आज ही तुम उनके खेत, अंगूर-उद्यान, जैतून के बाग और मकान, वापस करो। जो तुम ब्याज के तौर पर उनसे रुपया-जैसा, अनाज, अंगूर-रस और तेल लेते हो, उसको माफ कर दो।’
नहेम्याह 5:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) कुछ अन्य लोगों ने यह भी कहा, ‘इस अकाल में अनाज पाने के लिए हम अपने खेतों, अंगूर-उद्यानों और मकानों को धनवान यहूदी-भाइयों के पास गिरवी रख रहे हैं।’ पवित्र बाइबल दूसरे लोगों का कहना है, “इस समय अकाल पड़ रहा है। हमें अपने खेत और घर गिरवी रखने पड़ रहे हैं ताकि हमें थोड़ा अनाज मिल सके।” Hindi Holy Bible और कितने कहते थे, कि हम अपने अपने खेतों, दाख की बारियों और घरों को महंगी के कारण बन्धक रखते हैं, कि हमें अन्न मिले। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) कुछ कहते थे, “हम अपने अपने खेतों, दाख की बारियों और घरों को मँहगी के कारण बन्धक रखते हैं कि हमें अन्न मिले।” सरल हिन्दी बाइबल कुछ और भी थे, जो कह रहे थे “हमने अपने खेत, हमारे अंगूर के बगीचे और अपने घर गिरवी रखे हुए हैं कि इस अकाल की स्थिति में हमें अनाज तो मिल सके.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 कुछ कहते थे, “हम अपने-अपने खेतों, दाख की बारियों और घरों को अकाल के कारण गिरवी रखते हैं, कि हमें अन्न मिले।” |
आज ही तुम उनके खेत, अंगूर-उद्यान, जैतून के बाग और मकान, वापस करो। जो तुम ब्याज के तौर पर उनसे रुपया-जैसा, अनाज, अंगूर-रस और तेल लेते हो, उसको माफ कर दो।’
उनमें से कुछ लोगों ने यह कहा, ‘हमारे अनेक पुत्र और पुत्रियां हैं। इसलिए हमें इस अकाल में अनाज मिलना चाहिए ताकि हम उसको खाकर जीवित रहें।’
कुछ ऐसे भी लोग थे जिन्होंने यह कहा, ‘महाराज को अपने खेतों और अंगूर-उद्यानों का कर देने के लिए हमने महाजन यहूदी-भाइयों से कर्ज लिया है।
जो देश तेरा प्रभु परमेश्वर तुझे दे रहा है, यदि तेरे उस देश के किसी नगर में तेरे भाई-बन्धुओं में कोई गरीब है, तो तू अपने गरीब भाई-बहिन के प्रति अपना हृदय कठोर मत करना, और न अपनी मुट्ठी बन्द रखना;