राजा शाऊल का पौत्र मपीबोशेत राजा दाऊद से भेंट करने के लिए आया। जिस दिन राजा दाऊद ने यरूशलेम से प्रस्थान किया था, उस दिन से आज तक, जब राजा सकुशल लौट आया, उसने अपने हाथ-पैर की सफाई नहीं की थी। उसने न अपनी दाढ़ी बनाई थी, और न अपने वस्त्र धोए थे।
दानिय्येल 6:18 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तत्पश्चात् सम्राट दारा अपने महल में चला गया। उसने उस रात भोजन नहीं किया। उसने अपने मनोरंजन करनेवालों को मना कर दिया; अत: उस रात में उसके पास कोई नहीं आया। उसकी आंखों से नींद उड़ गई। पवित्र बाइबल इसके बाद राजा दारा अपने महल को वापस चला गया। उस रात उसने खाना नहीं खाया। वह नहीं चाहता था कि कोई उसके पास आये और उसका मन बहलाये। राजा सारी रात सो नहीं पाया। Hindi Holy Bible तब राजा अपने महल में चला गया, और उस रात को बिना भोजन पड़ा रहा; और उसके पास सुख विलास की कोई वस्तु नहीं पहुंचाई गई, और उसे नींद भी नहीं आई॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब राजा अपने महल में चला गया, और उस रात को बिना भोजन पड़ा रहा; और उसके पास सुख विलास की कोई वस्तु नहीं पहुँचाई गई, और उसे नींद भी नहीं आई। सरल हिन्दी बाइबल तब राजा अपने महल में लौट आया गया और उसने पूरी रात बिना कुछ खाएं और बिना किसी मनोरंजन के बिताया. और वह सो न सका. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब राजा अपने महल में चला गया, और उस रात को बिना भोजन पड़ा रहा; और उसके पास सुख-विलास की कोई वस्तु नहीं पहुँचाई गई, और उसे नींद भी नहीं आई। |
राजा शाऊल का पौत्र मपीबोशेत राजा दाऊद से भेंट करने के लिए आया। जिस दिन राजा दाऊद ने यरूशलेम से प्रस्थान किया था, उस दिन से आज तक, जब राजा सकुशल लौट आया, उसने अपने हाथ-पैर की सफाई नहीं की थी। उसने न अपनी दाढ़ी बनाई थी, और न अपने वस्त्र धोए थे।
जब अहाब ने ये वचन सुने तब उसने पश्चात्ताप प्रकट करने के लिए अपने वस्त्र फाड़े। उसने अपने शरीर पर टाट धारण किया। वह उपवास करने लगा। वह टाट-पट्टी पर सोता था। वह ग्लानि से सिर झुकाकर चलता-फिरता था।
उस रात सम्राट क्षयर्ष सो न सका। उसने ‘इतिहास-ग्रन्थ’ लाने का आदेश दिया, जिसमें महत्वपूर्ण घटनाओं का वर्णन लिखा गया था। ये घटनाएँ सम्राट के सम्मुख पढ़ी गईं।
इनके अतिरिक्त मैंने राजाओं और प्रदेशों का सोना, चांदी और धन भी अपने पास इकट्ठा कर रखा था। मेरे दरबार में अनेक गायिकाएँ और गायक थे। मेरे पास पुरुष का दिल बहलानेवाली अनेक रखेल स्त्रियाँ भी थीं।
पूरे तीन सप्ताह तक मैंने राजसी भोजन नहीं किया। न तो मैंने मांस खाया और न मुंह में शराब ही डाली। मैंने तीन सप्ताह तक शरीर पर तेल की मालिश भी नहीं की।
राजा नबूकदनेस्सर के राज्य का दूसरा वर्ष था। उसने ऐसे स्वप्न और दृश्य देखे जिनके कारण उसकी आत्मा अशान्त हो गयी और उसकी आंखों से नींद उड़ गई।
“वीणावादकों और संगीतकारों की, मुरली और तुरही बजाने वालों की आवाज तुझ में फिर कभी सुनाई नहीं पड़ेगी; किसी भी व्यवसाय के कारीगर तुझ में फिर कभी नहीं मिलेंगे। “चक्की की आवाज तुझ में फिर कभी सुनाई नहीं पड़ेगी;