सुलेमान फरात नदी की पश्चिमी दिशा के समस्त क्षेत्र का, तिप्साह से गाजा तक के भूमि-क्षेत्र का, जितने राज्य फरात नदी के पश्चिम में थे, उन सब का सम्राट था। उसके साम्राज्य में चारों ओर शान्ति थी।
दानिय्येल 2:37 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) “महाराज, राजाओं के राजा, आपको स्वर्ग में विराजमान परमेश्वर ने यह राज्य, पराक्रम, सामर्थ्य और महिमा प्रदान की है। पवित्र बाइबल हे राजन, आप अत्यंत महत्वपूर्ण राजा हैं। स्वर्ग के परमेश्वर ने तुम्हें राज्य दिया है। शक्ति दी है। सामर्थ्य और महिमा दी हैं। Hindi Holy Bible हे राजा, तू तो महाराजाधिराज है, क्योंकि स्वर्ग के परमेश्वर ने तुझ को राज्य, सामर्थ, शक्ति और महिमा दी है, पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) हे राजा, तू तो महाराजाधिराज है, क्योंकि स्वर्ग के परमेश्वर ने तुझ को राज्य, सामर्थ्य, शक्ति और महिमा दी है, सरल हिन्दी बाइबल हे महाराज, आप तो राजाओं के राजा हैं. स्वर्ग के परमेश्वर ने आपको राज्य और अधिकार और शक्ति और महिमा दी है; इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 हे राजा, तू तो महाराजाधिराज है, क्योंकि स्वर्ग के परमेश्वर ने तुझको राज्य, सामर्थ्य, शक्ति और महिमा दी है, |
सुलेमान फरात नदी की पश्चिमी दिशा के समस्त क्षेत्र का, तिप्साह से गाजा तक के भूमि-क्षेत्र का, जितने राज्य फरात नदी के पश्चिम में थे, उन सब का सम्राट था। उसके साम्राज्य में चारों ओर शान्ति थी।
उसने यहोयाकीन से सहानुभूतिपूर्ण व्यवहार किया। जो राजा उसके साथ बेबीलोन में थे, उनके आसनों के मध्य में एक ऊंचे स्थान पर उसने यहोयाकीन को आसन प्रदान किया।
‘फारस देश के सम्राट कुस्रू का यह आदेश है: स्वर्ग के परमेश्वर, प्रभु ने पृथ्वी के समस्त राज्य मुझे प्रदान किए और मुझे यह आज्ञा दी कि मैं यहूदा प्रदेश के यरूशलेम नगर में उसके लिए एक भवन बनाऊं। उसके निज लोगों में से जो कोई भी तुम्हारे मध्य निवास कर रहे हैं, वे यरूशलेम नगर को जाएं। उनके साथ प्रभु परमेश्वर हो।’
‘फारस देश के सम्राट कुस्रू का यह आदेश है : स्वर्ग के परमेश्वर, प्रभु ने पृथ्वी के समस्त देश मुझे प्रदान किए और मुझे यह आज्ञा दी कि मैं यहूदा प्रदेश के यरूशलेम नगर में उसके लिए एक भवन बनाऊं।
पत्र इस प्रकार था : ‘महाराजाधिराज अर्तक्षत्र का पत्र स्वर्ग के परमेश्वर की व्यवस्था के शास्त्री और पुरोहित एज्रा के नाम।
मुझ-बुद्धि के द्वारा ही राजा राज्य करते हैं; मेरी सहायता से शासक न्यायपूर्ण निर्णय करते हैं।
ओ कसदी कौम की बेटी, अंधकार में जा, और वहाँ चुपचाप बैठ; क्योंकि अब लोग तुझे राज्यों की महारानी नहीं कहेंगे।
मैं, इस्राएल का परमेश्वर, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता हूँ: अब मैं सब जातियों की गर्दन पर बेबीलोन के राजा नबूकदनेस्सर के लोहे के जूए को रख रहा हूं। वे उसकी गुलामी करेंगी। मैंने धरती के सब पशुओं को भी उसके अधीन कर दिया है।” ’
जब बेबीलोन का राजा नबूकदनेस्सर अपनी समस्त सेना तथा अपने अधीन सब राज्यों की सेनाओं तथा अपने सब लोगों के साथ यहूदा प्रदेश की राजधानी यरूशलेम एवं उसके सब नगरों के विरुद्ध लड़ रहा था, तब प्रभु का यह सन्देश यिर्मयाह को मिला। प्रभु ने कहा,
‘स्वामी-प्रभु यों कहता है: देख, मैं उत्तर दिशा से बेबीलोन के राजा, राजाधिराज नबूकदनेस्सर द्वारा तुझ पर आक्रमण कराऊंगा। उसके साथ असंख्य सैनिक और घुड़सवार होंगे। इनके अतिरिक्त घोड़े और रथ होंगे।
तब प्रभु परमेश्वर ने राजा यहोयाकीम और उसके नगर को नबूकदनेस्सर के हाथ में सौंप दिया। नबूकदनेस्सर ने परमेश्वर के मन्दिर के कुछ पवित्र पात्रों पर भी अधिकार कर लिया, और वह उनको शिनार देश में स्थित अपने देवता के मन्दिर में ले गया। उसने पात्रों को अपने देवता के भंडारगृह में रख दिया।
“महाराज, आपने दृष्टि ऊपर की तो आपने अपने सम्मुख एक विशाल मूर्ति देखी। यह मूर्ति बहुत ऊंची थी और खूब चमक रही थी। उसका रूप भयंकर था।
उन राजाओं के राज्य-काल में स्वर्ग में विराजमान परमेश्वर एक ऐसा राज्य उदय करेगा जो अनंतकाल तक न नष्ट होगा और न उसकी राज्य-सत्ता किसी दूसरी कौम के हाथ में सौंपी जाएगी। यह राज्य सब राज्यों का अंत कर देगा, उनको मिटा डालेगा; पर वह स्वयं सदा-सर्वदा सुदृढ़ बना रहेगा।
“यह सुनकर दानिएल, जो बेलतशस्सर कहलाते हैं, बहुत समय तक स्तब्ध खड़े रहे। उनके हृदय में अनेक विचार उठे, जिन्होंने उनको व्याकुल कर दिया। मैंने कहा, “ओ बेलतशस्सर, मेरे स्वप्न, अथवा उसके अर्थ से तुम व्याकुल मत हो।” बेलतशस्सर ने उत्तर दिया, “महाराज, मेरे स्वामी! काश, यह स्वप्न आपके बैरियों के लिए हो, इसका अर्थ आपके शत्रुओं पर पड़े!
