“जब वह सींग बड़े बोल बोल रहा था, तब उसकी आवाज से मेरा ध्यान पशु की ओर गया। मैंने देखा कि पशु का वध कर दिया गया है। उसका शरीर नष्ट कर दिया गया, और उसका शव आग में जलाने के लिए दे दिया गया है।
दानिय्येल 7:20 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैंने उसके दस सींगों के विषय में भी पूछा, जो उसके सिर पर थे। मैंने उससे उस छोटे सींग के बारे में भी पूछा जो दस सींगों के मध्य निकला था, और जिसके कारण तीन सींग गिर गए थे, जिसकी आंखें थीं, और जिसमें बड़े बोल बोलनेवाला मुंह था, और अन्य साथी-सींगों में बहुत बड़ा प्रतीत हो रहा था। पवित्र बाइबल उस चौथे पशु के सिर पर जो दस सींग थे, मैंने उनके बारे में जानना चाहा और मैंने उस सींग के बारे में भी जानना चाहा जो वहाँ उगा था। उस सींग ने उन दस सींगों में से तीन सींग उखाड़ फेंके थे। वह सींग अन्य सींगों से अधिक बड़ा दिखाई देता था। उसकी आँखे थी और वह अपनी डींगे हाँके चला जा रहा था। Hindi Holy Bible फिर उसके सिर में के दस सींगों का भेद, और जिस नये सींग के निकलने से तीन सींग गिर गए, अर्थात जिस सींग की आंखें और बड़ा बोल बोलने वाला मुंह और सब और सींगों से अधिक भयंकर था, उसका भी भेद जानने की मुझे इच्छा हुई। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) फिर उसके सिर में के दस सींगों का भेद, और जिस नये सींग के निकलने से तीन सींग गिर गए, अर्थात् जिस सींग की आँखें और बड़ा बोल बोलनेवाला मुँह और सब अन्य सींगों से अधिक भयंकर था, उसका भी भेद जानने की मुझे इच्छा हुई। सरल हिन्दी बाइबल मुझे इन बातों का भी अर्थ जानने की इच्छा हुई; उसके सिर के दस सींग, और वह दूसरा सींग, जिसके निकल आने से, वहां के पहले के तीन सींग गिर गए—यह सींग जो दूसरे सीगों से ज्यादा रोबदार दिखता था और जिसकी आंखें और एक मुंह था, जिससे वह घमंड से भरी बातें करता था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 फिर उसके सिर में के दस सींगों का भेद, और जिस नये सींग के निकलने से तीन सींग गिर गए, अर्थात् जिस सींग की आँखें और बड़ा बोल बोलनेवाला मुँह और सब और सींगों से अधिक भयंकर था, उसका भी भेद जानने की मुझे इच्छा हुई। (दानि. 7:8) |
“जब वह सींग बड़े बोल बोल रहा था, तब उसकी आवाज से मेरा ध्यान पशु की ओर गया। मैंने देखा कि पशु का वध कर दिया गया है। उसका शरीर नष्ट कर दिया गया, और उसका शव आग में जलाने के लिए दे दिया गया है।
“तब मेरी इच्छा हुई कि मैं चौथे पशु के सम्बन्ध में उससे वास्तविक बात पूछूं। यह पशु अन्य तीनों पशुओं से भिन्न था। वह देखने में बड़ा भयानक था। उसके दांत लोहे के और नख पीतल के थे। वह सब कुछ खाता और टुकड़े-टुकड़े कर देता था। जो उसके मुंह से बच जाता था, उसको वह अपने पंजों से रौंद डालता था।
“जब मैंने इस सींग पर दृष्टि की, तब मुझे दिखाई दिया कि इस सींग ने परमेश्वर के भक्तों से युद्ध छेड़ दिया और यह उन पर प्रबल हो गया।
“पूछने पर उस व्यक्ति ने मुझसे यह कहा : “चौथे पशु का अर्थ है चौथा राज्य जो पृथ्वी पर उदय होगा, जो अन्य राज्यों से भिन्न होगा। वह समस्त पृथ्वी को खा जाएगा। वह उसको अपने पंजों से रौंदेगा, वह उसके खण्ड-खण्ड करेगा।
“इसके बाद मैंने रात के दर्शनों में चौथा पशु देखा। वह देखने में भयानक, डरावना और अत्यन्त विशाल था। उसके मुंह में लोहे के बड़े-बड़े दांत थे। वह सब कुछ खाता और टुकड़े-टुकड़े कर देता था। जो उसके मुंह से बच जाता, उसको वह अपने पंजों से रौंद डालता था। वह पहलेवाले तीनों पशुओं से भिन्न था। उसके दस सींग थे।
मैंने उसके सींगों को ध्यान से देखा। उसी समय उन सींगों के मध्य से एक और सींग निकला, जिसके कारण तीन सींग जड़ से उखड़ गए। यह सींग छोटा था, और इसमें मनुष्य की आंखों के समान आंखें थीं। इसमें मुंह भी था, जो बड़े बोल बोल रहा था।
तब आकाश में एक अन्य चिह्न दिखाई पड़ा: लाल रंग का एक बहुत बड़ा पंखदार सर्प। उसके सात सिर थे, दस सींग थे और हर एक सिर पर एक मुकुट था।