के समान नहीं होगा, जो मैंने उनके पूर्वजों से स्थापित किया था। जब मैं उनका हाथ पकड़ कर उन्हें मिस्र देश से निकाल लाया था, तब मैंने उनसे विधान स्थापित किया था। किन्तु उन्होंने मेरे विधान को तोड़ डाला था, यद्यपि मैं उन का स्वामी था। मुझ-प्रभु की यह वाणी है।’
वह अपने चढ़ावे के पशु के सिर पर अपना हाथ रखेगा, और मिलन-शिविर के द्वार पर उसको बलि करेगा। तब पुरोहित, हारून के पुत्र, वेदी के चारों ओर रक्त को छिड़केंगे।
इसी तरह, भोजन के बाद उन्होंने कटोरा लेकर कहा, “यह कटोरा मेरे ही रक्त द्वारा स्थापित नया विधान है। जब-जब तुम उसमें से पियो, तो यह मेरी स्मृति में किया करो।”
मसीह ने क्रूस पर जो रक्त बहाया, उसके द्वारा परमेश्वर ने शान्ति की स्थापना की। यही परमेश्वर का शुभ संकल्प था कि वह मसीह के द्वारा सब कुछ का, चाहे वह पृथ्वी पर हो या स्वर्ग में, अपने से मेल कराये।
यह उस विधान की तरह नहीं होगा जिसे मैंने उनके पूर्वजों के लिए उस समय निर्धारित किया था, जब मैंने उन्हें मिस्र से निकालने के लिए उनके हाथ थामे थे। प्रभु यह कहता है: उन्होंने मेरे विधान का पालन नहीं किया, इसलिए मैंने भी उनकी सुध नहीं ली।
क्योंकि जब मूसा ने सारी प्रजा के सामने व्यवस्था की सब आज्ञाओं को पढ़ कर सुनाया था, तो उन्होंने जल, लाल ऊन और जूफे के साथ बछड़ों और बकरों का रक्त लिया और उसे व्यवस्था-ग्रन्थ और सारी प्रजा पर छिड़कते हुए
जो पिता परमेश्वर के पूर्व-ज्ञान के अनुसार बुलाये गये हैं और पवित्र आत्मा के द्वारा पवित्र किये गये हैं, जिससे वे येशु मसीह की आज्ञा का पालन करें और उनके रक्त से अभिसिंचित हों। आप लोगों को प्रचुर मात्रा में अनुग्रह और शान्ति प्राप्त हो!