वह वृक्ष आप हैं, महाराज! आप ही बढ़कर शक्तिशाली हो गए हैं। आपकी महानता बढ़कर आकाश को छूने लगी है। आपका राज्य पृथ्वी के छोरों तक पहुंच गया है।
आप मनुष्य-समाज के बीच से निकाल दिए जाएंगे, और आपको वन-पशुओं के साथ रहना पड़ेगा। आप बैल के समान घास चरेंगे, और आकाश की ओस में भीगा करेंगे। सात वर्ष तक आपकी यही दशा रहेगी। उसके बाद आपको अनुभव होगा कि सर्वोच्च परमेश्वर ही मनुष्यों के राज्य पर शासन करता है, और वह जिसको चाहता है, उसको यह राज्य दे देता है।
परमेश्वर के चिह्न कितने भव्य हैं, उसके अद्भुत कार्य कितने सामर्थ्यपूर्ण हैं! उसका राज्य शाश्वत राज्य है, उसका शासन पीढ़ी से पीढ़ी तक बना रहता है।
तू मनुष्य-समाज के बीच से निकाल दिया जाएगा, और तुझको वन-पशुओं के साथ रहना पड़ेगा। तू बैल के समान घास चरेगा। सात वर्ष तक तेरी यही दशा रहेगी। उसके बाद ही तुझको अनुभव होगा कि सर्वोच्च परमेश्वर ही मनुष्यों के राज्य पर शासन करता है, और वह जिसको चाहता है, उसको यह राज्य दे देता है।”
“सात वर्ष बीतने के बाद मैं नबूकदनेस्सर ने स्वर्ग की ओर दीनता से आंखें उठाईं, और मेरा विवेक लौट आया। मैंने सर्वोच्च परमेश्वर को धन्य कहा, जो सदा-सर्वदा जीवित है। मैंने इन शब्दों में उसकी महिमा और स्तुति की; “परमेश्वर का राज्य शाश्वत है; उसका शासन पीढ़ी से पीढ़ी बना रहता है।
“महाराज, सर्वोच्च परमेश्वर ने आपके पिता नबूकदनेस्सर को राज्य, महानता, कीर्ति और वैभव प्रदान किया था।
तब प्राचीन युग-पुरुष ने उसको शासन का अधिकार, महिमा और राज्य प्रदान किया ताकि पृथ्वी की समस्त कौमें, राष्ट्र और भिन्न-भिन्न भाषाएं बोलने वाले लोग उसकी सेवा करें। उसका शासन शाश्वत शासन है; जो कभी समाप्त न होगा; उसका राज्य युगानुयुग अटल है, जिसका कभी नाश न होगा।
एफ्रइम ने अन्य राष्ट्रों से सौदेबाजी कर मित्रता प्राप्त की है; पर मैं एफ्रइम-वासियों को दण्डित करने के लिए एकत्र करूंगा। वे राजाओं और शासकों की नियुक्त करना अविलम्ब रोक देंगे।
और हमें परीक्षा में न डाल, बल्कि बुराई से हमें बचा। [क्योंकि राज्य, सामर्थ्य और महिमा सदा तेरे हैं। आमेन।]
येशु ने उत्तर दिया, “यदि आप को ऊपर से अधिकार न दिया गया होता, तो आपका मुझ पर कोई अधिकार नहीं होता। इसलिए जिसने मुझे आपके हाथ सौंपा है, उसका पाप अधिक है।”
और येशु मसीह की ओर से आप लोगों को अनुग्रह और शान्ति प्राप्त हो! मसीह विश्वसनीय साक्षी, पुनर्जीवित मृतकों में से पहलौठे और पृथ्वी के राजाओं के अधिराज हैं। वह हम से प्रेम करते हैं। उन्होंने अपने रक्त से हमें पापों से मुक्त किया
वे मेमने से युद्ध करेंगे और मेमना उन्हें परास्त कर देगा, क्योंकि वह प्रभुओं का प्रभु एवं राजाओं का राजा है। मेमने के साथ उसके अनुयायी भी विजयी होंगे : वे बुलाये गये हैं, निर्वाचित हैं और विश्वासी भी हैं।”
“हमारे प्रभु परमेश्वर! तू महिमा, सम्मान और सामर्थ्य का अधिकारी है; क्योंकि तूने समस्त विश्व की सृष्टि की। तेरी ही इच्छा से वह अस्तित्व में आया और उसकी सृष्टि हुई है।”
वे ऊंचे स्वर से कह रहे थे : “बलि किया हुआ मेमना सामर्थ्य, वैभव, प्रज्ञ, शक्ति, सम्मान, महिमा तथा स्तुति का अधिकारी है।”