सम्राट क्षयर्ष के शासन-काल के बारहवें वर्ष के प्रथम महीने में, अर्थात् नीसान महीने में, हामान ने अपने सम्मुख ‘पूर’ − जिसका अर्थ है ‘चिट्ठी’ − प्रत्येक दिन तथा प्रत्येक महीने के नाम पर निकलवायी। शकुन विचार करने वालों ने चिट्ठी डाली तो वह बारहवें महीने−अदार के नाम पर और उसके तेरहवें दिन पर निकली।
मूसा ने इस्राएलियों से कहा, ‘इस दिन को स्मरण रखना। इस दिन तुम मिस्र देश से, दासत्व के घर से, निकले थे। प्रभु ने अपने भुजबल से तुम्हें उस स्थान से बाहर निकाला था। इस दिन खमीरी रोटी न खाई जाए।
तू बेखमीर रोटी का पर्व मनाना। जैसी आज्ञा मैंने तुझे दी है, उसके अनुसार तू निर्धारित समय पर अबीब महीने में सात दिन तक बेखमीर रोटी खाना; क्योंकि तुम उस महीने में मिस्र देश से बाहर निकले थे। कोई भी व्यक्ति मेरे दर्शन के लिए खाली हाथ न आए।
‘तू बेखमीर रोटी का पर्व मनाना। जैसी आज्ञा मैंने तुझे दी है, उसके अनुसार तू निर्धारित समय पर आबीब महीने में सात दिन तक बेखमीर रोटी खाना; क्योंकि तू उस आबीब महीने में मिस्र देश से बाहर निकला था।
‘तू आबीब महीने को मानना और अपने प्रभु परमेश्वर के लिए पास्का का पर्व मनाना, क्योंकि आबीब महीने में तेरा प्रभु परमेश्वर तुझे रात के समय मिस्र देश से बाहर निकाल लाया था।