बर्जिल्लय बहुत वृद्ध था। उसकी उम्र अस्सी वर्ष की थी। जब राजा दाऊद महनइम नगर में था, तब बर्जिल्लय ने उसकी भोजन-व्यवस्था की थी; क्योंकि वह अत्यन्त समृद्ध था।
दानिय्येल 2:48 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) राजा नबूकदनेस्सर ने दानिएल को अपने दरबार में उच्च पद पर नियुक्त किया और उसे अनेक बहुमूल्य उपहार दिए। उसने दानिएल को बेबीलोन देश के समस्त क्षेत्र पर शासक नियुक्त कर दिया और उसे बेबीलोन की दरबारी विद्वान-मंडली का अध्यक्ष बना दिया। पवित्र बाइबल इसके बाद उस राजा ने दानिय्येल को अपने राज्य में एक अत्यन्त महत्वपूर्ण पद प्रदान किया तथा राजा ने बहुत से बहुमूल्य उपहार भी दानिय्येल को दिये। नबूकदनेस्सर ने दानिय्येल को बाबुल के समूचे प्रदेश का शासक नियुक्त कर दिया। तथा उसने दानिय्येल को बाबुल के सभी पण्डितों का प्रधान बना दिया। Hindi Holy Bible तब राजा ने दानिय्येल का पद बड़ा किया, और उसको बहुत से बड़े बड़े दान दिए; और यह आज्ञा दी कि वह बाबुल के सारे प्रान्त पर हाकिम और बाबुल के सब पण्डितों पर मुख्य प्रधान बने। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब राजा ने दानिय्येल का पद बड़ा किया, और उसको बहुत से बड़े बड़े दान दिए; और यह आज्ञा दी कि वह बेबीलोन के सारे प्रान्त पर हाकिम और बेबीलोन के सब पण्डितों पर मुख्य प्रधान बने। सरल हिन्दी बाइबल तब राजा ने दानिएल को एक ऊंचे पद पर ठहराया और उसे बहुत सारे कीमती उपहार दिये. राजा ने उसे सारे बाबेल प्रदेश का शासक बनाया और बाबेल के सब बुद्धिमान लोगों के ऊपर उसे अधिकारी ठहराया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब राजा ने दानिय्येल का पद बड़ा किया, और उसको बहुत से बड़े-बड़े दान दिए; और यह आज्ञा दी कि वह बाबेल के सारे प्रान्त पर हाकिम और बाबेल के सब पंडितों पर मुख्य प्रधान बने। |
बर्जिल्लय बहुत वृद्ध था। उसकी उम्र अस्सी वर्ष की थी। जब राजा दाऊद महनइम नगर में था, तब बर्जिल्लय ने उसकी भोजन-व्यवस्था की थी; क्योंकि वह अत्यन्त समृद्ध था।
नामान सीरिया देश के राजा का सेनापति था। वह अपने स्वामी की दृष्टि में महान् पुरुष था। उस पर राजा की विशेष कृपा थी; क्योंकि प्रभु ने उसके माध्यम से सीरिया देश को विजय प्रदान की थी। नामान महाबली था; किन्तु वह कुष्ठ-रोगी था।
उसके पास सात हजार भेड़ें, तीन हजार ऊंट, पाँच सौ जोड़ी बैल, पाँच सौ गदहियाँ और बहुत नौकर-चाकर थे। वह मनुष्य पूर्व देश के लोगों में सबसे अधिक अमीर था।
अत: मैं बड़े लोगों के पास जाऊंगा, और उनसे बात करूंगा। वे प्रभु का मार्ग जानते हैं। वे अपने परमेश्वर के न्याय-सिद्धान्तों से परिचित हैं।’ प्रभु ने कहा, ‘नहीं उन्होंने भी मेरे अधिकार के प्रतीक-चिह्न जूए को तोड़ दिया है, मेरे बन्धन को काट दिया है।
पर यदि तुम अर्थ-सहित मेरा स्वप्न मुझे बता दोगे तो मैं तुम्हें पुरस्कारों-उपहारों से लाद दूंगा, और तुम्हारा बड़ा सम्मान करूंगा। अच्छा, अब मुझे मेरा स्वप्न और उसका अर्थ बताओ।’
राजा नबूकदनेस्सर ने सोने की एक विशाल मूर्ति बनवाई। वह प्राय: पचीस मीटर ऊंची और अढ़ाई मीटर चौड़ी थी। उसने मूर्ति को बेबीलोन देश के दूरा नामक मैदान में स्थापित किया।
