किन्तु मैंने कहा, ‘क्या मुझ-जैसे व्यक्ति का इस प्रकार भागना उचित है? क्या मुझ-जैसे व्यक्ति को अपना प्राण बचाने के लिए मन्दिर में प्रवेश करना चाहिए? कदापि नहीं! मैं मन्दिर में नहीं जाऊंगा।’
नहेम्याह 6:12 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तब बात मेरी समझ में आई कि परमेश्वर ने शमायाह को नबूवत के लिए नहीं भेजा था। तोबियाह और सनबल्लत ने उसको रुपयों से खरीद लिया था, इसलिए उसने मेरे विरुद्ध झूठी नबूवत की। पवित्र बाइबल मैं जानता था कि शमायाह को परमेश्वर ने नहीं भेजा है। मैं जानता था कि मेरे विरुद्ध वह इस लिये ऐसी झूठी भविष्यवाणियाँ कर रहा है कि तोबियाह और सम्बल्लत ने उसे वैसा करने के लिए धन दिया है। Hindi Holy Bible फिर मैं ने जान लिया कि वह परमेश्वर का भेजा नहीं है परन्तु उसने हर बात ईश्वर का वचन कहकर मेरी हानि के लिये कही, क्योंकि तोबियाह और सम्बल्लत ने उसे रुपया दे रखा था। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) फिर मैं ने जान लिया कि वह परमेश्वर का भेजा नहीं है परन्तु उसने हर बात ईश्वर का वचन कहकर मेरी हानि के लिये कही, क्योंकि तोबियाह और सम्बल्लत ने उसे रुपया दे रखा था। सरल हिन्दी बाइबल तब मुझे यह अहसास हो गया, कि निश्चित ही यह परमेश्वर द्वारा भेजी गई सलाह नहीं थी! उसने तो यह भविष्यवाणी के रूप में इसलिये कहा था, कि उसे तोबियाह और सनबल्लत ने पैसा दिया था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 फिर मैंने जान लिया कि वह परमेश्वर का भेजा नहीं है परन्तु उसने हर बात परमेश्वर का वचन कहकर मेरी हानि के लिये कही, क्योंकि तोबियाह और सम्बल्लत ने उसे रुपया दे रखा था। |
किन्तु मैंने कहा, ‘क्या मुझ-जैसे व्यक्ति का इस प्रकार भागना उचित है? क्या मुझ-जैसे व्यक्ति को अपना प्राण बचाने के लिए मन्दिर में प्रवेश करना चाहिए? कदापि नहीं! मैं मन्दिर में नहीं जाऊंगा।’
वह इसलिए खरीदा गया कि वह मुझे भयभीत करे, जिससे मैं मन्दिर में प्रवेश करूं, और यों परमेश्वर के प्रति पाप करूं। तब वे मेरा मजाक उड़ाने के लिए मुझे अपमानजनक नाम देते।
कुत्तों की भूख शान्त नहीं होती, उनका पेट कभी नहीं भरता। चरवाहों में भी समझ नहीं है, वे अपने-अपने मार्ग पर चल रहे हैं, उन सबको केवल अपने लाभ की चिन्ता है।
तब प्रभु ने मुझ से कहा, ‘ये नबी मेरे नाम से झूठी नबूवत कर रहे हैं। मैंने इन झूठे नबियों को नहीं भेजा है। न तो मैंने इन्हें कोई आदेश दिया है, और न इनसे मैं बोला हूं। ये तुम से झूठे दर्शन की भविष्यवाणी कर रहे हैं। ये मन-गढ़न्त बातों की नबूवत करते हैं। ये निस्सार शकुन की बातें विचारते हैं।
