कदाचित् प्रभु मेरी दुर्दशा पर दृष्टि करे। आज जो अपशब्द मुझे कहे गए, उनके बदले में प्रभु मेरी भलाई करे।’
निर्गमन 2:25 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) परमेश्वर ने इस्राएलियों को देखा। उसने उनकी दुर्दशा पर ध्यान दिया। पवित्र बाइबल परमेश्वर ने इस्राएली लोगों के कष्टों को देखा और उसने सोचा कि वह शीघ्र ही उनकी सहायता करेगा। Hindi Holy Bible और परमेश्वर ने इस्राएलियों पर दृष्टि करके उन पर चित्त लगाया॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और परमेश्वर ने इस्राएलियों पर दृष्टि करके उन पर चित्त लगाया। नवीन हिंदी बाइबल इस प्रकार परमेश्वर ने इस्राएलियों पर दृष्टि करके उनकी सुधि ली। सरल हिन्दी बाइबल परमेश्वर ने इस्राएल की ओर दृष्टि की तथा उनकी स्थिति पर ध्यान दिया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और परमेश्वर ने इस्राएलियों पर दृष्टि करके उन पर चित्त लगाया। |
कदाचित् प्रभु मेरी दुर्दशा पर दृष्टि करे। आज जो अपशब्द मुझे कहे गए, उनके बदले में प्रभु मेरी भलाई करे।’
मनुष्य लोगों के सम्मुख गीत गाता है, और यह कहता है, “मैंने पाप किया था, मैंने उचित कार्य को अनुचित बना दिया था, तो भी मुझे इस अधर्म का दण्ड नहीं दिया गया।
पर तू देखता है, निश्चय ही तूने दु:खों और कष्टों पर ध्यान दिया है; तू उन्हें अपने हाथ में लेगा। अभागा मनुष्य स्वयं को तुझपर छोड़ देता है, क्योंकि तू अनाथों का नाथ है।
अपना भार प्रभु पर डाल दो; वह तुम्हें सहारा देगा; वह धार्मिक मनुष्य को कभी विचलित न होने देगा!
मूसा ने अपने ससुर को उन कार्यों का वृत्तान्त सुनाया जो प्रभु ने इस्राएली लोगों के हितार्थ फरओ और मिस्र-निवासियों के साथ किए थे। उन रुकावटों का जो उनके मार्ग में आईं थीं, और किस प्रकार प्रभु ने उन्हें छुड़ाया, आदि का भी वर्णन किया।
देख, इस्राएलियों की दुहाई मुझ तक पहुंची है। मैंने उस अत्याचार को भी देखा है, जो मिस्र के निवासी उन पर कर रहे हैं।
उन्होंने विश्वास किया। जब उन्होंने सुना कि प्रभु ने इस्राएलियों की सुध ली है, उनकी दु:ख-पीड़ा पर दृष्टि की है, तब उन्होंने सिर झुकाकर वन्दना की।
तब मैं उन्हें साफ-साफ बता दूँगा, ‘मैंने तुम लोगों को कभी नहीं जाना। कुकर्मियो! मुझ से दूर हटो।’
मैंने मिस्र देश में रहने वाली अपनी प्रजा पर हो रहा अत्याचार अच्छी तरह देखा और उसकी कराह सुनी है। मैं उसका उद्धार करने उतरा हूँ। अब तैयार हो! मैं तुझे मिस्र देश भेजूँगा।’
तब हमने अपने पूर्वजों के प्रभु परमेश्वर की दुहाई दी। उसने हमारी पुकार सुनी, और हमारे कष्ट, हमारे कठोर परिश्रम और हम पर किए जाने वाले अत्याचार को देखा।
उसने प्रभु से यह स्पष्ट मन्नत मानी, ‘हे स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु, यदि तू अपनी सेविका के दु:ख पर निश्चय ही दृष्टि करेगा, मेरी सुधि लेगा, अपनी सेविका को नहीं भूलेगा, और मुझे, अपनी सेविका को एक पुत्र प्रदान करेगा तो मैं उसे जीवन भर के लिए तुझ-प्रभु की सेवा में अर्पित कर दूँगी। उसके सिर पर उस्तरा कभी नहीं फेरा जाएगा।’