जब तक राजदण्ड का स्वामी न आए तब तक राजदण्ड यहूदा से दूर न होगा, और न प्रशासक का दण्ड उसके पैरों के मध्य से अलग होगा। समस्त जातियाँ उसकी आज्ञा का पालन करेंगी।
दानिय्येल 2:44 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उन राजाओं के राज्य-काल में स्वर्ग में विराजमान परमेश्वर एक ऐसा राज्य उदय करेगा जो अनंतकाल तक न नष्ट होगा और न उसकी राज्य-सत्ता किसी दूसरी कौम के हाथ में सौंपी जाएगी। यह राज्य सब राज्यों का अंत कर देगा, उनको मिटा डालेगा; पर वह स्वयं सदा-सर्वदा सुदृढ़ बना रहेगा। पवित्र बाइबल “चौथे राज्य के उन राज्यों के समय में ही स्वर्ग का परमेश्वर एक दूसरे राज्य की स्थापना कर देगा। इस राज्य का कभी अंत नहीं होगा और यह सदा—सदा बना रहेगा! यह एक ऐसा राज्य होगा जो कभी किसी दूसरे समूह के लोगों के हाथ में नहीं जायेगा। यह राज्य उन दूसरे राज्य को कुचल देगा। यह उन राज्यों का विनाश कर देगा। किन्तु वह राज्य अपने आप सदा—सदा बना रहेगा। Hindi Holy Bible और उन राजाओं के दिनों में स्वर्ग का परमेश्वर, एक ऐसा राज्य उदय करेगा जो अनन्तकाल तक न टूटेगा, और न वह किसी दूसरी जाति के हाथ में किया जाएगा। वरन वह उन सब राज्यों को चूर चूर करेगा, और उनका अन्त कर डालेगा; और वह सदा स्थिर रहेगा; पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उन राजाओं के दिनों में स्वर्ग का परमेश्वर, एक ऐसा राज्य उदय करेगा जो अनन्तकाल तक न टूटेगा, और न वह किसी दूसरी जाति के हाथ में किया जाएगा। वरन् वह उन सब राज्यों को चूर चूर करेगा, और उनका अन्त कर डालेगा; और वह सदा स्थिर रहेगा : सरल हिन्दी बाइबल “उन राजाओं के समय में, स्वर्ग के परमेश्वर एक ऐसे राज्य को स्थापित करेंगे, जो कभी नष्ट न होगा और न ही इस पर किसी अन्य का शासन होगा. यह राज्य उन सब राज्यों को चूर-चूर कर देगा और उनका अंत कर देगा, पर यह स्वयं सदाकाल तक बना रहेगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और उन राजाओं के दिनों में स्वर्ग का परमेश्वर, एक ऐसा राज्य उदय करेगा जो अनन्तकाल तक न टूटेगा, और न वह किसी दूसरी जाति के हाथ में किया जाएगा। वरन् वह उन सब राज्यों को चूर-चूर करेगा, और उनका अन्त कर डालेगा; और वह सदा स्थिर रहेगा; (प्रका. 11:15) |
जब तक राजदण्ड का स्वामी न आए तब तक राजदण्ड यहूदा से दूर न होगा, और न प्रशासक का दण्ड उसके पैरों के मध्य से अलग होगा। समस्त जातियाँ उसकी आज्ञा का पालन करेंगी।
वह मेरे नाम के निवास के लिए भवन बनाएगा। मैं उसके राज्य-सिंहासन को सदा-सर्वदा के लिए सुदृढ़ कर दूँगा।
तेरा वंश और तेरा राज्य मेरे सम्मुख सदा स्थिर रहेंगे। तेरा सिंहासन सर्वदा अटल रहेगा।” ’
तेरा राज्य शाश्वत राज्य है, तेरा शासन पीढ़ी से पीढ़ी बना रहता है। प्रभु अपने सब वचनों को पूर्ण करता है; वह विश्वास योग्य है। प्रभु अपने सब कार्यों को पूरा करता है, वह कृपालु है।
जो राष्ट्र और जो राज्य तेरी सेवा नहीं करेगा, वह नष्ट हो जाएगा। ऐसे राष्ट्र पूर्णत: नष्ट हो जाएंगे।
जो देश मैंने अपने सेवक याकूब को दिया था, वहां वे अपने पूर्वजों के देश में पुन: निवास करेंगे। वे और उनके वंशज, पीढ़ी से पीढ़ी तक वहीं स्थायी रूप से रहेंगे; और मेरे सेवक दाऊद के वंशज युग-युगांतर उनके प्रशासक होंगे।
किन्तु स्वर्ग में विराजमान परमेश्वर सब रहस्यों पर से परदा हटाता है। उसी ने महाराज को भविष्य में घटनेवाली घटनाओं का दर्शन स्वप्न में कराया है। आपका स्वप्न और आपके मन में अंकित दृश्य जो आपने पलंग पर सोते समय देखे हैं, वे ये हैं :
“महाराज, जब आप मूर्ति को देख रहे थे तब अचानक पत्थर का एक टुकड़ा आप-से-आप उखड़ा, (उसको किसी मनुष्य के हाथ ने नहीं उखाड़ा था) और मूर्ति के लोहे और मिट्टी के बने पांवों पर गिरा, और उनको चकनाचूर कर दिया।
