परमेश्वर ने कहा, ‘मैं परमेश्वर हूँ: तेरे पिता का परमेश्वर हूँ। तू मिस्र देश जाने से मत डर; क्योंकि मैं वहाँ तुझसे एक महान राष्ट्र का उद्भव करूँगा।
निर्गमन 1:12 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) किन्तु जितना अधिक उन्हें पीड़ित किया गया उतना अधिक वे बढ़ते और फैलते गए। मिस्र के निवासी इस्राएलियों से और घृणा करने लगे। पवित्र बाइबल मिस्री लोगों ने इस्राएल के लोगों को कठिन से कठिन काम करने को विवश किया। किन्तु जितना अधिक काम करने के लिए इस्राएली लोगों को विवश किया गया उनकी संख्या उतनी ही बढ़ती चली गई और मिस्री लोग इस्राएली लोगों से अधिकाधिक भयभीत होते गए। Hindi Holy Bible पर ज्यों ज्यों वे उन को दु:ख देते गए त्यों त्यों वे बढ़ते और फैलते चले गए; इसलिये वे इस्राएलियों से अत्यन्त डर गए। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) पर ज्यों ज्यों वे उनको दु:ख देते गए, त्यों त्यों वे बढ़ते और फैलते चले गए; इसलिये वे इस्राएलियों से अत्यन्त डर गए। नवीन हिंदी बाइबल परंतु उन्होंने उन्हें जितना अधिक कष्ट दिया, वे उतना ही अधिक बढ़ते और फैलते गए। इस कारण मिस्री इस्राएलियों से डरने लगे; सरल हिन्दी बाइबल जितना इस्राएलियों को कष्ट दिया गया, उतने ही वे बढ़ते और देश में फैलते गए, इसलिये इस्राएली मिस्रवासियों के लिए डर का कारण बन गये. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 पर ज्यों-ज्यों वे उनको दुःख देते गए त्यों-त्यों वे बढ़ते और फैलते चले गए; इसलिए वे इस्राएलियों से अत्यन्त डर गए। |
परमेश्वर ने कहा, ‘मैं परमेश्वर हूँ: तेरे पिता का परमेश्वर हूँ। तू मिस्र देश जाने से मत डर; क्योंकि मैं वहाँ तुझसे एक महान राष्ट्र का उद्भव करूँगा।
‘निस्सन्देह तूने अपने वचन के अनुसार आकाश के तारों के सदृश उनके वंश को असंख्य बनाया; और जिस देश के विषय में उनके पूर्वजों से तूने कहा था कि वे उसमें प्रवेश कर उस पर अधिकार करेंगे, तूने उनको उस देश में पहुँचा दिया।
निस्सन्देह क्रोध मूर्ख मनुष्य को मार डालता है; और मूढ़ आदमी ईष्र्या के कारण मर जाता है।
प्रभु ने अपने निज लोगों को संख्या में खूब बढ़ाया, और उनके बैरियों से अधिक उन्हें बलवान बनाया।
किन्तु इस्राएल के वंशज फलवन्त हुए। वे अत्यन्त बढ़ गए। उनकी संख्या में भारी वृद्धि हुई और वे शक्तिशाली हो गए। उनसे समस्त देश भर गया।
उसने अपनी प्रजा से कहा, ‘देखो, इस्राएली लोग कितने अधिक बढ़ गए हैं। वे हमसे अधिक शक्तिशाली हो गए हैं।
क्रोध निर्दय होता है; गुस्सा मनुष्य को दबोच देता है; पर ईष्र्या के सामने कौन ठहर सकता है?
मोआब देश में इन लोगों के कारण बहुत आतंक छा गया; क्योंकि इस्राएली संख्या में बहुत थे। मोआब देश के निवासी इस्राएलियों से डर गए।
यह सब देख कर फरीसियों ने एक दूसरे से कहा, “देख रहे हो न, तुमसे कुछ नहीं हो सका। देखो, सारा संसार उस के पीछे चल पड़ा है।”
हम जानते हैं कि जो लोग परमेश्वर से प्रेम करते हैं और उसके उद्देश्य के अनुसार बुलाये गये हैं, परमेश्वर उनके कल्याण के लिए सभी बातों में उनकी सहायता करता है;
‘तू अपने प्रभु परमेश्वर के सामने इस बात की घोषणा करना : “यहाँ-वहाँ भटकने वाला अरामी जाति का पुरुष मेरा पिता था। वह मिस्र देश जाकर वहाँ प्रवास करने लगा था। वह अल्पसंख्यक था। किन्तु वह वहां महान, बलवान और बहुसंख्यक राष्ट्र बन गया।