मेरे समस्त पवित्र पर्वत पर वे न किसी को दु:ख देंगे, और न किसी का अनिष्ट करेंगे; क्योंकि मुझ-प्रभु के ज्ञान से पृथ्वी परिपूर्ण हो जाएगी, जैसे जल से समुद्र भरा रहता है।
दानिय्येल 12:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) दानिएल, तू इस ग्रन्थ पर मुहर लगा, और युगांत तक के लिए इन बातों को सुरक्षित रख। अनेक लोग पूछताछ के लिए यहाँ-वहाँ भाग-दौड़ करेंगे, और अपने ज्ञान की वृद्धि करेंगे।” पवित्र बाइबल “किन्तु हे दानिय्येल! इस सन्देश को तू छिपा कर के रख दे। तुझे यह पुस्तक बन्द कर देनी चाहिये। तुझे अंत समय तक इस रहस्य को छिपाकर रखना है। सच्चा ज्ञान पाने के लिये बहुत से लोग इधर—उधर भाग दौड़ करेंगे और इस प्रकार सच्चे ज्ञान का विकास होगा।” Hindi Holy Bible परन्तु हे दानिय्येल, तू इस पुस्तक पर मुहर कर के इन वचनों को अन्त समय तक के लिये बन्द रख। और बहुत लोग पूछ-पाछ और ढूंढ-ढांढ करेंगे, और इस से ज्ञान बढ़ भी जाएगा॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परन्तु हे दानिय्येल, तू इस पुस्तक पर मुहर करके इन वचनों को अन्त समय तक के लिये बन्द रख। बहुत से लोग पूछ–पाछ और ढूँढ़–ढाँढ़ करेंगे, और इस से ज्ञान बढ़ भी जाएगा।” सरल हिन्दी बाइबल परंतु हे दानिएल, तुम अंत समय के आते तक इस पुस्तक की बातों पर मुहर लगाकर इसे बंद रखो. बहुत से लोग ज्ञान बढ़ाने के लिये इधर-उधर जाएंगे.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 परन्तु हे दानिय्येल, तू इस पुस्तक पर मुहर करके इन वचनों को अन्त समय तक के लिये बन्द रख। और बहुत लोग पूछ-पाछ और ढूँढ़-ढाँढ़ करेंगे, और इससे ज्ञान बढ़ भी जाएगा।” |
मेरे समस्त पवित्र पर्वत पर वे न किसी को दु:ख देंगे, और न किसी का अनिष्ट करेंगे; क्योंकि मुझ-प्रभु के ज्ञान से पृथ्वी परिपूर्ण हो जाएगी, जैसे जल से समुद्र भरा रहता है।
अब दर्शन की ये सब बातें तुम्हारे लिए मुहरबन्द पुस्तक के शब्द बन गई हैं। जब तुम किसी पढ़े-लिखे व्यक्ति को पुस्तक देते और उससे कहते हो, “इसको पढ़ो,” तब वह तुमसे कहता है, “यह मुहरबन्द है, मैं इसको नहीं पढ़ सकता।”
उस दिन जब प्रभु अपने निज लोगों की चोटों की मरहम पट्टी करेगा। जब वह उनके घावों को स्वस्थ करेगा जो उसके प्रहार से हुए थे, तब चन्द्रमा का प्रकाश सूर्य के प्रकाश के सदृश हो जाएगा, और सूर्य का प्रकाश सात गुना तेज होगा, सप्ताह भर का सम्मिलित प्रकाश एक दिन में होगा!