स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है, ‘तुम इन नबियों की नबूवत मत सुनो; क्योंकि ये तुम में झूठी आशा जगाते हैं। ये ईश्वरीय दर्शन की बातों का दावा करते हैं; पर ये बातें मुझ-प्रभु के मुख की नहीं, वरन् इनके मस्तिष्क की उपज होती हैं।
‘मैंने इन नबियों की झूठी नबूवतें सुनी हैं, जो उन्होंने मेरे नाम से की हैं। ये कहते हैं, “हम ने परमेश्वर का दर्शन पाया है! हमने परमेश्वर का दर्शन पाया है।”
नबी यिर्मयाह ने हनन्याह से कहा, ‘सुनो, हनन्याह! प्रभु ने तुम्हें नबी के रूप में नहीं भेजा है। किन्तु तुमने इन लोगों को झूठी आशा दिलाई है।
तुमने मुट्ठी भर जौ और चन्द रोटी के टुकड़ो के लिए मेरे निज लोगों के सम्मुख मुझे अपवित्र किया है। तुम ऐसे लोगों को मार डालती हो, जिन्हें मरना नहीं चाहिए; और ऐसे लोगों को जीवित रखती हो, जिन्हें जीवित नहीं रहना चाहिए। तुम मेरी जनता से झूठ बोलती हो, जो झूठ सुनना पसन्द करती है।
‘मैंने धार्मिक व्यक्ति को निराश नहीं होने दिया, लेकिन तुमने अपनी झूठी भविष्यवाणियों से उसको निराश किया। तुमने दुर्जन को उत्साहित किया कि वह अपने दुराचरण को न छोड़े। यदि दुर्जन अपना दुराचरण छोड़ देता तो वह जीवित रहता।
क्या तुम्हारे दर्शन की बात सफेद झूठ नहीं है? क्या तुम झूठमूठ शकुन नहीं विचारते? तुम कहते हो, “प्रभु यह कहता है,” जबकि मैं तुम से कुछ कहता भी नहीं।’
तुम्हारे अगुए घूस लेकर न्याय करते, पुरोहित पैसे लेकर धर्म की बातें सिखाते, और नबी धन के लिए शकुन विचारते हैं; फिर भी वे प्रभु का सहारा लेते, और यह कहते हैं, ‘निस्सन्देह प्रभु हमारे मध्य है! हम विपत्ति में नहीं पड़ेंगे।’
किसी को प्रभावशाली आश्चर्य कर्म करने का, किसी को नबूवत करने का, किसी को आत्माओं की परख करने का, किसी को भिन्न-भिन्न अध्यात्मिक भाषाओं में बोलने का और किसी को उन भाषाओं की व्याख्या करने का वरदान देता है।
आध्यात्मिक मनुष्य सब बातों की परख करता है, किन्तु कोई भी उस मनुष्य की परख नहीं कर सकता;
परमेश्वर का भंडारी होने के नाते धर्माध्यक्ष को चाहिए कि वह अनिन्दनीय हो। वह स्वेच्छाचारी, क्रोधी, मद्यसेवी, झगड़ालू या लोभी न हो।
आप लोगों को परमेश्वर का जो झुण्ड सौंपा गया, उसका चरवाहा बनें, परमेश्वर की इच्छा के अनुसार उसकी देखभाल करें-लाचारी से नहीं, बल्कि स्वेच्छा से; घिनावने लाभ के लिए नहीं, बल्कि सेवाभाव से;
वे लोभ के कारण अपनी मनगढ़न्त बातों द्वारा आप से अनुचित लाभ उठायेंगे। उनकी दण्डाज्ञा का निर्णय बहुत पहले हो चुका है और वह उनका पीछा कर रहा है। उनका विनाश सोया हुआ नहीं है!
प्रियो! प्रत्येक आत्मा पर विश्वास मत करो। आत्माओं की परीक्षा कर देखो कि वे परमेश्वर की ओर से हैं या नहीं; क्योंकि बहुत-से झूठे नबी संसार में आये हैं।
दालचीनी, इलायची, धूप और लोबान; मदिरा, तेल, मैदा और गेहूँ; बैल और भेड़ें; घोड़े और रथ; दास और युद्धबन्दी भी।