महाराज, आपने जिन यहूदियों को बेबीलोन देश के राजकीय कार्यों की व्यवस्था करने के लिए नियुक्त किया है, वे आपके आदेशों का पालन नहीं करते हैं। उनके नाम हैं : शद्रक, मेशक और अबेदनगो। वे आपकी उपेक्षा करते हैं। महाराज, वे न तो आपके देवताओं की सेवा-आराधना करते हैं, और न आपके द्वारा स्थापित स्वर्ण-मूर्ति के प्रति सम्मान प्रकट करते हैं।’
अत: मैंने एक राजाज्ञा प्रसारित की कि बेबीलोन देश के सब दरबारी विद्वान मेरे सम्मुख प्रस्तुत हों और मुझे मेरे स्वप्न का अर्थ बताएं।
“ओ ज्योतिषियों के अगुए, बेलतशस्सर! मैं जनता हूं कि तुममें पवित्र परमेश्वर का आत्मा निवास करता है, और तुम्हारे लिए किसी भी रहस्य का भेद बताना कठिन नहीं है। सुनो, मैंने यह स्वप्न देखा है। मुझे इसका अर्थ बताओ।
आपके राज्य में एक ऐसा व्यक्ति है जिसमें पवित्र परमेश्वर का आत्मा निवास करता है। आपके पिता के राज्यकाल में एक ऐसी घटना घटी थी जिससे यह पता चला कि उस व्यक्ति में ज्योति और समझ है, देवताओं की बुद्धि के सदृश उसमें भी बुद्धि है। अत: आपके पिता राजा नबूकदनेस्सर ने उसको ज्योतिषियों, तांत्रिकों, कसदी पंडितों और शकुन विचारनेवालों का मुखिया बना दिया था;
मैंने सुना है कि तुम न केवल सपनों के अर्थ बता सकते हो बल्कि समस्याओं को सुलझा भी सकते हो। यदि तुम दीवार के इस लेख को पढ़ लोगे और इसका अर्थ मुझे बताओगे तो मैं तुमको राजसी वस्त्र से विभूषित करूंगा, तुम्हारे गले में सोने की माला डालूंगा और तुमको अपने राज्य का तीसरा प्रमुख शासक बना दूंगा।’
यह सुनते ही बेलशस्सर ने आदेश दिया कि दानिएल को राजसी वस्त्र पहिनाया जाए, उनके गले में सोने की माला डाली जाए। राजा के आदेश का पालन किया गया। बेबीलोन में घोषणा की गई कि दानिएल राज्य के तीसरे प्रमुख शासक हैं।
उसने उच्च स्वर में आदेश दिया कि तांत्रिक, कसदी पंडित और शकुन विचारनेवाले उसके सम्मुख प्रस्तुत किए जाएं। तांत्रिक, कसदी पंडित और शकुन विचारने वाले आए। राजा ने बेबीलोन के इन ज्ञानियों से कहा, “जो व्यक्ति दीवार के इस लेख को पढ़ लेगा, और उसका अर्थ मुझे बताएगा, मैं उसको राजसी वस्त्र से विभूषित करूंगा। उसके गले में सोने की माला डालूंगा, और वह मेरे राज्य का तीसरा प्रमुख शासक होगा।’
“मैं, दानिएल, यह दर्शन पाकर इतना कमजोर हो गया कि कुछ दिनों तक बीमार पड़ा रहा। जब मैं स्वस्थ हुआ तब शैया से उठा और राजकाज में व्यस्त हो गया। किन्तु मैं दर्शन के कारण स्तब्ध था; क्योंकि मैं उसको समझ नहीं पाया था।’
अब, तुम अपने स्थान को भाग जाओ। मैंने कहा था, “मैं निश्चय ही तुम्हें सम्मानित करूँगा।” किन्तु प्रभु ने तुम्हें सम्मानित होने से वंचित कर दिया।’
इस्राएली सैनिकों ने कहा, ‘क्या तुमने उस पुरुष को देखा, जो आ रहा है? निस्सन्देह वह इस्राएलियों को चुनौती देने आया है। जो व्यक्ति द्वन्द्व-युद्ध में उसे मार डालेगा, उसको राजा धन-सम्पत्ति से माला-माल कर देगा। राजा उसके साथ अपनी पुत्री का विवाह करेगा, और उसके पिता के परिवार को कर से मुक्त कर देगा।’
वह दुर्बलों को धूल से उठाकर खड़ा करता है, दरिद्रों को राख के ढेर से निकालकर उठाता है। वह उन्हें शासकों के साथ बैठाता है; वह उन्हें सम्मानित आसन का उत्तराधिकारी बनाता है; क्योंकि पृथ्वी के आधार-स्तम्भ प्रभु के ही हैं, इन पर ही उसने जगत को खड़ा किया है।
माओन में एक मनुष्य रहता था। उसका व्यापार कर्मेल क्षेत्र में था। वह बहुत धनी था। उसके पास तीन हजार भेड़ें और एक हजार बकरियां थीं। वह कर्मेल में अपनी भेड़ों का ऊन कतरवा रहा था।