ऊज्जाह के प्रति प्रभु का क्रोध भड़क उठा। परमेश्वर ने उसकी इस असावधानी के कारण वहीं उस पर प्रहार किया, और वह परमेश्वर की मंजूषा के पास ही मर गया।
गिनती 3:10 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तू हारून और उसके पुत्रों को नियुक्त करना, और वे अपनी पुरोहिताई का दायित्व संभालेंगे। परन्तु यदि कोई अपुरोहित व्यक्ति शिविर में सेवा-कार्य के लिए आएगा तो उसको मृत्यु-दण्ड दिया जाएगा।’ पवित्र बाइबल “तुम हारून और उसके पुत्रों को याजक नियुक्त करोगे। वे अपना कर्तव्य पूरा करेंगे और याजक के रूप में सेवा करेंगे। कोई अन्य व्यक्ति जो पवित्र चीज़ों के समीप आने का प्रयत्न करता है, मार दिया जाना चाहिए।” Hindi Holy Bible और हारून और उसके पुत्रों को याजक के पद पर नियुक्त कर, और वे अपने याजकपद की रक्षा किया करें; और यदि अन्य मनुष्य समीप आए, तो वह मार डाला जाए॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और हारून और उसके पुत्रों को याजक के पद पर नियुक्त कर, और वे अपने याजक पद को सम्भालें, और यदि अन्य मनुष्य समीप आए, तो वह मार डाला जाए।” सरल हिन्दी बाइबल इस प्रकार तुम अहरोन तथा उसके पुत्रों को नियुक्त कर दोगे, कि वे पुरोहित के रूप में सेवा करते रहें, किंतु जो भी साधारण व्यक्ति साक्षी के तंबू के निकट आ जाए, उसे प्राण-दंड दे दिया जाए.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और हारून और उसके पुत्रों को याजक के पद पर नियुक्त कर, और वे अपने याजकपद को सम्भालें; और यदि परदेशी समीप आए, तो वह मार डाला जाए।” |
ऊज्जाह के प्रति प्रभु का क्रोध भड़क उठा। परमेश्वर ने उसकी इस असावधानी के कारण वहीं उस पर प्रहार किया, और वह परमेश्वर की मंजूषा के पास ही मर गया।
यारोबआम ने पहाड़ी शिखरों पर वेदियाँ बनाईं। उसने सामान्य लोगों के मध्य से ऐसे व्यक्ति चुने जो लेवी कुल के नहीं थे। उसने उनको वेदियों के पुरोहित नियुक्त किया।
जब तक राजा सुलेमान के द्वारा प्रभु का भवन यरूशलेम में तैयार नहीं हो गया, तब तक ये लोग भजन-गान के द्वारा मिलन-शिविर के तम्बू के सम्मुख सेवा-कार्य किया करते थे। ये अपनी-अपनी सेवा की पारी के अनुसार भजन गाया करते थे।
किन्तु मैंने कहा, ‘क्या मुझ-जैसे व्यक्ति का इस प्रकार भागना उचित है? क्या मुझ-जैसे व्यक्ति को अपना प्राण बचाने के लिए मन्दिर में प्रवेश करना चाहिए? कदापि नहीं! मैं मन्दिर में नहीं जाऊंगा।’
तू उनकी कमर कमरबन्द से बांधना। उनको टोपी पहनाना। तब स्थायी संविधि के द्वारा उन्हें पुरोहिताई प्राप्त होगी। इस रीति से तू हारून और उसके पुत्रों का पुरोहित-पद के लिए अभिषेक करना।
तुमने स्वयं मेरी पवित्र वस्तुओं की देखभाल नहीं की; किन्तु मेरे पवित्र स्थान में सेवा-कार्य करने के लिए अन्य जाति के लोगों को नियुक्त किया है।
‘जो व्यक्ति पुरोहित नहीं है, वह पवित्र वस्तुएं नहीं खाएगा। पुरोहित का अतिथि अथवा उसका मजदूर भी पवित्र वस्तु नहीं खाएगा।
जब शिविर का प्रस्थान होगा तब लेवीय ही उसको उखाड़ेंगे। जब शिविर को खड़ा किया जाएगा तब वे उसको खड़ा करेंगे। जो व्यक्ति लेवी कुल का नहीं है, यदि वह उसके निकट आएगा, उसको मृत्यु-दण्ड दिया जाएगा।
क्या यह भी छोटी बात है कि उसने तुम्हें, और तुम्हारे साथ लेवी-वंशीय तुम्हारे सब भाइयों को अपने समीप आने दिया? और अब तुम पुरोहित-पद भी प्राप्त करने का प्रयत्न कर रहे हो?
