‘तू दिन के समय उनकी अगुवाई मेघ-स्तम्भ के रूप में करता था; रात के समय अग्नि-स्तम्भ के द्वारा तू उनका मार्ग आलोकित करता था, जिससे वे सही मार्ग को पहचानकर उस पर चल सकें।
नहेम्याह 9:19 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘फिर भी तूने अपने अपार दयामय स्वभाव के कारण उन्हें निर्जन प्रदेश में नहीं त्यागा। जो मेघ-स्तम्भ दिन में उनका मार्ग-दर्शन करता था, और जो अग्नि-स्तम्भ रात में उनका मार्ग आलोकित करता था कि वे सही मार्ग पहचान कर उस पर चल सकें, तूने दोनों को उनसे दूर नहीं किया। पवित्र बाइबल तू बहुत ही दयालु है! इसलिये तूने उन्हें मरुस्थल में त्यागा नहीं। दूर उनसे हटाया नहीं दिन में तूने बादल के खम्भें को मार्ग तू दिखाता रहा उनको। और रात में तूने था दूर किया नहीं उनसे अग्नि के पुंज को! प्रकाशित तू करता रहा रास्ते को उनके। और तू दिखाता रहा कहाँ उन्हें जाना है! Hindi Holy Bible तब भी तू जो अति दयालु है, उन को जंगल में न त्यागा; न तो दिन को अगुआई करने वाला बादल का खम्भा उन पर से हटा, और न रात को उजियाला देने वाला और उनका मार्ग दिखाने वाला आग का खम्भा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब भी तू ने, जो अति दयालु है, उनको जंगल में न त्यागा; न तो दिन को अगुआई करनेवाला बादल का खम्भा उन पर से हटा, और न रात को उजियाला देनेवाला और उनका मार्ग दिखानेवाला आग का खम्भा। सरल हिन्दी बाइबल “अपनी अद्भुत दया में आपने उन्हें बंजर भूमि में अकेला न छोड़ा; दिन में न तो बादल के खंभे ने उनका साथ छोड़ा कि उन्हें मार्गदर्शन मिलता रहे, न ही रात में उस आग के खंभे ने, कि उनके रास्ते में उजाला रहे, जिस पर उन्हें आगे बढ़ना था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब भी तू जो अति दयालु है, उनको जंगल में न त्यागा; न तो दिन को अगुआई करनेवाला बादल का खम्भा उन पर से हटा, और न रात को उजियाला देनेवाला और उनका मार्ग दिखानेवाला आग का खम्भा। |
‘तू दिन के समय उनकी अगुवाई मेघ-स्तम्भ के रूप में करता था; रात के समय अग्नि-स्तम्भ के द्वारा तू उनका मार्ग आलोकित करता था, जिससे वे सही मार्ग को पहचानकर उस पर चल सकें।
अत: तूने हमारे पूर्वजों को उनके शत्रुओं के हाथ में सौंप दिया, जिन्होंने उनको दु:ख-कष्ट दिए। पर संकट के समय उन्होंने तुझे पुकारा, और तूने स्वर्ग में उनकी पुकार सुनी। तूने अपने अपार दयामय स्वभाव के कारण उनको छुड़ानेवाले मुक्तिदाता भेजे, जिन्होंने शत्रुओं के हाथ से उनको छुड़ाया।
फिर भी तूने अपने अपार करुणामय स्वभाव के कारण उनका पूर्ण संहार नहीं किया, और न ही उनको त्यागा; क्योंकि तू कृपालु और दयालु परमेश्वर है।
अपने निज लोगों का निर्जन प्रदेश में नेतृत्व करने वाले की सराहना करो, उसकी करुणा शाश्वत है।
अपनी समस्त यात्रा में इस्राएली लोग, जब मेघ निवास-स्थान से ऊपर उठ जाता, तब ही प्रस्थान करते थे।
उनकी समस्त यात्रा में प्रभु का मेघ दिन के समय निवास-स्थान के ऊपर वास करता था और रात में इस्राएल के परिवार को उसमें अग्नि दिखाई देती थी।
ओ याकूब, ओ इस्राएल! ये बातें स्मरण रख, क्योंकि तू मेरा सेवक है। मैंने तुझे गढ़ा है, तू मेरा सेवक है। ओ इस्राएल, मैं तुझे कभी नहीं भूलूंगा।
किन्तु मुझे अपने नाम के हेतु अपना निश्चय त्यागना पड़ा। मैंने अपना क्रोध कार्य-रूप में परिणत नहीं किया, जिससे मेरा नाम उन राष्ट्रों की दृष्टि में अपवित्र न हो जाए, जिनके सामने से मैं इस्राएलियों को निकालकर लाया था।
फिर भी मैंने उन पर दयादृष्टि की, और उनका वध नहीं किया, उनका निर्जन प्रदेश में पूर्ण अंत नहीं किया।
किन्तु प्रहार के लिए उठा हुआ अपना हाथ मैंने रोक लिया। यह मैंने अपने नाम के हेतु किया जिससे मेरा नाम उन राष्ट्रों की दृष्टि में अपवित्र न हो जाए, जिनके सामने से मैं इस्राएलियों को निकाल कर लाया था।
हे मेरे परमेश्वर, मेरी प्रार्थना की ओर अपना कान लगा और उसको सुन। अपनी आंखों को खोल और हमारे विनाश पर दृष्टि कर। जो नगर तेरे नाम से पुकारा जाता है, उसको देख। प्रभु, अपनी धार्मिकता के कारण नहीं बल्कि तेरी महान दया पर भरोसा रखकर हम यह प्रार्थना, यह विनती तेरे सम्मुख प्रस्तुत कर रहे हैं।
हे स्वामी हमारे परमेश्वर, केवल तू ही दयालु और क्षमाशील है। हमने तेरे प्रति विद्रोह किया था,
वे इस देश के निवासियों को बताएंगे। हे प्रभु! राष्ट्रों ने सुना है कि तू इन लोगों के मध्य में है; क्योंकि तूने, हे प्रभु, इन्हें प्रत्यक्ष दर्शन दिया है। तेरा मेघ इन के ऊपर छाया रहता है। तू दिन के समय मेघ-स्तम्भ में, और रात के समय अग्नि-स्तम्भ में इनके आगे-आगे जाता है।
तू उन सब मार्गों को स्मरण करना, जिन पर तेरा प्रभु परमेश्वर तुझे चालीस वर्ष तक निर्जन प्रदेश में ले गया, जिससे वह तुझे पीड़ित करे और यह जानने के लिए तेरी परीक्षा ले, कि तेरे हृदय में क्या है, और कि तू उसकी आज्ञाओं का पालन करेगा अथवा नहीं।
प्रभु अपने महान् नाम के कारण अपने लोगों का त्याग नहीं करेगा; क्योंकि प्रभु ने अपनी इच्छा से तुम्हें अपने निज लोग बनाया है।