तीसवें वर्ष के चौथे महीने की पांचवीं तारीख को यह घटना घटी। उस समय कबार नदी के तट पर यहूदा प्रदेश से निष्कासित बन्दियों का शिविर था। मैं भी इन्हीं बन्दियों में था। तब स्वर्ग खुल गया, और मैंने परमेश्वर के दर्शन देखे।
दानिय्येल 8:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) “उपरोक्त दर्शन के बाद मुझ-दानिएल को राजा बेलशस्सर के राज्यकाल के तीसरे वर्ष में एक और दर्शन दिखाई दिया। पवित्र बाइबल बेलशस्सर के शासन काल के तीसरे साल मैंने यह दर्शन देखा। यह उस दर्शन के बाद का दर्शन है। Hindi Holy Bible बेलशस्सर राजा के राज्य के तीसरे वर्ष में उस पहिले दर्शन के बाद एक और बात मुझ दानिय्येल को दर्शन के द्वारा दिखाई गई। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) बेलशस्सर राजा के राज्य के तीसरे वर्ष में उस पहले दर्शन के बाद एक और बात मुझ दानिय्येल को दर्शन के द्वारा दिखाई गई। सरल हिन्दी बाइबल राजा बैलशत्सर के शासन के तीसरे साल में, मैं, दानिएल, पहले के दर्शन के बाद एक और दर्शन देखा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 बेलशस्सर राजा के राज्य के तीसरे वर्ष में उस पहले दर्शन के बाद एक और बात मुझ दानिय्येल को दर्शन के द्वारा दिखाई गई। |
तीसवें वर्ष के चौथे महीने की पांचवीं तारीख को यह घटना घटी। उस समय कबार नदी के तट पर यहूदा प्रदेश से निष्कासित बन्दियों का शिविर था। मैं भी इन्हीं बन्दियों में था। तब स्वर्ग खुल गया, और मैंने परमेश्वर के दर्शन देखे।
परमेश्वर ने इन चार इस्राएली जवानों को सब प्रकार के शास्त्रों और सब प्रकार की विद्याओं को समझने के लिए बुद्धि और प्रवीणता प्रदान की। दानिएल प्रत्येक प्रकार के दिव्य-दर्शन और स्वप्न का अर्थ समझने लगा। उसमें यह समझ आ गई।
“मेरे साथ कुछ मनुष्य थे। उनको यह दर्शन दिखाई नहीं दिया। यह दर्शन केवल मैं-दानिएल ने देखा। पर वे कांपने लगे, और छिपने के लिए भाग गए।
पर साम्राज्य में उसके पैर जम ही नहीं पाएंगे कि उसका साम्राज्य बिखर जाएगा, और चारों दिशाओं में बंट जाएगा। यह साम्राज्य उसके वंशजों को नहीं मिलेगा और न ही वे इतने शक्तिशाली होंगे जितना वह था। उसका राज्य उखड़ जाएगा और उसके वंशजों को नहीं बल्कि दूसरों को प्राप्त होगा।
बेबीलोन देश के राजा बेलशस्सर के राज्यकाल के प्रथम वर्ष में दानिएल ने एक स्वप्न तथा अनेक दर्शन देखे जब वह पलंग पर सो रहे थे। उन्होंने स्वप्न को लिख लिया तथा स्वप्न का सारांश बताया।
“मुझ-दानिएल का अन्त:करण चिंतित हो गया। मन में देखे गए इन दर्शनों ने मुझे व्याकुल कर दिया।
‘दर्शन के वास्तविक अर्थ की चर्चा यहाँ समाप्त हुई। पर जहाँ तक मेरा सम्बन्ध है, मेरे विचारों ने मुझे व्याकुल कर दिया। मेरे चेहरे का रंग बदल गया। किन्तु यह बात मैंने अपने मन में ही रखी, और किसी को नहीं बताई।’
“जब मैं, दानिएल, यह दर्शन देख चुका तब मैंने इसके अर्थ को समझने का प्रयत्न किया। मैंने देखा कि सहसा मेरे सम्मुख कोई आकर खड़ा हो गया; वह मनुष्य जैसा दिखाई दे रहा था।
मैंने दर्शन में यह देखा : “मैं एलाम प्रदेश की राजधानी शूशनगढ़ में हूं। यह मैंने दर्शन में देखा। इसके बाद मैंने देखा कि मैं ऊलै नदी के किनारे खड़ा हूं।
उसके राज्य-काल के प्रथम वर्ष में मैं-दानिएल ने धर्मग्रन्थों में उल्लिखित उन वर्षों की संख्या की गणना कर ली, जिनके दौरान यरूशलेम नगर उजाड़ पड़ा रहेगा, जैसा प्रभु ने नबी यिर्मयाह के माध्यम से बताया था। यह संख्या थी सत्तर वर्ष।