तब प्रभु के पास से अग्नि निकली और उसने धूप चढ़ाने वाले दो सौ पचास व्यक्तियों को भस्म कर दिया।
ताकि वे इस्राएली समाज के लिए स्मारक-चिह्न बनें, जिससे कोई अपुरोहित व्यक्ति, जो हारून के वंश का नहीं है, धूप चढ़ाने के अभिप्राय से प्रभु के सम्मुख नहीं आए, और कोरह तथा उसके दल के सदृश नष्ट न हो, जैसा प्रभु ने मूसा के द्वारा एलआजर से कहा था।
वे तेरी सहायता तथा तम्बू की देखभाल करेंगे। किन्तु वे पवित्र-स्थान के पात्रों एवं वेदी के निकट नहीं आएंगे; अन्यथा तुम और वे मर जाएंगे।
किन्तु तू और तेरे साथ तेरे पुत्र वेदी से सम्बन्धित तथा अन्त:-पट के पीछे पुरोहितीय कार्यों का दायित्व सम्भालेंगे। तुम सेवा-कार्य करोगे। मैं तुम्हें पुरोहितीय कार्य दान-स्वरूप प्रदान करता हूं। समीप आने वाले अपुरोहित व्यक्ति को मृत्यु-दण्ड दिया जाएगा।’
निवास-स्थान के सम्मुख, पूर्व दिशा में, मिलन-शिविर की सूर्योदय की दिशा में पड़ाव डालने वाले मूसा, हारून और उसके पुत्र थे। उनका यह दायित्व था कि वे इस्राएली समाज के हेतु पवित्र-स्थान के भीतर के धार्मिक कार्य सम्पन्न करें। जो अपुरोहित व्यक्ति सेवा-कार्य के लिए मिलन-शिविर में आता, उसे मृत्यु-दण्ड दिया जाता था।
आप लोग अब परदेशी अथवा प्रवासी नहीं रहे, बल्कि सन्तों के सह-नागरिक तथा परमेश्वर के परिवार के सदस्य बन गये हैं।
क्योंकि तेरे प्रभु परमेश्वर ने, अपने सम्मुख प्रस्तुत रहने और अपने नाम से सेवा करने के लिए, सब कुलों में से उसको और उसके वंशजों को सदा के लिए चुना है।
यदि येशु पृथ्वी पर रहते, तो वह पुरोहित भी नहीं होते; क्योंकि व्यवस्था के अनुसार भेंट चढ़ाने के लिए पुरोहित विद्यमान हैं-
मीकाह के घर में एक देव-स्थान था। उसने एपोद और गृह-देवता की मूर्तियाँ बनाईं, और अपने एक पुत्र को पुरोहित-पद पर प्रतिष्ठित कर दिया। पुत्र उसका पुरोहित हो गया।
बेतशेमश के निवासी प्रभु की मंजूषा देखकर आनन्दित हुए थे। परन्तु यकोनीआह के पुत्र आनन्दित नहीं हुए। अत: प्रभु ने उनमें से सत्तर पुरुषों को मार डाला। लोगों ने शोक मनाया; क्योंकि प्रभु ने उनके मध्य महासंहार किया था।