उनके राज्य-काल में लोग, जो अपनी आंखों से देख सकते हैं, वे ध्यान से देखेंगे; जो अपने कानों से सुन सकते हैं, वे प्रभु का सन्देश ध्यान से सुनेंगे।
प्रभु कहता है, ‘यरूशलेम की सड़कों पर इधर-उधर दौड़ कर देखो, और पता लगाओ! उसके चौराहों में खोजो और देखो, कि क्या यरूशलेम में ऐसा मनुष्य है जो न्याय से काम करता है, जो अपने आचरण में ईमानदार है? तब मैं यरूशलेम को क्षमा कर दूंगा।
फारस देश के सम्राट कुस्रू के राज्य-काल के तीसरे वर्ष में दानिएल को जो बेलतशस्सर भी कहलाते हैं, परमेश्वर की ओर से एक वाक्य सुनाया गया, और यह वाक्य सच था, और वाक्य का सम्बन्ध एक बड़े संघर्ष से था। दानिएल ने वाक्य का अर्थ समझ लिया। उनमें दर्शन को समझने की सामर्थ्य थी।
ताकि तुझे वे बातें समझाऊं जो युगान्त में तेरी कौम के लोगों के साथ घटेंगी। जो दर्शन तूने देखा है वह आगामी कुछ दिनों के बाद पूरा होगा।”
फिर भी जो बातें “सत्य ग्रंथ’ में लिखी हुई हैं वे मैं तुझे बताता हूं। तेरी कौम के स्वर्गदूत मीखाएल के अतिरिक्त और कोई स्वर्गदूत नहीं है, जो उनके विरुद्ध मेरी सहायता करे।
जो लोग समझदार हैं, वे जनता के अनेक लोगों को समझाएंगे। किन्तु अपने इस कार्य के लिए उन्हें शहीद होना पड़ेगा: वे तलवार से मौत के घाट उतारे जाएंगे; वे जलती हुई आग में फेंके जाएंगे; वे बन्दीगृह में डाले जाएंगे और उनकी धन-सम्पत्ति लूट ली जाएगी। यह कष्ट केवल कुछ दिनों के लिए होगा।
“अन्तिम समय में दक्षिण देश का राजा उस पर आक्रमण करेगा। किन्तु उत्तर देश का राजा रथों, घुड़सवारों और जहाजी बेड़ों के साथ बवंडर के समान उस पर टूट पड़ेगा। वह अनेक देशों में घुस जाएगा। वह उनको उलट-पुलट देगा और उनमें से गुजरता हुआ आगे बढ़ जाएगा।
दानिएल अब तू जा। अपने जीवन के अन्त-समय तक अपने मार्ग पर चलता रह और तुझे विश्राम प्राप्त होगा। युगांत में तुझे तेरा निर्धारित स्थान प्राप्त होगा।” ’
‘जब मैं–दानिएल ने ऊपर देखा, तो मुझे और दो व्यक्ति दिखाई दिए। एक व्यक्ति नदी के इस पार खड़ा था और दूसरा व्यक्ति नदी के उस पार।
परन्तु उसने उत्तर दिया, “दानिएल, अब जा! ये बातें युगान्त के लिए मुहर-बन्द कर दी गई हैं।
अत: गब्रिएल मेरे समीप आया, जहाँ मैं खड़ा था। जब वह मेरे समीप आया तब मैं डर गया और भूमि पर मुंह के बल गिर पड़ा। उसने मुझसे कहा, “ओ मानव, जो दर्शन तूने देखा है उसका अर्थ समझ। यह दर्शन युगान्त के विषय में है।”
उसने कहा, “सुन, इस कोप-युग के अन्तिम दिनों में जो घटनाएँ घटेंगी, उनको मैं तुझ पर प्रकट कर रहा हूं। ये ठहराए हुए युगान्त के सम्बन्ध में हैं।
“जो तूने संध्या और सबेरे का दर्शन देखा है, जो तुझे बताया गया है, वह सच है। किन्तु तू उसे मुहरबन्द कर सुरक्षित रखना, किसी को मत बताना; क्योंकि वह आज से अनेक दिन बाद घटित होगा।”
राज्य का यह शुभ समाचार सारे संसार में सुनाया जाएगा, जिससे सब राष्ट्रों को इसकी साक्षी मिले; और तब अन्त आ जाएगा।
अब मैं यह पूछता हूँ: “क्या उन्होंने सुना नहीं?” उन्होंने अवश्य सुना है, क्योंकि “उनकी वाणी समस्त संसार में फैल गयी है और उनके शब्द पृथ्वी के सीमान्तों तक।”
जब सात मेघगर्जन बोल चुके, तो मैं लिखने ही वाला था कि मैंने स्वर्ग से एक वाणी को यह कहते सुना, “सात मेघगर्जनों का सन्देश मुहरबन्द कर गुप्त रखो; उसे मत लिखो।”
उसने मुझ से फिर कहा,“आप इस पुस्तक की नबूवत की बातों को गुप्त नहीं रखें, क्योंकि समय निकट है।
इसके बाद मैंने देखा कि जो सिंहासन पर विराजमान है, उसके दाहिने हाथ में एक लपेटी हुई पुस्तक है, जिस पर दोनों ओर लिखा हुआ है और जिसे सात मोहरें लगा कर बन्द कर दिया गया है।