अब तुम सब इस्राएली लोगों में योग्य, परमेश्वर के भक्त, सत्य-निष्ठ और घूस से घृणा करने वाले व्यक्ति चुनो। ऐसे व्यक्तियों को हजार-हजार, सौ-सौ, पचास-पचास एवं दस-दस के समूह पर शासक नियुक्त करो।
गिनती 1:16 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ये इस्राएली मंडली के चुने हुए व्यक्ति, अपने पूर्वजों के कुलों के अगुवे, इस्राएल के विभिन्न गोत्रों के मुखिया थे। पवित्र बाइबल ये सभी व्यक्ति अपने लोगों द्वारा अपने परिवार समूह के नेता चुने गए। ये लोग अपने परिवार समूह के नेता हैं। Hindi Holy Bible मण्डली में से जो पुरूष अपने अपने पितरों के गोत्रों के प्रधान हो कर बुलाए गए वे ये ही हैं, और ये इस्त्राएलियों के हजारों में मुख्य पुरूष थे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मण्डली में से जो पुरुष अपने अपने पितरों के गोत्रों के प्रधान होकर बुलाए गए वे ये ही हैं, और ये इस्राएलियों के हज़ारों में मुख्य पुरुष थे। सरल हिन्दी बाइबल ये वे व्यक्ति थे, जिनका चुनाव सारी सभा में किया गया. ये पैतृक गोत्रों के प्रधान तथा इस्राएल के गोत्र के प्रमुख थे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मण्डली में से जो पुरुष अपने-अपने पितरों के गोत्रों के प्रधान होकर बुलाए गए, वे ये ही हैं, और ये इस्राएलियों के हजारों में मुख्य पुरुष थे। |
अब तुम सब इस्राएली लोगों में योग्य, परमेश्वर के भक्त, सत्य-निष्ठ और घूस से घृणा करने वाले व्यक्ति चुनो। ऐसे व्यक्तियों को हजार-हजार, सौ-सौ, पचास-पचास एवं दस-दस के समूह पर शासक नियुक्त करो।
मूसा ने सब इस्राएली लोगों में योग्य व्यक्तियों को चुना और उन्हें लोगों का मुखिया बनाया। उन्हें हजार-हजार, सौ-सौ, पचास-पचास और दस-दस के समूह पर शासक नियुक्त किया।
‘ओ बेतलेहम एप्राता, तू निस्सन्देह यहूदा प्रदेश के सब नगरों में छोटा है; पर तुझसे ही वह व्यक्ति निकलेगा, जो मुझ-प्रभु के लिए इस्राएली राष्ट्र पर शासन करेगा। उसका उद्गम प्राचीन काल से, पुराने जमाने से है।’
किन्तु यदि एक तुरही फूंकी जाएगी तब इस्राएल के विभिन्न गोत्रों के मुखिया−नेतागण तेरे पास एकत्र होंगे।
मैं उतरकर वहाँ तुझसे बात करूंगा। जो आत्मा तुझ में है, उसमें से कुछ लेकर उन लोगों में डालूंगा। तब वे तेरे साथ लोगों का भार वहन करेंगे, और तू अकेला उसको नहीं वहन करेगा।
और उन्होंने इस्राएलियों के दो सौ पचास व्यक्तियों के साथ, जो मंडली के नेता, धर्मसंसद के चुने हुए व्यक्ति तथा विख्यात् पुरुष थे, मूसा के विरुद्ध विद्रोह कर दिया।
ये एलीअब के पुत्र थे : नमूएल, दातन और अबीरम। ये इस्राएली समाज द्वारा चुने हुए पुरुष थे, जिन्होंने मूसा और हारून से झगड़ा किया था। वे कोरह के दल के थे जिन्होंने प्रभु से वाद-विवाद किया था।
मूसा इस्राएली कुलों के मुखियों से बोले। उन्होंने कहा, ‘जो आज्ञा प्रभु ने दी है, वह यह है :
उस दिन इस्राएल के नेताओं ने चढ़ावा चढ़ाया। ये अपने पूर्वजों के परिवारों के मुखिया, कुलों के नेता थे, जो जनगणना के लिए नियुक्त किए गए थे।
इसलिए मैंने तुम्हारे कुलों के मुखिया, बुद्धिमान और अनुभवी व्यक्ति लिये और उन्हें तुम्हारे ऊपर नेता नियुक्त किये : हजार-हजार, सौ-सौ, पचास-पचास और दस-दस के समूह पर नायक, और तुम्हारे कुलों के लिए शास्त्री भी नियुक्त किये।
पर गिद्ओन ने उससे कहा, ‘स्वामी, मैं कैसे इस्राएलियों को मुक्त कर सकता हूँ? मेरा वंश मनश्शे गोत्र में सबसे दुर्बल है। मैं अपने परिवार में सबसे छोटा हूँ।’
उसने आस-पास खड़े हुए अपने सेवकों से कहा, ‘ओ बिन्यामिन कुल के लोगो, मेरी बात सुनो! क्या यिशय का पुत्र तुम सबको खेत और अंगूर के उद्यान देगा? क्या वह तुम सब को हजार-हजार और सौ-सौ सैनिकों के ऊपर अधिकारी नियुक्त करेगा?
इसलिए, तुम ध्यान से उन सब गुप्त स्थानों को देखो जहां वह छिपता है। तब तुम निश्चित खबर लेकर मेरे पास आना। मैं तुम्हारे साथ चलूंगा। यदि वह तुम्हारे प्रदेश में होगा तो मैं यहूदा के हजारों गोत्रों में उसे खोज निकालूंगा’