उसने अम्मोनी देवता मिल्कोम के सिर के सोने का मुकुट उतार लिया। उसको दाऊद के सिर पर रखा गया। उसका वजन लगभग पैंतीस किलो था। उसमें एक मणि जड़ा हुआ था। दाऊद नगर से लूट का बहुत माल ले गया।
जकर्याह 6:11 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उनसे सोना और चांदी ले और एक मुकुट बना और यह मुकुट महापुरोहित यहोशुअ बेन-योसादाक के सिर पर रख, पवित्र बाइबल उस सोने— चाँदी का उपयोग एक मुकुट बनाने में करो। उस मुकुट को यहोश के सिर पर रखो। (यहोशू महायाजक था। यहोशू यहोसादाक पुत्र था।) तब यहोशु से ये बातें कहो: Hindi Holy Bible उनके हाथ से सोना चान्दी ले, और मुकुट बनाकर उन्हें यहोसादाक के पुत्र यहोशू महायाजक के सिर पर रख; पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उनके हाथ से सोना–चाँदी ले, और मुकुट बनाकर उन्हें यहोसादाक के पुत्र यहोशू महायाजक के सिर पर रख; सरल हिन्दी बाइबल सोना और चांदी को लेकर एक मुकुट बनाओ, और उस मुकुट को यहोत्सादाक के पुत्र महापुरोहित यहोशू के सिर पर रखो. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उनके हाथ से सोना चाँदी ले, और मुकुट बनाकर उन्हें यहोसादाक के पुत्र यहोशू महायाजक के सिर पर रख; |
उसने अम्मोनी देवता मिल्कोम के सिर के सोने का मुकुट उतार लिया। उसको दाऊद के सिर पर रखा गया। उसका वजन लगभग पैंतीस किलो था। उसमें एक मणि जड़ा हुआ था। दाऊद नगर से लूट का बहुत माल ले गया।
पुरोहितीय परिवार के ये पुरुष थे, जिन्होंने विदेशी जातियों की स्त्रियों से विवाह किया था : येशुअ बेन-योसादाक के पुत्र मासेयाह, एलीआजर, यारीब और गदल्याह, और येशुअ के भाई।
उस समय येशुअ बेन-योसादाक अपने सहयोगी पुरोहितों के साथ तथा जरूब्बाबेल बेन-शालतिएल अपने भाई-बन्धुओं के साथ तैयार हुए। उन्होंने परमेश्वर के भक्त-जन मूसा की व्यवस्था के अनुसार वेदी पर अग्नि-बलि चढ़ाने के लिए इस्राएल के परमेश्वर की वेदी बनाई।
उन्होंने पवित्र किरीट-पट के पुष्प को शुद्ध सोने का बनाया। उन्होंने मुद्रा में अंकित अक्षरों के सदृश उसमें ये अक्षर खोदे, ‘प्रभु के हेतु पवित्र।’
‘ओ यरूशलेम की कन्याओ, अपने-अपने घर से बाहर निकलो। ओ सियोन की पुत्रियो, बाहर आकर राजा सुलेमान को देखो। वह उस मुकुट को पहिने हुए है, जो उसकी माता ने उसके विवाह के दिन उसके हृदय के आनन्द-दिवस पर उसको पहिनाया था।’
उसके सिर पर साफा रखा, और उस पर सामने की ओर स्वर्ण-पुष्प अर्थात् पवित्र किरीट-पट लगाया; जैसी प्रभु ने मूसा को आज्ञा दी थी।
जरूब्बाबेल बेन-शालतिएल यहूदा प्रदेश का राज्यपाल था। यहोशुअ बेन-योसादक महापुरोहित था। सम्राट दारा का शासन-काल था। उसके शासन के दूसरे वर्ष के छठे महीने की पहली तारीख को प्रभु का संदेश नबी हग्गय के माध्यम से जरूब्बाबेल और यहोशुअ को मिला:
तब प्रभु ने यहूदा प्रदेश के राज्यपाल जरूब्बाबेल, महापुरोहित यहोशुअ और सब बचे हुए लोगों की आत्मा को उभाड़ा। वे आए और
फिर भी, ओ राज्यपाल जरूब्बाबेल, साहसी बन! मैं-प्रभु यह कहता हूँ। ओ महापुरोहित यहोशुअ बेन-योसादाक, साहसी बन! ओ देश के सब लोगो, साहसी बनो! मैं-प्रभु यह कहता हूं : काम करो! मैं स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु तुम्हारे साथ हूं,
तत्पश्चात् उसने मुझे महापुरोहित यहोशुअ को दिखाया। वह प्रभु के दूत के सम्मुख खड़ा था, और शैतान उस पर दोष लगाने के लिए उसकी दाहिनी ओर खड़ा था।
मैंने कहा, ‘आपके सेवक कृपया, महापुरोहित के सिर पर साफ पगड़ी भी बांध दें।’ अत: सेवकों ने यहोशुअ के सिर पर एक साफ पगड़ी बांध दी। उन्होंने उसे वस्त्र भी पहिना दिए। प्रभु का दूत समीप खड़ा था।
प्रभु के मन्दिर में यह मुकुट रहेगा और यह हेल्दई, तोबियाह, यदायाह और योशियाह बेन-सफन्याह की यादगार होगा।
परन्तु हम यह देखते हैं कि येशु कुछ काल के लिए स्वर्गदूतों से छोटे बनाए गए थे, किन्तु मृत्यु की यन्त्रणा सहने के कारण येशु को महिमा और सम्मान का मुकुट पहनाया गया है। इस प्रकार वह परमेश्वर की कृपा से प्रत्येक मनुष्य के लिए मृत्यु का स्वाद चख सके।
उसकी आँखें अग्नि की तरह धधकती हैं और उसके सिर पर अनेक मुकुट हैं। उसके शरीर पर एक नाम अंकित है, जिसे उसके अतिरिक्त और कोई नहीं जानता।
और मेरी आँखों के सामने एक सफ़ेद घोड़ा दिखाई पड़ा। जो उस पर सवार था, उसके हाथ में धनुष था। उसे एक मुकुट दिया गया और वह विजयी की तरह विजय-यात्रा के लिए निकल पड़ा।