तत्पश्चात् लोहा, मिट्टी, पीतल, चांदी और सोना भी एक साथ चूर-चूर हो गए, और वे ग्रीष्म ऋतु के खलियान के भूसे के समान कण-कण हो गए। पवन ने उनको उड़ा दिया, और वे लुप्त हो गए, उनका चिह्न भी शेष न रहा। “परन्तु जिस पत्थर ने मूर्ति के पांवों पर प्रहार किया था, वह एक विशाल पर्वत के रूप में बदल गया, और सम्पूर्ण पृथ्वी में फैल गया।
“महाराज, राजाओं के राजा, आपको स्वर्ग में विराजमान परमेश्वर ने यह राज्य, पराक्रम, सामर्थ्य और महिमा प्रदान की है।
महाराज, जैसा कि आपने देखा कि लोहा लसदार मिट्टी के साथ मिला हुआ था, वैसा ही इस राज्य के लोग आपस में वैवाहिक सम्बन्धों के द्वारा परस्पर मिलेंगे-जुड़ेंगे; किन्तु जिस तरह लोहा और मिट्टी में एकमेल नहीं हो पाता, वैसे ही इस राज्य के लोग आपस में मिल-घुल नहीं पाएंगे।
परमेश्वर के चिह्न कितने भव्य हैं, उसके अद्भुत कार्य कितने सामर्थ्यपूर्ण हैं! उसका राज्य शाश्वत राज्य है, उसका शासन पीढ़ी से पीढ़ी तक बना रहता है।
“सात वर्ष बीतने के बाद मैं नबूकदनेस्सर ने स्वर्ग की ओर दीनता से आंखें उठाईं, और मेरा विवेक लौट आया। मैंने सर्वोच्च परमेश्वर को धन्य कहा, जो सदा-सर्वदा जीवित है। मैंने इन शब्दों में उसकी महिमा और स्तुति की; “परमेश्वर का राज्य शाश्वत है; उसका शासन पीढ़ी से पीढ़ी बना रहता है।
मैं यह राजाज्ञा प्रसारित कर रहा हूं कि मेरे साम्राज्य के समस्त स्त्री-पुरुष दानिएल के परमेश्वर के सम्मुख कांपते और डरते रहेंगे, क्योंकि केवल वही जीवित परमेश्वर है; वह युगानुयुग विद्यमान है। उसका राज्य कभी नष्ट न होगा, उसके शासन का कभी अन्त न होगा।
वह संकट से मुक्त करता, और प्राणों की रक्षा करता है; वह आकाश में अद्भुत चिह्न दिखाता, और पृथ्वी पर आश्चर्य कर्म करता है। उसी ने सिंहों के मुंह से दानिएल को बचाया।’
राज्य और शासन, समस्त आकाश के नीचे पृथ्वी के सब राज्यों की महानता, सर्वोच्च परमेश्वर के भक्तों के जन-समूह को दी जाएगी। उनका राज्य शाश्वत राज्य होगा; पृथ्वी के सब शासक उनकी सेवा करेंगे वे उनकी आज्ञा का पालन करेंगे।”
वह अपनी धूर्तता में अपने हरएक कपटपूर्ण कार्य में सफल होगा। अपनी सफलता से वह मन ही मन फूल कर कुप्पा हो जाएगा। वह बिना चेतावनी दिए ही अनेक लोगों का वध कर देगा। यहाँ तक कि वह “शासकों के शासक” का भी विरोध करेगा। किन्तु वह अन्त में बिना किसी व्यक्ति के हाथ लगाए ही टूट जाएगा।
लंगड़े-लूलों को मैं इस्राएल का शेष-राष्ट्र बनाऊंगा। जिन्हें त्याग दिया गया था, उन्हें मैं एक शक्तिशाली राष्ट्र बनाऊंगा। आज से युगानुयुग तक मैं-प्रभु सियोन पर्वत से उन पर राज्य करूंगा।’
मैं पृथ्वी के राज्य-सिंहासनों को उलट-पलट दूंगा। मैं राष्ट्रों की राज्य-सत्ता को नष्ट कर दूंगा। रथों और सारथियों को, घोड़ों और घुड़सवारों को पटक दूंगा और वे गिर जाएंगे। वे अपने साथी की तलवार से मौत के घाट उतारे जाएंगे
मैं समस्त राष्ट्रों को कंपा दूंगा; और तब उनकी समस्त धन-सम्पत्ति इस भवन में अर्पित की जाएगी, और मैं इसको ऐश्वर्य से भर दूंगा। मैं, स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने यह कहा है।
लोगों ने उन्हें उत्तर दिया, “व्यवस्था हमें यह शिक्षा देती है कि मसीह सदा रहेंगे। फिर आप यह क्या कहते हैं कि मानव-पुत्र को ऊपर उठाया जाना अनिवार्य है? यह मानव-पुत्र कौन है?”
हमें जो राज्य मिला है, वह नहीं हिलाया जा सकता, इसलिए हम परमेश्वर को धन्यवाद देते रहें और उसकी इच्छानुसार भक्ति एवं श्रद्धा के साथ उसकी आराधना करते रहें,
सातवें स्वर्गदूत ने तुरही बजायी। इस पर स्वर्ग में वाणियाँ सुनाई पड़ीं, जो ऊंचे स्वर से कह रही थीं : “इस संसार का राज्य हमारे प्रभु और उसके मसीह का राज्य बन गया है। वह युग-युगों तक राज्य करेंगे।”
जिसे मेरे पिता ने मुझे प्रदान किया है। वह लोह-दण्ड से राष्ट्रों पर शासन करेगा और उन्हें मिट्टी के पात्रों की तरह चकनाचूर कर देगा और मैं उस विजयी को प्रभात का तारा प्रदान करूँगा।