लिआ गर्भवती हुई। उसने एक पुत्र को जन्म दिया। उसने उसका नाम ‘रूबेन’ रखा; क्योंकि वह कहती थी, ‘प्रभु ने मेरी पीड़ा पर दृष्टि की है। अब निश्चय ही मेरा पति मुझसे प्रेम करेगा।’
गिनती 26:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इस्राएल का ज्येष्ठ पुत्र रूबेन; रूबेन के पुत्र : हनोक, जिससे हनोकीय गोत्र निकला; पल्लू जिससे पल्लुआयी गोत्र निकला; पवित्र बाइबल ये रूबेन के परिवार के लोग हैं। (रूबेन इस्राएल (याकूब) का पहलौठा पुत्र था।) ये परिवार थेः हनोक—हनोकी परिवार। पल्लू—पल्लिय परिवार। Hindi Holy Bible रूबेन जो इस्त्राएल का जेठा था; उसके ये पुत्र थे; अर्थात हनोक, जिस से हनोकियों का कुल चला; और पल्लू, जिस से पल्लूइयों का कुल चला; पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) रूबेन जो इस्राएल का जेठा था; उसके ये पुत्र थे; अर्थात् हनोक, जिससे हनोकियों का कुल चला; और पल्लू, जिससे पल्लूइयों का कुल चला; सरल हिन्दी बाइबल इस्राएल का पहलौठा, रियूबेन, रियूबेन के पुत्र हनोख से हनोखी परिवार; पल्लू से पल्लुई परिवार; इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 रूबेन जो इस्राएल का जेठा था; उसके ये पुत्र थे; अर्थात् हनोक, जिससे हनोकियों का कुल चला; और पल्लू, जिससे पल्लूइयों का कुल चला; |
लिआ गर्भवती हुई। उसने एक पुत्र को जन्म दिया। उसने उसका नाम ‘रूबेन’ रखा; क्योंकि वह कहती थी, ‘प्रभु ने मेरी पीड़ा पर दृष्टि की है। अब निश्चय ही मेरा पति मुझसे प्रेम करेगा।’
जब याकूब उसी देश में निवास कर रहा था तब रूबेन अपने पिता की रखेल बिल्हा के पास गया और उसके साथ सहवास किया। याकूब ने यह बात सुनी। याकूब के बारह पुत्र थे।
ये लिआ के पुत्र थे : रूबेन (याकूब का ज्येष्ठ पुत्र), शिमोन, लेवी, यहूदा, इस्साकार और ज़बूलून।
ये इस्राएल के ज्येष्ठ पुत्र रूबेन के वंशज थे। (यद्यपि रूबेन ज्येष्ठ पुत्र था; किन्तु उसने पिता की पत्नी से बलात्कार किया था, इसलिए उसके ज्येष्ठ पुत्र होने का जन्म-सिद्ध अधिकार उसके छोटे भाई यूसुफ के पुत्रों को दे दिया गया था। इस कारण रूबेन के नाम का उल्लेख वंशावली में जन्म के क्रमानुसार नहीं किया गया है।
ये उनके पूर्वजों के परिवारों के मुखिया हैं : इस्राएल के ज्येष्ठ पुत्र रूबेन के पुत्र : हनोक, पल्लू, हेस्रोन और कर्मी। ये ही रूबेन के गोत्र हैं।
इस्राएल के ज्येष्ठ पुत्र रूबेन के वंशजों की संख्या, उनकी पीढ़ी के गोत्रों और पूर्वजों के परिवारों में, नामों की गिनती के अनुसार, हरएक सिर, प्रत्येक पुरुष, जो बीस वर्ष तथा इससे अधिक आयु का था और युद्ध में जाने के योग्य था, यह थी :
‘बीस वर्ष तथा इससे अधिक आयु के पुरुषों की गणना करो।’ जैसी आज्ञा प्रभु ने मूसा को दी थी। ये मिस्र देश से बाहर निकले हुए इस्राएली थे :